SBI मिनिमम बैलेंस को लेकर बड़ी खबर आई सामने
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मिनिमम बैलेंस न रखने वाले ग्राहकों से 1771 करोड़ रुपए बतौर मिनिमम बैलेंस चार्ज वसूल किए हैं। हैरानी की बात ये है कि ये चार्ज SBI की दूसरी तिमाही के नेट प्राफिट से भी ज्यादा है। ये आंकड़े वित्तमंत्रालय की तरफ से जारी किए गए हैं।
मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर जुर्माना
आपको बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक ने 2016-17 वित्तीय वर्ष में मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य कर दिया था, जिसके बाद मिनिमम बैलेंस ना रखने वाले लोगों को एक निश्चित राशि जुर्माने के तौर पर भुगतान करनी होती थी। ये राशि सीधे बैंक खाते से ही काट ली जाती थी। शुरुआत में इस नियम से तमाम लोगों को परेशानी हुई थी क्यों कि शहरी क्षेत्र में मिनिमम बैलेंस रखने की अनिवार्यता 5000 रुपए तक थी, तमाम लोग महीने के अंत तक ये राशि खाते में मेंटेन नहीं कर पाते थे जिसके चलते उन्हें फाइन भरना पड़ता था।
कुछ मामलों में दी ढील
इसके बाद एसबीआई ने शहरी क्षेत्र में मिनिमम बैलेंस रखने की अनिवार्यता में ढील देते हुए उसे 5 हजार से घटाकर 3000 कर दिया। हालांकि एसबीआई ने पेंशन धारकों, बच्चों के खाते (18 साल से कम उम्र) और पहला कदम, पहली उड़ान खाता धारकों को मिनिमम बैलेंस रखने में छूट दी है। हाल ही में एक घटना सामने आई थी जिसमें एसबीआई ने मिनिनम बैलेंस नहीं होने पर एक बुजुर्ग महिला के खाते से राशि काट ली थी, वह महिला सिर्फ वृद्धावस्था पेंशन पर ही गुजारा कर रही थीं। इस घटने के बाद एसबीआई की बहुत किरकिरी हुई जिसके बाद नियमों बदलाव किया गया।
मिनिमम बैलेंस से बचने के लिए बदल सकते हैं खाता
हालांकि एसबीआई ने बचत खाता धारकों के सामने एक आसान प्रस्ताव रखा जिसमें उन्हें मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर भी जुर्माना नहीं देना पड़ेगा। इसके लिए आपको एसबीआई सेविंग्स अकाउंट बदलने का ऑफर दे रहा है। खाता बदलवाने के लिए आपको एसबीआई की शाखा में जाना होगा जहां आपको खाता बदलने के लिए आवेदन देना होगा, इसके बाद आपका खाता बेसिक सेविंग खाते में बदल जाएगा। हालांकि इसमें आपको एक नुकसान भी है, बेसिक सेविंग खाते में चेकबुक की सुविधा नहीं है जिससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकते है।
इन खातों पर नहीं लगता मिनिमम बैलेंस चार्ज
इन सब के अलावा एसबीआई के विभिन्न खातों पर मिनिमम बैलेंस नहीं चार्ज करने का फैसला किया है जो कि निम्नलिखित हैं,
- जनधन खाता
- सैलरी खाता
- स्माल सेविंग खाता
- बेसिक सेविंग खाता
- पेंशन भोगियों का खाता
- 18 साल से कम उम्र के बच्चों का खाता