आएंगे अच्छे दिन, इन प्रोडक्ट्स पर कम होंगी GST की दरें
होटल और रेस्टोरेंट में GST घटाने के बाद अब सरकार वॉशिंग मशीन, फ्रिज और एसी जैसे व्हाइट गुड्स पर GST कम करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक महिलाओं पर रोजमर्रा के काम का बोझ कम करने और कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर में तेजी लाने के लिए ये कदम उठाया जा सकता है।
कंज्यूमर ड्युरेबल प्रोडक्ट्स
सूत्रों का कहना है कि कंज्यूमर ड्युरेबल प्रोडक्ट्स पर GST घट सकता है। वॉशिंग मशीन, फ्रिज और एसी पर GST घट सकता है। वॉशिंग मशीन, फ्रिज और एसी लग्जरी कैटेगरी से बाहर होंगे। गौरतलब है कि ज्यादादर व्हाइट गुड्स पर 28 फीसदी GST लगाया गया है, ऐसे में व्हाइट गुड्स महंगे हो गए हैं। माना जा रहा है कि GST की अगली बैठक में कंज्यूमर ड्यूरेबल पर GST कम करने का फैसला हो सकता है।
मेक इन इंडिया को बढ़ावा
कंज्यूमर प्रोडक्ट्स पर GST घटाने से मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिल सकता है। कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के निर्माण को देश में ही बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर अभी लगने वाले 28% टैक्स के बजाए 18% टैक्स लिया जाएगा तो इससे घरेलू निर्माताओं को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
घटेंगे दाम
टैक्स के कम होने से मांग बढ़ेगी और मांग बढ़ने से कंपनी दाम घटा सकती है। इसका सबसे बड़ा फायदा होगा कि दक्षिण कोरिया और अन्य देशों से होने वाले आयात से हमारी निर्भरता घटेगी, हालांकि, काफी कंज्यूमर गुड्स के उत्पादों को पहले ही 12 और 18 फीसदी GST के स्लैब में लाया जा चुका है, लेकिन, समीक्षा के दौरान कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के बाकी उत्पादों को भी छोटे टैक्स स्लैब में रखा जा सकता है।
हाल ही में 211 प्रोडक्ट्स पर कम हुई थी दरें
हाल ही में GST काउंसिल की बैठक में कुल 211 वस्तुओं के GST स्लैब को बदला गया था। 178 वस्तुओं पर GST दर घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। 28 प्रतिशत वाले स्लैब में अब 228 वस्तुएं नहीं सिर्फ 50 वस्तुएं ही रह गई हैं।
GST घटाने पर विचार
सरकार कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर पर GST घटाने का विचार कर रही है। फिलहाल ऐसे उत्पादों पर 28 फीसदी टैक्स लगता है। सरकार ऐसा करके महिलाओं को राहत देने की कोशिश कर रही है।
वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर हो सकते हैं सस्ते
सूत्रों की मानें तो अगले दौर में वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर जैसे कंज्यूमर गुड्स को ऊंचे स्लैब से निकाल कर छोटे स्लैब में डाला जा सकता है। सरकार इन प्रोडक्ट्स पर टैक्स कम करना चाहती है क्योंकि, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर टैक्स कम करने से प्रोडक्ट्स की खरीददारी बढ़ेगी,अगर ऐसा होता है तो सबसे ज्यादा खुशी महिलाओं को होगी।