सबके लिए होगी बुलेट ट्रेन, कम होगा किराया
बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वह किराए को कम रखेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बुलेट ट्रेन में सफर कर सकें। उन्होंने कहा कि, हम निश्चित तौर पर किराया वहन करने लायक रखेंगे, अगर यात्री हवाई टिकट के लिए कम पैसे दे रहे हैं तो वे बुलेट ट्रेन से क्यों सफर करेंगे? इसलिए हमें प्रतिस्पर्धात्मक होना होगा। अधिकारियों के अनुसार बुलेट ट्रेन में दो श्रेणियों - एक्जीक्यूटिव और इकोनॉमी - की सीटें होंगी और किराया राजधानी एक्सप्रेस के एसी 2-टियर किराये के बराबर होगा।
इकोनॉमी क्लास के लिए 3000-3300 रुपए के बीच
अभी दिल्ली से अहमदाबाद का राजधानी एक्सप्रेस का किराया फर्स्ट एसी के लिए 3695 रुपए है, जबकि सेकेंड एसी के लिए ये किराया 2260 रुपए है, इसमें डायनमिक फेयर नहीं जोड़ा गया है। अब अगर रेलमंत्री की मानें तो बुलेट ट्रेन का भी किराया इसी के आस पास हो सकता है। ये मान सकते हैं कि बुलेट ट्रेन का एक्जीक्यूटिव किराया 4 हजार रुपए और इकोनॉमी क्लास का किराया 3000 से 3300 रुपए के बीच हो सकता है।
14 सितंबर को रखेंगे आधारशिला
रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और बुलेट ट्रेन परियोजना के प्रभारी ने कहा कि ट्रेन शुरु करने की समयसीमा 2023 बनी रहेगी लेकिन रेलवे का 2022 के स्वतंत्रता दिवस समारोह को ध्यान में रखते हुए इसे शुरु करने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे 14 सितंबर को बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखेंगे।
वहन करने लायक होगा किराया
गोयल ने कहा, हम निश्चित तौर पर इसे किराया वहन करने लायक रखेंगे। अगर यात्री हवाई टिकट के लिए कम पैसे दे रहे हैं तो वे बुलेट ट्रेन से क्यों सफर करेंगे इसलिए हमें प्रतिस्पर्धात्मक होना होगा। अधिकारियों के अनुसार बुलेट ट्रेन में दो श्रेणियों - एक्जीक्यूटिव और इकोनॉमी - की सीटें होंगी तथा किराया राजधानी एक्सप्रेस के एसी 2-टियर किराये के बराबर होगा।
सेमी हाईस्पीड ट्रेन का ट्रायल भी होगा शुरु
बुलेट ट्रेन के अलावा भारत में सेमी हाईस्पीड ट्रेन का ट्रायल शुरु हो चुका है। इसमें टैल्गो ट्रेन, गतिमान एक्सप्रेस शामिल हैं। टैल्गो ट्रेन को स्पेन के साथ मिलकर चलाया जा रहा है जिसकी स्पीड 200-250 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी वहीं भारत की गतिमान एक्सप्रेस ट्रेन 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ रही है। गतिमान एक्सप्रेस का ट्रायल पूरा हो चुका है और ये ट्रेन दिल्ली से आगरा के बीच चल रही है जो ये पूरा सफर 100 मिनट में पूरा कर लेती है।
पहली बार बुलेट ट्रेन की परियोजना हो रही है शुरु
देश में पहली बार बुलेट ट्रेन परियोजना की शुरुआत हो रही है। केंद्र की मोदी सरकार जापान की मदद से देश में पहली बुलेट ट्रेन चलाने का मन बना चुकी है। इसके लिए जापान भी खुलकर भारत की मदद के लिए आगे आया है। जापान की टीम ने सर्वे, रेल लाइन, तकनीक और बुलेट ट्रेन से जुड़ी हर जरूरी चीजों में मदद का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे 14 सितंबर को बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखेंगे।