निफ्टी में भारी गिरावट, 3 महीने के निचले स्तर पर बाजार बंद
आज भले ही शुरुआती दौर में शेयर बाजार में उछाल नजर आयी। लेकिन देखते ही देखते दोपहर 1 बजे के बाद से सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज होने लगी। मार्केट के क्लोज होने से पहले सेंसेक्स जहां 250 अंकों लुढ़कर जहां 33,000 के नीचे पहुंच गया, तो वहीं निफ्टी 10100 के नीचे स्तर पर जाकर गिरा। इस तरह से सेंसेक्स पिछले 3 महीने के स्तर पर पहुंच गया। तो वहीं शुरुआती कारोबार में आज शेयर बाजार में अच्छी ओपनिंग नजर आ रही थी।
शुरुआत हुई थी शानदार
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार में थोड़ा हरियाली देखने को मिली थी। एक ओर जहां एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली तो वहीं भारतीय बाजार आज गर्म नजर आ रहा था। शरुआती कारोबार में आज सेंसेक्स 92.97 अंक यानी की 0.28 प्रतिशत बढ़कर 33,268.97 पर और एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 20 अंक यानी कि 0.20 प्रतिशत चढ़कर 10,215.35 पर खुला था।
मिडकैप और स्मॉलकैप
अगर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की बात की जाए तो यहां पर भी कमजोरी देखने को मिल है। बीएसई का मिडकैप 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। तो वहीं बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। मिडकैप शेयरों में टीवीएस, मोटर्स, सेल, अडानी इंटरप्राइजेज, सेंट्रल बैंक, आदि 4.06-2.09 प्रतिशत तक लुढ़क गए हैं।
एशियाई बाजारों में गिरावट
एशियाई बाजारों में आज गिरावट के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। जापान का बाजार निक्केई 285 अंक यानी 1.3 प्रतिशत गिरकर 21,392 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। हैंग सेंग 204 अंक यानी 0.7 प्रतिशत लुढ़कर 31,298 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एसजीएक्स निफ्टी 41 अंक यानी 0.4 प्रतिशत टूटकर 10,193 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
कोरियाई बाजार
तो वहीं कोरियाई बाजार का इंडेक्स कोस्पी 0.6 प्रतिशत गिरा है, जबकि स्ट्रटे्स टाइम्स में करीब 0.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है। ताइवान इंडेक्स 23 अंक यानी कारीब 0.25 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 11,005 के स्तर पर करोबार कर रहा है।
कल होगी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक
पिछले शुक्रवार को केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की खबरों का शेयर बाजार पर बुरा असर पड़ा था। जिसकी वजह से शुक्रवार को शेयर बाजार में 510 अंकों की बड़ी गिरावट देखी गई थी। आपको बता दें कि इस सप्ताह मंगलवार और बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है। जिसके फैसलों का असर बाजार पर पड़ सकता है।