अब आप भी कर सकेंगे नकली नोटों की पहचान
देश में फैले हुए कालाबाजारी के धंधे को खत्म करने के उद्देश्य से बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि रिजर्व बैंक ने हाल ही में एक एप लॉन्च किया है।
देश में फैले हुए कालाबाजारी के धंधे को खत्म करने के उद्देश्य से बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि रिजर्व बैंक ने हाल ही में एक एप लॉन्च किया है। इस एप के जरिए यूजर्स 500 और 2000 रुपऐ के नोट के फीचर्स देख पाएंगे। यूजर्स इस एप की मदद से असली और नकली नोट के बीच पहचान भी कर पाएंगे। इस एप को एंड्रॉयड यूजर्स प्ले स्टोर से और आईओएस यूजर्स एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
कैसे प्राप्त होगा यह एप
इस एप को प्राप्त करने के लिए आपके पास स्मार्ट फोन या फिर एंड्रॉइड फोन होना अनिवार्य है। तो अब आप अपने स्मार्ट फोन के गूगल प्ले स्टोर पर जाइए। वहां पर जाकर इसे सर्च कर सकते हैं। सर्च करने के बाद यह एप वहां पर दिखने लगेगा, जिसे आपको इंस्टाल करना होगा। इंस्टाल करने के बाद यह एप आपके फोन पर डाउनलोड हो जाएगा।
ऐसे करें उपयोग
इस एप को डाउनलोड कर आप जैसे ही इंस्टॉल करेंगे आपको इसमें तीन कैटेगरी देखने को मिलेंगी। पहली कैटेगरी टैक्स ऑन गुड्स की है, जिसमें जीरो से लेकर 28 प्रतिशत GST की लिस्ट दी गई है। दूसरी कैटेगरी में सर्विस टैक्स का रेट दिया गया है और तीसरे ऑप्शन में जानकारी को लेकर है जिस पर क्लिक करते ही जीएसटी वेबसाइट ओपन हो जाएगी और आपको वहां पर आपके सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
नकली नोटों से मिलेगी निजात
आरबीआई के इस एप के आने के बाद यूजर्स खुद से भी नकली और असली नोटों की पहचान कर सकेंगे। यह भी उम्मीद की जा रही है कि इस एप की ममद से जाली नोटों के आने में रोक लगेगी। साथ ही इस एप की मदद से किसी भी चीज पर लगने वाले जीएसटी की सही जानकारी भी मिल सकेगी।
इसलिए लॉन्च हुआ यह एप
आपको बता दें कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के डाटा के मुताबिक नोटबंदी के बाद 14 जुलाई तक 29 राज्यों में 157797 फेक इंडियन करंसी नोट्स, जिनकी फेस-वैल्यू 11.23 करोड़ रुपए है को बरामद किया गया था। कालाबाजारी के इस मार्केट को खत्म करने की उम्मीद से RBI ने यह एप लॉन्च किया है।