हड़ताल पर बैंककर्मी, मोदी सरकार से मांगा नोटबंदी का बोनस
हड़ताल पर गए सरकारी बैंको के कर्मचारी अब सरकार के सामने एक और मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। बैंक कर्मचारियों की डिमांड है कि उन्हें नोटबंदी कि दौरान किए गए ओवर टाइम के बोनस दिया जाए। वहीं सरकारी बैंको के कर्मचारी आज यानि कि मंगलवार को हड़ताल पर हैं।
मर्जर का विरोध
बैंक यूनियनों की मांग है कि केन्द्र सरकार द्वारा मर्जर की प्रक्रिया को रोका जाए और देशभर में बैंक कर्मियों को नोटबंदी के दौरान किए गए ओवरटाइम का भुगतान बतौर बोनस किया जाए।
प्रभावित रहेगी बैंकिंग
आपको बता दें कि, भारतीय बैंक संघ आईबीए पहले ही ग्राहकों को सूचित कर चुका है कि हड़ताल के समय शाखाओं में कामकाज प्रभावित हो सकता है। आईबीए ने बैंकों से प्रभाव को कम करने के लिये पहले से उपाय करने को कहा है। बैंक शाखाओं में जमा और निकासी, चैक समाशोधन, एनईएफटी तथा आरटीजीएस लेन-देन प्रभावित होगा।
निजी बैंकों में सुचारू रहेगा काम-काज
आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक तथा कोटक महिंद्रा बैंक जैसे निजी बैंकों में चेक क्लियरेंस में देरी को छोड़कर बाकी सारे काम-काज सामान्य हैं। यूएफबीयू (यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन) नौ यूनियनों का शीर्ष संगठन है, इसमें आल इंडिया बैंक आफिसर्स कान्फेडरेशन एआईबीओसी, आल इंडिया एंप्लायज एसोसिएशन एआईबीईए तथा नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स एनओबीडब्ल्यू शामिल हैं।
संसदीय सिफारिशों को लागू करने की अपील
बैंक एसोसिएशन की खास मांगों में बैंक चार्ज में हुए इजाफे की वापसी, एनपीए की सख्ती से वसूली नहीं करना, संसदीय समितियों की सिफारिशों को लागू करना, एफआरडीआई बिल वापस लेना, वहीं बड़े बकायेदारों को अपराधी घोषित करने के साथ ही GST का बोझ ग्राहकों पर नहीं डालने की मांग की गई है।