1 रुपए की टॉफी ने किया 300 करोड़ का बिजनेस
लोगों की जुबान को एक अलग स्वाद देने वाली ये टॉफी फरवरी 2015 में लॉन्च हुई थी। इस टॉफी का नाम पल्स है
1 रुपए की टॉफी और 300 करोड़ का बिजनेस, सुनने में ये जरूर अटपटा है लेकिन ये सच है। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक की फेवरेट ये टॉफी 2 साल में 300 करोड़ का बिजनेस कर चुकी है।
2015 में हुई थी लॉन्च
लोगों की जुबान को एक अलग स्वाद देने वाली ये टॉफी फरवरी 2015 में लॉन्च हुई थी। इस टॉफी का नाम पल्स है और इसे रजनीगंधा और कैच पानी बनाने वाली कंपनी डीएस यानि धर्मपाल और सत्यपाल ग्रुप ने लॉन्च किया था।
300 करोड़ का किया कारोबार
कपंनी ने कच्चे आम के स्वाद वाली टॉफी बहुत कम समय में ही लोकप्रियता हासिल कर ली। टॉफी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से ही लग सकता है कि उसने महज दो सालों में 300 करोड़ का कारोबार कर डाला।
स्वाद है अलग
पल्स ने अपने बेहद खास फ्लेवर की वजह से मार्केट पर कब्जा किया। 'कच्चा आम' फ्लेवर के साथ लॉन्च हुई इस हार्ड बॉइल्ड कैंडी ने अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों के दिलों पर कब्जा किया।
2100 करोड़ का है पूरा कारोबार
पल्स मार्केट के हिसाब से हार्ड बॉइल्ड कैंडी की श्रेणी में आता है जिसका पूरा मार्केट लगभग 2100 करोड़ रुपये का है और ये साल दर साल 23% के रेट से आगे बढ़ रहा है, जिसमें 50% शेयर सिर्फ मैंगो फ्लेवर कैंडी का है।
गुजरात में शुरु हुआ था ट्रायल
गुजरात रीजन से इसका ट्रायल शुरू किया गया और फिर लोगों की डिमांड पर इसे अन्य राज्यों में भी पहुंचाया गया। इस डिमांड को पूरा करने में डीएस ग्रुप के पुराने डिस्ट्रिब्यूटर्स की मदद ली गई।
विदेशों में भी है टॉफी का जलवा
भारत में बेहतरीन रिस्पॉन्स मिलने के बाद डीएस ग्रुप ने इस कैंडी को सिंगापुर, यूके और यूएस में भी बेचना शुरू किया। इतना ही नहीं, डीएस ग्रुप ने इस 'मसाला बम' फॉर्मूले को पेटेंट भी करा लिया।