मोदी सरकार की स्कीम, घर बैठी महिलाओं को मिलेगी BPO की जॉब
घर से काम करने वाली महिलाओं के लिए मोदी सरकार जॉब करने के लिए खास अवसर प्रदान करने वाली है। जिसके अंतर्गत महिलाएं घर से ही बीपीओ की नौकरी कर सकती हैं। मनी भास्कर की रिर्पोट के अनुसार इसके तहत कई प्लेटफॉर्म डेवलप किए जाएंगे। जिसके तहत लगभग 100 महिलाएं अपने घर से ही BPO यानी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग में काम कर सकती हैं। तो आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानें इस योजना के बारे में
मनी भास्कर ने अपने रिर्पोट में आगे बताया कि सूचना एवं तकनीकि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि उन्होंने अपने विभाग से यह बात की है कि वे एक स्कीम बनाएं जिसमें महिलाओं को घर से काम करने की छूट हो। लगभग 100 महिलाओं का ग्रुप इकट्ठा होकर एक प्लेटफॉर्म तैयार करें और मिलकर काम करें। उन्होंने यह जानकारी बीपीओ प्रमोशन स्कीम के एक कार्यक्रम के दौरान कही।
बीपीओ प्रमोशन स्कीम (BPO)
भारत में आईटी सेक्टर का विकास केवल कुछ चुने हुए शहरों तक ही सीमित रहा है। शहरी इलाकों जैसे दिल्ली-नोएडा-गुरुग्राम मुंबई, पुणे, हैदराबाद, बैंगलुरु, मैसूर और चेन्नई में अधिकतर आईटी कंपनियां हैं। इसलिए केंद्र सरकार ने 2014 में फैसला किया कि छोटे शहरों में भी आईटी की नौकरियों का प्रसार किया जाए। इसके बाद बीपीओ प्रमोशन स्कीम की शुरुआत हुई।
इन लोगों को रोजगार प्रदान करने का उद्देश्य
इस योजना में वायबिलिटी गैप फंडिंग के तौर पर प्रति सीट एक लाख रुपए तक का विशेष प्रोत्साहन दिया जाता है। इन योजनाओं में महिलाओं, दिव्यांगों और युवाओं को रोजगार देने पर फोकस किया जाता है।
यह है टारगेट
बीपीओ प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 48,300 सीटों और पूर्वोतर बीपीओ प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 5000 सीटें लगाने का टारगेट है। अब तक 87 कंपनियों की 109 ईकाईयों को 18,160 सीटें अलॉट की जा चुकी हैं, जो 19 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के 60 स्थानों में फैली हुई हैं।