क्या 1000 रुपए का नोट बाजार में वापस ला रही मोदी सरकार?
कई बार मीडिया में खबरों को लेकर ऐसी रेस होने लगती है जिसमें हम वो खबरें भी लोगों तक पहुंचा देते हैं जिनका कोई आधार ही नहीं होता है। ऐसी खबरें सिर्फ और सिर्फ अनुमान के आधार पर ही बनता है। ऐसी ही एक खबर 1000 रुपए के नोट को लेकर आई। कहीं से ये अफवाह उड़ी कि 1000 रुपए का नोट जल्द ही बाजार में आने वाला है, और देखते ही देखते 1000 के नए नोटों की तमाम खबरें हर जगह दिखने लगीं।
DEA की तरफ से आया जवाब
मीडिया में जब ये खबरें वायरल हो गई हैं तो वित्त मंत्रालय की तरफ से 1000 रुपए के नोट को लेकर टिप्पणी आई। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को 1,000 रुपये का नोट फिर से लाने की संभावना को खारिज कर दिया। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट किया, 1,000 रुपये का नोट फिर लाने को कोई प्रस्ताव नहीं है। उनका यह बयान उन खबरों के बीच आया है कि सरकार 1,000 रुपये का नोट फिर ला सकती है।
गलत साबित हुई लोगों की सोच
कई लोगों को ऐसा लगा कि सरकार ने जैसे 200, 50, 2000, 500 रुपए के नोट जारी किए शायद उसी तरह से 1000 का नोट भी दोबारा जारी करे। पर लोगों की ये सोच गलत साबित हुई।
छोटी मुद्रा रहेगी चलन में
1000 के नोट न छापने के पीछे एक बड़ा कारण भी है। ये वही नोट हैं जिन्हें सरकार ने नोटबंदी के दौरान बंद किया था। साथ ही सरकार की मंशा है कि देश में बड़े नोटों को धीरे-धीरे चलन से बाहर किया जाए। विशेषज्ञों की राय है कि आने वाले वक्त में 2000 और 500 रुपए के नोट भी कम दिखेंगे और देश में सबसे बड़ी मुद्रा 200 रुपए की करेंसी नोट रह जाएगा। छोटे नोटों से काले धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
विकसित देशों की तर्ज पर हो रहा है काम
छोटे नोटों को बाजार में स्थापित करने की ये प्रक्रिया अमेरिका और यूरोप की तर्ज पर शुरु की जा सकती है। अमेरिका में 100 डॉलर सबसे बड़ी करेंसी है। ब्रिटेन में 50 पाउंड सबसे बड़ी करेंसी है। साथ ही इन देशों में डिजिटल क्रांति के कारण कैशलेस बाजार का चलन बहुत ज्यादा है। सरकार की मंशा है कि यूरोप और अमेरिका के तर्ज पर भारत में भी छोटे नोटों की करेंसी को ही रखा जाए और देश को कैशलेस इंडिया की तरफ बढ़ाया जाए।
10-20 के नोटों में दिख सकता है बदलाव
छोटे नोट में खासकर कि 10 और 20 रुपए की मुद्रा में भी जल्द ही बदलाव देखा जा सकता है। नए नोटों की तर्ज पर इन नोटों को भी नए बदलाव के साथ जारी किया जा सकता है। हालांकि इन नोटों को लेकर सरकार या फिर आरबीआई की तरफ से किसी तरह का कोई एलान नहीं किया गया है।