रुस ने किया भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश, निभाई दोस्ती
रुस और भारत की दोस्ती की दुनिया में यूं ही नहीं दुहाई दी जाती है। रूस ने भारत में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश किया है। रूस की सरकारी कंपनी रोसनेफ्ट ने 12.9 अबर डॉलर का निवेश किया है जिसे देश में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश माना जा रहा है। रूस की सरकारी कंपनी रोसनेफ्ट ने एस्सार ऑयल को 12.9 अरब डॉलर में खरीद लिया है। रूसी कंपनी ने इस डील के साथ ही एस्सार ऑयल की 45 फीसदी हिस्सेदारी भी खरीद ली है।
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान हुई थी डील
खबरों के मुताबिक ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये रुस का सबसे बड़ा विदेशी निवेश है। जानकारों के मुताबिक ये डील पहले भी हो जाती लेकिन एस्सार ऑयल कर्ज देने वाली कंपनी ने ये मांग रख दी कि पहले उससे लिया गया 45 हजार करोड़ का कर्ज चुकाया जाए जिसके बाद ही डील आगे बढ़ेगी। इस सौदे की घोषणा गोवा में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान 15 अक्टूबर के दिन की गई थी।
49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी
एस्सार ऑयल और रोसनेफ्ट के बीच हुआ ये सौदा देश में अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेश निवेश (FDI) है। इस डील में एस्सार ऑयल का गुजरात के वाडिनार स्थित ऑयल रिफाइनरी और उसके साथ जुड़े विद्युत संयंत्र, बंदरगाह और खुदरा कारोबार कर रहे 3500 से अधिक पेट्रोल पंप भी शामिल हैं। एस्सार की ऑयल रिफाइनरी 2 करोड़ टन वार्षिक पेट्रोलियम परिशोधन करती है। रोसनेफ्ट ने इस डील के साथ ही एस्सार ऑयल में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।
बैंको के कर्जों को चुकाएगी एस्सार
इस डील के बाद कंपनी के निदेशक प्रशांत रुईया कहा कि, एस्सार ऑयल ICICI, SBI, एक्सिस बैंक, आईडीबीआई और स्टैंडर्ड चार्टड बैंक के अलावा विभिन्न कर्ज दाताओं से लिए गए 70 हजार रुपए के कर्ज का भुगतान करेगी। इससे कंपनी पर कर्ज का बोझ करीब 60 फीसदी तक कम हो जाएगा।
देश में तेजी से बढ़ रहा है प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई 37 फीसदी बढ़कर 10.4 अरब डालर हो गया। औद्योगिकी नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून 2016-17 की अवधि में देश में एफडीआई 7.59 अरब डालर रहा था।