लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स के बारे में पूरी जानकारी
बजट 2018 में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स लगाने की घोषणा की गई। वित्तमंत्री की इस घोषणा के बाद से भारतीय शेयर बाजार लगातार गोते लगा रहा है। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स क्या है और इसका शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों पर क्या असर होगा इसके बारे में हम आपको इस लेख में विस्तार से और आसान शब्दों में समझाने का प्रयास करेंगे।
क्या है लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स?
मान लीजिए आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं और आप 10 लाख रुपए के शेयर्स खरीद लेते हैं। कुछ दिन बाद आपको उन शेयरों पर 2 लाख रुपए का लाभ मिलता है यानि कि कुल मिलाकर आपका मूलधन और लाभ 12 लाख रुपए बन जाता है। अब यदि आप इस धन को 1 वर्ष से पहले निकाल लेते हैं तो आपको 15 प्रतिशत टैक्स देना होगा और यदि 1 वर्ष के बाद निकालते हैं तो आपको 10 प्रतिशत टैक्स देना होगा।
सिर्फ लाभ की राशि पर लगेगा टैक्स
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स सिर्फ लाभ पर ही लिया जाता है। आपके 2 लाख रुपए के मुनाफे पर ही टैक्स देय होगा ना कि पूरे 12 लाख रुपए की राशि पर यानि कि 2 लाख रुपए पर आपको 20 हजार रुपए का टैक्स अदा करना होगा और एक वर्ष से कम समय में निकालने पर आपको 15 प्रतिशत के हिसाब से 30 हजार रुपए का टैक्स अदा करना होगा।
1 लाख रुपए से अधिक लाभ पर देना होगा टैक्स
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स सिर्फ एक लाख से अधिक हुए लाभ पर ही देय होगा। यदि आपका कुल लाभ 1 लाख रुपए या उससे कम है तो उस पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। कुल मिलाकर यदि आप छोटे निवेशक हैं तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है। तमाम बड़े निवेशक जो एक दिन में कई सौ करोड़ रुपए का निवेश करते हैं उनके लिए ये टैक्स चिंता जनक है।
ऐसे समझें
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स कब लगता है-
- 1 लाख से अधिक के लाभ पर 10 प्रतिशत टैक्स, जब राशि को 1 साल के बाद निकाला जाएगा।
- 1 लाख से अधिक के लाभ पर 15 प्रतिशत टैक्स, जब राशि को 1 वर्ष से कम के समय में निकाला जाएगा। यहां शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा।
- टैक्स सिर्फ 1 लाख से अधिक की राशि पर लगेगा।
- टैक्स सिर्फ लाभ की राशि पर कटेगा जो कि 1 लाख रुपए से अधिक होना चाहिए
- एक लाख रुपए से कम की राशि पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगाया गया है।
मार्केट का 'तापमान' कम करने की कोशिश
पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में धुंआधार तेजी देखी जा रही है। सेंसेक्स को 33 हजार से 36 हजार पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगा वहीं निफ्टी भी 11 हजार से ऊपर कारोबार कर रहा था। हो सकता है कि सरकार मार्केट को सामान्य स्तर पर लाने के लिए इस तरह का टैक्स ला रही है। इससे मार्केट में तेजी से होने वाला उतार-चढ़ाव थम सकता है और बाजार के ज्यादा स्थिर बने रहने की संभावना बनी रहेगी।