पुराने नोटों का क्या करेगी सरकार ?
हिंदी गुडरिटर्न्स अपने पाठकों के लिए नया सेगमेंट शुरु कर रहा है, जिसके जरिए एक ही क्लिक में पाठकों को बिजनेस, पर्सनल फिनांस, शेयर बाजार और गोल्ड से जुड़ी तमाम खबरें पढ़ने को मिलेंगी।
हिंदी गुडरिटर्न्स अपने पाठकों के लिए नया सेगमेंट शुरु कर रहा है, जिसके जरिए एक ही क्लिक में पाठकों को बिजनेस, पर्सनल फिनांस, शेयर बाजार और गोल्ड से जुड़ी तमाम खबरें पढ़ने को मिलेंगी। पाठकों के व्यस्त समय को ध्यान में रखते हुए इन खबरों के प्रारूप छोटा और सटीक रखा गया है।
धैर्य रखें लोग-RBI
बैंकों में नोट बदलवाने और एटीएम से नकद निकासी के लिए लगी भारी भीड़ को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को धैर्य रखने की सलाह दी है। आरबीआई ने अपनी वेबसाइट पर दी गई सलाह में कहा कि छोटी करंसी के नोट पर्याप्त मात्रा में है। यह आरबीआई के दफ्तरों और बैंकों के एटीएम में उपलब्ध हैं, इनके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। आरबीआई ने लोगों से एक साथ बहुत रकम निकाल कर घर में न रखने की अपील की है।
नोटबंदी से बैंको में बढ़ा कैश
निजी सेक्टर के ऐक्सिस बैंक का कहना है कि मोदी सरकार की ओर से नोटबंदी किए जाने के बाद बैंकों में कैश में बड़ा इजाफा हुआ है। इसके चलते आने वाले महीनों में लोन की ब्याज दरों में कमी की उम्मीद है। बैंक के मुताबिक 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद किए जाने के चलते बड़े पैमाने पर लोगों ने कैश जमाया कराया है, इसके चलते वित्तीय संस्थाओं की आर्थिक सेहत सुधरी है।
मोदी सरकार का फैसला मास्टरस्ट्रोक-CII
कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने कहा है कि 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट बंद करने का मोदी सरकार का फैसला मास्टरस्ट्रोक है। इससे इलीगल इकॉनमी को तगड़ी चोट पहुंचेगी। CII ने यह भी कहा कि इसका इम्पैक्ट दिखने में कुछ समय लग सकता है। उद्योग संगठन का मानना है कि भले ही अभी पुराने नोट बैन होने से लोगों को कुछ दिक्कत हो रही है, लेकिन सरकार के इस कदम से पेमेंट्स के लिए फाइनैंशल टेक्नॉलजी का इस्तेमाल बढ़ेगा, जिससे आखिरकार इकॉनमी में कैश की अहमियत कम होगी।
कैश की कमी से बिजनेस में 70% की कमी
देश में 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद होने और रोजाना कैश निकालने की सीमा तय होने के बाद शॉपिंग मॉल्स और मार्केट्स में बिजनस घटकर आधा रह गया है। इसका सबसे ज्यादा असर राजधानी नई दिल्ली के और मुंबई के तमाम स्थानीय बाजारों पर हुआ है। इन बाजारों में अधिकतर ट्रांजैक्शंस कैश से होते हैं। इनमें ग्राहकों की संख्या 70 पर्सेंट तक घट गई है। इसके अलावा मॉल्स में भी फुटफॉल काफी कम हो गई है और कैश ट्रांजैक्शंस की संख्या में बड़ी गिरावट आई है।
पेटीएम, जियोमनी और एयरटेल मनी से बुक करिए रेलवे टिकट
बुकिंग काउंटर्स पर भीड़ को कम करने के लिए रेलवे अब पेटीएम, जियोमनी और एयरटेल मनी जैसे ई-वॉलेट्स के जरिए अनारक्षित टिकटों की सेल करने पर विचार कर रहा है। रेलवे के इस कदम के जरिए देश में पेपरलेस मोबाइल टिकटिंग का कल्चर तेजी से बढ़ते हैं। आमतौर पर रेलवे स्टेशनों में अब जनरल टिकटों की बुकिंग के लिए ही भीड़ होती है। ऐसे में रेलवे की इस पहल के चलते भीड़ से निजात मिल सकती है। रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'हम इस सेक्टर को ई-कॉमर्स के जरिए मजबूत करना चाहते हैं।'
नोटबंदी: बैंकों में जमा हुए 2 लाख करोड़ से ज्यादा रुपए
केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य ठहराए जाने के बाद से अब तक देश के बैंकों में 2 ट्रिलियन यानी करीब 2,02,670 करोड़ रुपए रुपए जमा किए जा चुके हैं। नोटबंदी के बाद से देश भऱ में लोग लाइनों में लगकर नोट बदलवा रहे हैं और पुराने नोटों को जमा कर रहे हैं। नोटबंदी के फैसले से देश में सर्कुलेट हो रही 86 पर्सेंट करंसी (1000 और 500 के नोट ) बेकार साबित हुई है, जबकि अब लोगों को बाकी बची 14 पर्सेंट करंसी में ही लेनदेन करना पड़ा रहा है।
500 के 50 लाख नोट की पहली खेप RBI के पास पहुंची
देश भर में नए नोटों के लिए परेशान लोगों के लिए यह राहत भरी खबर हो सकती है। नासिक स्थित करंसी नोट प्रेस ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को 500 के 50 लाख नए नोटों की पहली खेप सौंप दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया, 'करंसी नोट प्रेस ने पहले ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को 50 लाख 500 के नोट पहले ही भेज दिए हैं। इसके अलावा बुधवार तक 50 लाख नोटों की दूसरी खेप भी भेजी जा रही है।'
पुराने नोटों का क्या करेंगे?
केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य करार दे दिया गया है। इसके बाद से देश भर के बैंकों, सरकारी संस्थानों और रेलवे स्टेशनों में बड़े पैमाने पर लोग पुराने नोट जमा करा रहे हैं। इस बीच आम लोगों के जेहन में अकसर यह सवाल आता है कि प्रचलन से बाहर हो चुके इन नोटों का सरकार क्या करेगी? आरबीआई के मुताबिक वह इन नोटों को खत्म करने की तैयारी में जुटा है। केंद्रीय बैंक के एक अधिकारी ने कहा, 'हम पूरी तरह से तैयार हैं।' उन्होंने कहा कि इन पुराने नोटों की श्रेडिंग (चूर-चूर करना) की जाएगी।
जन-धन योजना खातों पर सरकार की नजर
केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य ठहराए जाने के बाद जनधन योजना के खातों में अचानक जमा हुई राशि की सरकार निगरानी कर रही है। 8 नवंबर को पीएम मोदी की ओर से नोटों को बंद किए जाने के ऐलान के बाद बैंक खुलते ही इन खातों में बड़े पैमाने पर राशि जमा होने का मामला सामने आया है। इससे पहले जनधन के अधिकांश खातों में जीरो बैलेंस था। पुराने नोटों को बंद करने के बाद सिर्फ दो दिन में ही बैंकिंग सिस्टम में दो लाख करोड़ रुपए की नकदी आई है।
अगली कार्रवाई बेनामी संपत्ति रखने वालों पर- पीएम मोदी
500 और 1000 के नोट के बाजार से वापस लिए जाने से लोगों को हो रही दिक्कतों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 50 दिन का वक्त मांगा है। पीएम ने कहा है कि लोगों को दिक्कत होगी लेकिन उसके बाद वे उन्हें उनके सपनों का भारत देंगे। मोदी ने कहा कि सरकार का कालेधन के खिलाफ यह पहला वार है। अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। पीएम ने अगले चरण में बेनामी संपत्ति वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। मोदी के मुताबिक, 'जिनके पास भी बेनामी संपत्ति है, हम उसपर हमला बोलने वाले हैं। '