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UP इन्वेस्टर्स समिट: यूपी में किसने किया कितना निवेश यहां पढ़ें

By Ashutosh
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उत्तरप्रदेश इन्वेस्टर्स समिट में राज्य सरकार और उद्योगपतियों के बीच करीब 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के एमओयू साइन किए गए हैं। योगी सरकार उद्योगपतियों की दरियादिली से काफी खुश है। वहीं उद्योगपतियों भी राज्य में क्राइम पर लगाम लगाने के योगी सरकार के रवैये खुश हैं और यही कारण है कि वह जमकर निवेश कर रहे हैं। मुकेश अंबानी, बिड़ला, टाटा समेत तमाम बड़ी कंपनियों ने यूपी सरकार के साथ निवेश को लेकर करार किया है। आइए देखते हैं कौन सा उद्योगपति यूपी में कितना निवेश कर रहा है।

अडाणी समूह

अडाणी समूह

अडाणी समूह उत्तर प्रदेश में अगले पांच साल के दौरान 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। समूह के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गौतम अडाणी ने ‘उत्तर प्रदेश निवेशक शिखर सम्मेलन 2018' के उद्घाटन के मौके पर आज यहां यह घोषणा की।

प्रमुख क्षेत्रों में निवेश पर नजर

प्रमुख क्षेत्रों में निवेश पर नजर

उन्होंने कहा, ‘‘भारत की कुल आबादी का 17 फीसदी उत्तर प्रदेश में रहता है। भारत के विकास की कहानी उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी से अलग नहीं की जा सकती।'' उन्होंने ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, फूड एवं एग्रीकल्चर कांप्लेक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, सड़क एवं मेट्रो रेल जैसे क्षेत्रों में निवेश का आश्वासन दिया।

आदित्य बिड़ला समूह

आदित्य बिड़ला समूह

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमारमंगलम बिड़ला ने कहा कि उनका समूह उत्तर प्रदेश में अगले पांच साल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। बिड़ला ने ‘उत्तर प्रदेश निवेशक शिखर सम्मेलन 2018' के उद्घाटन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘अगले पांच साल में हम अलग अलग कारोबार में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।''

विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की तैयारी

विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की तैयारी

उन्होंने कहा कि बिड़ला समूह सीमेंट, ​रसायन और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में राज्य में सक्रियता से कार्य कर रहा है। समूह ने यहां 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है और 40 हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराया है। बिड़ला ने कहा कि उनकी कंपनी दूरसंचार, रसायन और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में निवेश बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि बिड़ला समूह कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के 400 गांवों में कार्य कर रहा है।

रिलायंस

रिलायंस

इंवेस्‍टर्स समिट में बुधवार को रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने यूपी में 10,000 करोड़ रुपए के निवेश करने का एलान किया है। इस मौके पर मुकेश अंबानी ने कहा कि हम सभी मिलकर उत्‍तर प्रदेश को उत्‍तम प्रदेश बनाने के सपने को पूरा करेंगे। उन्‍होंने कहा कि अगर यूपी विकास में आगे बढ़ेगा तो कोई भी ताकत देश को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है।

1 लाख नौकरियां देने का लक्ष्य

1 लाख नौकरियां देने का लक्ष्य

उन्‍होंने ने कहा कि जियो अब तक यहां पर 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर चुका है और दिसंबर 2018 तक जियो यूपी के हर गांव में उपलब्‍ध होगा। इस मौके पर मुकेश अंबानी ने कहा कि अगले तीन साल में जियो करीब 1 लाख लोगों को नौकरियां प्रदान करेगा। इससे अगले सालों यूपी के हर युवा के पास नौकरी-चाकरी रहेगी। वो अपना जीवन आभाव में नहीं बिताएंगे।

टाटा समूह

टाटा समूह

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट में टाटा संन्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानि की टीसीएस लखनऊ में ही रहेगी और उसे कहीं नहीं शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीसीएस राजधानी लखनऊ में अपनी स्थिति को और भी मजबूत करेगी।

30 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य

30 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य

टाटा संन्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि वह उत्तरप्रदेश के सभी क्षेत्रों में चौतरफा विकास के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि, यूपी में टीसीएस है, टाटा मोटर्स है साथ ही टाटा की खुदरा कंपनियों की महत्वपूर्ण स्थिति यूपी में है। इंवेस्टर्स मीट में तय किया गया कि लखनऊ में 400 आईटी प्रोफेशनल और वाराणसी में नया केंद्र खोल कर वहां भी करीब 300 प्रोफेशनल को काम पर रखेगी। इसके साथ ही यूपी में 30 हजार नौजवानों को नौकरियां देंगे।

तीन साल में 40 लाख रोजगार देने का लक्ष्य

तीन साल में 40 लाख रोजगार देने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन वर्ष के दौरान राज्य में 40 लाख रोजगार सृजन करना है । इस दिशा में प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार रणनीति बनाने में सुझाव हासिल करने के लिहाज से देश के जाने माने उद्योगपतियों का राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड बनाया है । इसके माध्यम से अग्रणी उद्योगपतियों का सक्रिय सहयोग प्रदेश की औद्योगिक नीति को नयी दिशा प्रदान करने में प्राप्त हो पाएगा ।

बीमारू राज्य की श्रेणी से प्रदेश को बाहर निकालनेंगे

बीमारू राज्य की श्रेणी से प्रदेश को बाहर निकालनेंगे

उन्होंने बताया कि व्यापार और उद्योग को सुगम बनाने के मकसद से स्वीकृतियां आसान बनाने के लिए 'ईज आफ डुइंग बिजनेस' की दिशा में कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है । अनुमोदन, अनुमति और लाइसेंस की आनलाइन सुविधा एक छत के नीचे प्रदान करने के लिए डिजिटल मंजूरी की प्रणाली लागू करने जा रहे हैं । इसकी निगरानी खुद मुख्यमंत्री कार्यालय करेगा । योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 'बीमारू' राज्य की श्रेणी से उबारकर खुशहाल 'समृद्ध' प्रदेश बनाने की ओर अग्रसर करने की दिशा में ये एक प्रयास है ।

जब परिवर्तन होता है तो सामने दिखने लगता है: PM मोदी

जब परिवर्तन होता है तो सामने दिखने लगता है: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्योगपतियों और निवेशकों की यहां वैश्विक निवेश सम्मेलन में व्यापक उपस्थित को 'बड़ा परिवर्तन' करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य को हताशा से निकालकर उम्मीद की एक किरण जगायी है। मोदी ने यहां 'यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018' का शुभारंभ करते हुए कहा, 'जब परिवर्तन होता है तो सामने दिखने लगता है। उत्तर प्रदेश में इतने व्यापक स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट का होना, इतने निवेशकों और उद्यमियों का एकजुट होना अपने आप में एक बहुत बड़ा परिवर्तन है।' उन्होंने कहा कि राज्य के पिछड़े अंचल बुंदेलखंड के विकास को विशेष तौर पर ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास आगरा, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, झांसी और चित्रकूट तक होगा। इस कॉरिडोर में 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है और ये ढाई लाख लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर का सृजन करेगा।

English summary

UP Investors Summit, 4.28 Lakh Crore MoU Sing

UP investors summit: We signed 1045 MoUs worth Rs 4.28 lakh cr, says CM Yogi,
Story first published: Thursday, February 22, 2018, 15:53 [IST]
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