सहयोगी बैंकों के विलय के बाद SBI को मिला 3,105 करोड़ रुपये का लाभ
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में 3,105.35 करोड; रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। अपने अनुषंगी बैंकों तथा भारतीय महिला बैंक के विलय के बाद यह एसबीआई का पहला तिमाही नतीजा है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक ने 867.32 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
हालांकि, एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत घटा है क्योंकि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल- जून अवधि में बैंक का डूबा कर्ज बढ़ा है। एसबीआई ने कहा है कि अनुषंगियों के विलय की वजह से उसके पहली तिमाही के नतीजों की पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से तुलना नहीं की जा सकती।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि उसकी एकीकृत आय अप्रैल-जून तिमाही में 70,776.56 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक की कुल आय 69,414.82 करोड़ रुपये रही थी।
इस दौरान बैंक का एकल आधार पर गैर-निष्पादित राशि बढ़कर 9.97 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इससे पहले जून 2016 में यह अनुपात 6.94 प्रतिशत पर था। बैंक का शुद्ध एनपीए 5.97 प्रतिशत रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह 4.05 प्रतिशत पर था। एनपीए के लिये बैंक का एकल आधार पर प्रावधान दोगुना होकर 12,125.26 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में यह 6,339.56 करोड़ रुपये था। एकीकृत आधार पर एनपीए के समक्ष प्रावधान जून में समाप्त तिमाही के अंत में 12,227.60 करोड़ रुपये हो गया जो कि पिछले साल इसी अवधि में 11,353.57 करोड़ रुपये था।