रिकॉर्ड तोड़: जानते हैं कितने में बिकी दुनिया की सबसे महंगी पेटिंग?
आर्टिस्ट लियोनार्डो दा विंची के नाम से हर कोई वाकिफ है। उनकी पेटिंग्स को लेकर लोग हमेशा से हैरत में रहते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी बनाई पेटिंग्स में कुछ खास 'कोड' होते हैं जो हमें कई रहस्यों का पता लगाने का रास्ता दिखाते हैं। अब दा विंची की एक 500 साल पुरानी पेटिंग साल्वाटर मुंडी की नीलामी हुई है और इस नीलामी ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं।
45.03 करोड़ डॉलर
लियोनार्डो दा विंची की पेटिंग साल्वाटर मुंडी को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में खरीदा गया। नीलामी के दौरान इस पेटिंग की कीमत 45.03 करोड़ डॉलर तक पहुंच गई। ये पेटिंग इसी दाम में खरीद ली गई है। यदि भारतीय रुपए के हिसाब से पेटिंग का मूल्य तय करें तो इसकी कुल कीमत करीब 29 अरब रुपए बनती है। ये दुनिया की अब तक की सबसे महंगी बिकने वाली पेटिंग है।
20 मिनट में ही बिक गई पेटिंग
पेटिंग को लेकर लोगों में पहले से ही इतना उत्साह था कि वह बोली शुरु होने के महज 20 मिनट में ही बिक गई। इस पेटिंग के लिए आखिरी बोली 40 करोड़ डॉलर की लगाई गई थी बाद में फीस व अन्य चीजों को जोड़कर इसकी कीमत 45 करोड़ डॉलर तक पहुंच गई। जिस संस्था के जरिए पेटिंग की बिक्री की गई उस संस्था ने नीलामी में पेटिंग के सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले शख्स का नाम नहीं बताया है।
67 साल पहले सिर्फ 3 हजार में बिकी थी यही पेटिंग
दा विंची की ये पेटिंग 1500 ई. के आस-पास की बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक 67 साल पहले यही पेटिंग महज 3000 रुपए में बिक गई थी। साल्वाटर मुंडी की ये पेटिंग ईसा मसीह की पेटिंग बताई जाती है। इसमें ईसा मसीह के एक हाथ में गोल आकृति बनी हुई है वहीं दाहिने हाथ ऊपर की तरफ है जिसमें आगे की दो उंगलियां एक दूसरे में फंसी हुई है।
सत्यता प्रमाणित होने के बाद हुई नीलामी
इसे अमेरिका की एक क्षेत्रीय नीलामी में 2005 में पाया गया था। इसके बाद लंबे समय तक इसकी सत्यता प्रमाणित करने का शोध किया गया, सत्यता के दस्तावेजीकरण हो जाने के बाद इसे लंदन के द नेशनल गैलरी में 2011 में प्रदर्शित किया गया था।