कर्ज चुकाने के लिए R-इंफ्रा अडानी को बेचेगी रिलांयस
किसी भारतीय कंपनी द्वारा अपने कर्ज को घटाने के लिए किए गए अब तक के सबसे बड़े सौदे के तहत रिलायंस इंफ्रास्ट्रकचर (आरइंफ्रा) ने गुरुवार को अपने मुंबई के बिजली कारोबार को अडानी ट्रांसमिशन लि. को 18,800 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की। इस सौदे में 13,251 करोड़ रुपए पहले अदा किए जाएंगे बाकी 5 हजार करोड़ रुपए सभी काम पूरा होने के बाद कंपनी को ट्रांसफर किया जाएगा। आपको बता दें कि रिलायंस (अनिल अंबानी) की कंपनी पर करीब 45 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है।
रिलायंस एनर्जी का कुल मूल्य 13,251 करोड़ रुपए है
इस सौदे के लिए आरइंफ्रा ने एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किया है। कंपनी द्वारा जारी बयान में यहां कहा गया कि मुंबई की बिजली वितरण कंपनी रिलायंस एनर्जी के सौदे का कुल मूल्य 13,251 करोड़ रुपये है। इसमें अनुमानित विनियामक संपत्ति 5,000 करोड़ रुपये तथा अनुमानित कार्यशील पूंजी 550 करोड़ रुपये को भी सौदे में शामिल किया गया है।
समझौते पर किए हस्ताक्षर
बयान में कहा गया, "रिलायंस इंफ्रास्ट्रकचर लि. ने अडानी ट्रांसमिशन लि. (एटीएल) के साथ अपने मुंबई के बिजली कारोबार, जिसमें मुंबई के लिए बिजली के उत्पादन, संचरण और वितरण का एकीकृत कारोबार शामिल है, की बिक्री के लिए एक निश्चित बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया है।"
13,251 करोड़ रुपए में तय हुआ सौदा
बयान में आगे बताया गया, "सौदे की कुल रकम 13,251 करोड़ रुपये है। इसमें कारोबार का मूल्य 12,101 करोड़ रुपये है और स्वीकृत विनियामक संपत्तियों का मूल्य 1,150 करोड़ रुपये है। इसके अतिरिक्त अनुमोदित विनिमायक संपत्तियां को अनुमानित मूल्य 5,000 करोड़ रुपये तथा कुल कार्यशील पूंजी का अनुमानित मूल्य 550 करोड़ रुपये शामिल है।" बयान में कहा गया, "सौदे की कुल रकम का अनुमानित मूल्य 18,800 करोड़ रुपये है।"
शेयरों में आ सकता है उछाल
आरकॉम के इस कदम से उसके शेयरों में भी उछाल आ सकता है। हाल ही में रिलायंस कम्युनिकेशन की टेलीकॉम सर्विस बंद हो जाने के बाद शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई थी और आरकॉम के शेयर्स 10 रुपए से भी नीचे चले गए थे। आरकॉम पर करीब 45 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है और वह अपनी परिसंत्तियों को बेचकर ये कर्ज चुकाना चाहेगी। बिजली कारोबार अडानी को बेचने का फैसला इस दिशा में पहल कदम है। फिलहाल एक मामले में एनजीटी से राहत मिलने और सीबीआई कोर्ट द्वारा टूजी स्पेक्ट्रम के मामले में बरी किए जाने के बाद रिलायंस के शेयरों में करीब 35 फीसदी का उछाल देखा गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि रिलायंस द्वारा अडानी को बिजली कारोबार बेचने से भी शेयरों में उछाल दिख सकता है।