भारत के टॉप स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, जानिए कौन है सबसे बेहतर
भारत में स्मार्ट सिटी के प्रोजक्ट को बड़ी ही तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार भी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर गंभीर है। भारत में स्मार्ट सिटी बनाने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है। तमाम राज्यों में इस परियोजना को शुरु किया जा चुका है। यहां हम आपको देश की टॉप 7 स्मार्ट सिटी परियोजना के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
1. धोलेरा एसआईआर, गुजरात
धोलेरा एसआईआर स्मार्ट सिटी, गुजरात के अहमदाबाद जिले में आती है जोकि खंभाट की खाड़ी में स्थित है, यह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर का एक हिस्सा है। धोलरा एसआईआर का निर्माण 35,000 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा। धोलेरा, भविष्य की स्मार्ट सिटी है जोकि डीएमआईसी परियोजना के तहत एक प्रमुख परियोजना है जिसका उद्देश्य इस स्थान को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना है जहां रेल, सड़क, एक्सप्रेस हाइवे, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मेट्रो और बंदरगाह जैसे विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे हो। इस शहर का प्रथम चरण, 2019 तक पूरा हो जाएगा, और पूरी परियोजना के अंतर्गत कुल 3 मिलियन लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां ज्यादातर विनिर्माण/प्रसंस्रकण क्षेत्र ही होंगे। इस शहर के निर्माण हो जाने के बाद यह देश का सबसे बड़ा शहरी विकास परियोजना वाली सिटी होगी। यह शहर, भारत का सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है जिस पर करीब 20 अरब डॉलर का खर्च आने वाला है और यह शंघाई से 6 गुना ज्यादा है।
2. गिफ्ट (GIFT) सिटी -गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी, गुजरात
गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) को 35 9 हेक्टेयर (886 एकड़) भूमि पर बनाया जाएगा। यह प्रतिष्ठित शहर, अहमदाबाद और गुजरात में गांधीनगर के बीच अच्छी तरह से निर्माणाधीन है। यह भारत का पहला स्मार्ट शहर होगा और इसके निर्माण से 500,000 प्रत्यक्ष और 500,000 अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे। गिफ्ट को वित्तीय सेंट्रल बिज़नेस डिस्ट्रिक्ट के रूप में तैयार किया गया है जो आईटी के वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र को आकर्षित करने के लिए एक केंद्र के रूप में तैयार किया गया है। टेक फर्म, इंटरनेशनल बैंक, स्टॉक एक्सचेंज, शैक्षिक संस्थान और अन्य क्षेत्र का विकास भी इस शहर में किया जाएगा।
कैसी होगी गिफ्ट सिटी
गिफ्ट में कुल 319 ऊंची इमारतें होंगी जिन्हें हाई राइज बिल्डिंग कहा जाता है जिनमें से 11 इमारतें ऐसी होगी जिनकी ऊंचाई 150 मीटर से भी अधिक होगी। इस शहर का क्राउन ज्वैल, 400 मीटर लम्बा डायमंड टॉवर होगा। शहर का खर्च लगभग 12 अरब डॉलर होगा। 2025 तक शहर पूरा हो जाने के बाद गुजरात के 50,000 लोगों को यहां घर मिलेगा। हमारी 7 सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट सिटी की लिस्ट में गिफ्ट सिटी को सबसे अच्छा प्रोजेक्ट माना गया है।
3. अमरावती, आंध्र प्रदेश
अमरावती, आंध्र प्रदेश की प्रस्तावित राजधानी है। फिलहाल तो हैदराबाद ही दो राज्यों की राजधानी है। लेकिन आसार हैं कि अमरावती को राजधानी बनाया जाएगा। अमरावती, गुंटुर जिले में स्थित है जोकि कुल 54,000 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। अमरावती के विकास के तहत, इसकी सड़कें चौड़ी, फुटपाथों का निर्माण, मेट्रो, नदी के मार्ग, परिवहन के साधन और सुरूचिपूर्ण जीवन शैली का विकास किया जाएगा। आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने से पहले यहां हर तरह का विकास कर दिया जाएगा ताकि बाद में शहर में कोई समस्या न हो। शहर 2025 तक इस स्मार्ट सिटी का निर्माण हो जाएगा और यहां 1.5 मिलियन लोगों को व्यवसाय मिलेगा। पूंजी क्षेत्र में यहां नौकरी के अवसर बहुत ज्यादा हो जाएंगे। अमरावती सीड कैपिटल एरिया (एससीए)इस शहर का मूल होगा। इसके अलावा, यहां हाउसिंग सरकारी कार्यालय, बिजनेस डिस्ट्रिक्ट्स और करीब 3 लाख लोगों की आबादी होगी। इस शहर को विश्व प्रसिद्ध वास्तुकार फोस्टर और उनके पार्टनर्स द्वारा डिज़ाइन किया गया है। अमरावती भारत के फ्यूचर स्मार्ट शहरों का सही उदाहरण बनेगा।
4. ड्रीम सिटी - डायमंड रिसर्च और मर्केंटाइल सिटी, सूरत
ड्रीम सिटी - डायमंड रिसर्च और मर्केंटाइल सिटी, एक महत्वपूर्ण भविष्य शहर है। खजौद, दक्षिण-पश्चिम सूरत में 2,000 एकड़ जमीन पर परियोजना का विकास किया जाएगा। ड्रीम सिटी प्रोजेक्ट, सूरत की सूरत को ही बदल कर रख देगा और यहां का भौतिक और सामाजिक ढांचा बदल जाएगा। इस शहर को मॉर्डन सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा जिसके तहत लोगों को वाई-फाई कनेक्टिीविटी, स्मार्ट और इंटेलिजेंट सिस्टम और सर्पोटिव बैक फैसेलिटी भी मिलेगा। साथ ही यहां इलेवेटेड मोनोरेल भी होगी। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र और एयर कनेक्टिविटी भी सूरत को प्रदान की जाएगा।
कैसी होगी डायमंड सिटी
भारत की इस स्मार्ट सिटी में पांच-सात सितारा होटल, बैंक, आईटी, कॉरपोरेट ट्रेडिंग हाउस, मनोरंजन क्षेत्र होगा। हज़ारों ऊंची इमारतों को भी, महत्वाकांक्षी डायमंड रिसर्च और मर्केंटाइल सिटी (ड्रीम सिटी) में बनाया जाएगा। गांधीनगर में गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (जीआईएफटी) की तर्ज पर सूरत में सपना शहर परियोजना का प्रस्ताव भी पारित है। महत्वाकांक्षी ड्रीम सिटी में सेंट्रल बिज़नेस डिस्ट्रिक्ट सीबीडी होगा, जो न केवल डायमंड बाजार के लिए होगा, बल्कि ऐतिहासिक इमारतों, ऑफिस कॉम्प्लेक्स, प्रदर्शनी परिसर, प्रशिक्षण स्कूलों और निजी व साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ भी सम्मिलित होगा।
5. कानपुर, ट्रांस गंगा सिटी
कानपुर ट्रांस गंगा शहर, कानपुर शहर में गंगा के किनारे पर 1156 एकड़ में फैला हुआ है। स्टूडियो सिम्बायोसिस द्वारा ट्रांस गंगा मास्टरप्लान के लिए प्रस्ताव, इसे एक आत्मनिर्भर टिकाऊ शहर बनाने का है क्योंकि इसका इतिहास भी काफी उत्कृष्ट रहा है। भारत की इस स्मार्ट सिटी को मिश्रित परियोजना के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि इसमें वाणिज्यिक, औद्योगिक, मिश्रित उपयोग, आवासीय और सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी। इस स्मार्ट सिटी में एक आवास सोसायटी भी शामिल होगी जिसमें प्रदर्शनी केंद्र, मल्टीप्लेक्स, मेगा मॉल और बहुआयामी आवासीय परिसर शामिल होंगे। इसके भीतर के सभी उद्योग प्रदूषण मुक्त होंगे। पृथ्वी कूलिंग, हरे रंग की छत, सौर पैनल, भूजल पुनर्भरण, अपशिष्ट प्रबंधन प्रस्तावित किया गया है। उम्मीद है कि कानपुर की दुर्दशा सुधरेगी और वहां विकास होगा।
6. येइदा सिटी- ग्रेटर नोएडा
येइदा सिटी (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) , एक योजनाबद्ध शहर होगा जोकि 50,000 हेक्टेयर के क्षेत्र में बनाया जाएगा, जो गेटर नोएडा के दक्षिण में स्थित होगा। भविष्य की इस स्मार्ट सिटी में पेशेवर व्यावसायिक कार्यालय, आवासीय, रेस्तरां और रिटेल स्पेस, होटल, कन्वेंशन और प्रदर्शनी केन्द्र हैं, जो कि आधुनिक बुनियादी ढांचा जैसे हवाई अड्डे, मेट्रो रेल, राजमार्गों से सुसज्जित होंगे। इसके अलावा, इस शहर में विश्व स्तर की उच्च शिक्षा सुविधाएं, अनुसंधान और विकास पार्क, विश्व स्तरीय खेल शहर, विश्वविद्यालय, चिकित्सा केंद्र शामिल होंगे। पूरी परियोजना को पूरा करने में 20 साल लगेंगे।
7. खेड शहर, पुणे
पुणे के निकट स्थित खेड शहर, एक प्रतिष्ठित परियोजना है जिसमें 4200 एकड़ जमीन का विस्तार सर्वोत्तम-स्तर के बुनियादी ढांचे के साथ किया गया था। इस शहर में आधुनिकता के साथ-साथ संस्कृति को भी शामिल किया जाएगा। इस शहर में नागरिकों के लिए आवासीय, शैक्षणिक, मनोरंजन, स्वास्थ्य देखभाल, उपयोगिता सेवाएं और अन्य सुविधाएं होंगी। इसे स्मार्ट बनाने के लिए अन्य सुविधाओं पर प्रस्ताव किया जा रहा है। जल्दी ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा।