ये हैं देश के टॉप -10 युवा अरबपति
जब भी हम देश की अर्थव्यवस्था के बारे में चर्चा करते हैं उस वक्त उद्योगपतियों और बड़े व्यवसायियों का जिक्र जरुर होता है। वर्तमान समय में देश में नए उद्योंगो और नए उद्योगपतियों को लेकर एक बूम आया है।
नए उद्योगपति युवा हैं, ऊर्जा से भरे हुए हैं, उनके पास नए विचार हैं और वह दूसरों के नए विचारों का स्वागत भी करते हैं। हम आपको आज देश के टॉप 10 युवा उद्योगपतियों के बारे में बताएंगे जो अपनी औद्योगिक विरासत को नए नजरिए से आगे बढ़ा रहे हैं।
आकाश और ईशा अंबानी
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार मुकेश अंबनी के जुड़ुआ बच्चों आकाश और ईशा का नाम इस लिस्ट में पहले नंबर पर आता है। ईशा और आकाश अंबानी जुड़ुआ भाई-बहन हैं। दोनों ही अब अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए 42 अरब डॉलर की कंपनी रिलायंस के एनर्जी से लेकर रिफाइनरी और कंज्यूमर फेसिंग बिजनेस को संभालने की तैयारी में हैं। फिलहाल दोनो कंपनी के इंफोकॉम और रिटेल बाजार को संभाल रहे हैं।
कवीन भारती मित्तल
कवीन भारती मित्तल भारत की अग्रणी मोबाइल सर्विस के व्यवसायी और जाने-माने उद्योगपति सुनील भारती मित्तल के बेटे हैं। सुनील भी अपने पिता के ही नक्शे-कदम पर आगे बढ़ रहे हैं। सुनील ने लंदन के इंपीरियल कॉलेज मास्टर इंन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने 2009 में अपनी मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की। कवीन ने दिसंबर 2012 में हाइक मैसेंजर की शुरुआत की थी। जनवरी 2016 में हाइक के यूज करने वालों की संख्या दस करोड़ को पार कर गई। कवीन भारती मित्तल अपने खाली वक्त में कार रेसिंग और प्लेन उड़ाना पसंद है।
आलोक सांघवी
आलोक सांघवी भारत के जाने-माने उद्योगपति दिलीप सांघवी के बेटे हैं और वो लो प्रोफाइल रहना पसंद है। यही कारण है कि वह मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं। उन्होंने मॉलिक्यूलर बॉयोलॉजी में मिशिगन यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है। आलोक एक युवा उद्यमी हैं और उन्होंने हाल ही में पीवी पॉवरटेक प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की है। उनकी इस कंपनी ने यूरोप से लेकर एशिया और अफ्रीका तक सोलर पैनल लगाने का काम किया है।
रोशनी नाडर
रोशनी नाडर भारत के सबसे अमीर उद्यमी शिव नाडर की बेटी हैं। शिव नाडर HCL के संस्थापक हैं। शिव नाडर की बेटी रोशनी नाडर HCL कार्पोरेशन की CEO हैं। रोशनी शास्त्रीय गायन में निपुण हैं। उनकी शादी 2009 में शिखर मल्होत्रा के साथ हुई।
आदित्य मित्तल
दुनिया में स्टील किंग के नाम से फेसम लक्ष्मी मित्तल के बेटे आदित्य मित्तल भी किसी से कम नहीं हैं। आदित्य ने अर्थशास्त्र के साथ पेनिसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के वॉर्थन स्कूल से नीति प्रबंधन और कॉर्पोरेट वित्त में स्नातक की डिग्री हासिल की है। अपने पिता की कंपनी से जुड़ने से पहले आदित्य ने अमेरिका के बोस्टन स्थित एक निवेश बैंक क्रेडिट सुईस फर्स्ट बोस्टन के विलय और अधिग्रहण विभाग में कार्यरत थे। अब वह आर्सेलर मित्तल कंपनी में बतौर चीफ फाइनेंशियल अधिकारी कार्य कर रहे हैं।
आशनी बियानी
आशनी बियानी फ्यूचर ग्रुप के मालिक किशोर बियान की बड़ी बेटी हैं। आशनी ने न्यूयॉर्क के पार्सन्स स्कूल ऑफ डिजाइन से डिजाइनिंग में डिग्री ली है। बिग बाजार में बड़े बदलाव के पीछ आशनी का ही नजरिया माना जाता है। आशनी 22 साल की उम्र में ही कंपनी से जुड़ गईं। आशनी वर्तमान में कंपनी की क्रिएटिव हेड हैं।
रिशाद प्रेमजी
रिशाद प्रेमजी दुनिया की जानी मानी कंपनी विप्रो के मुख्य रणनीति अधिकारी और बोर्ड मेंबर हैं। रिशाद जाने-माने उद्योगपति अजीम प्रेम जी के बेटे हैं और उन्हें भविष्य में कंपनी के सीईओ के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि रिशाद के पिता अजीम प्रेमजी ने पहले ही ये ऐलान कर दिया है कि उनका बेटा कंपनी का सीईओ नहीं बनेगी। रिशाद ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक किया है साथ ही लंदन स्थित बेन एंड कंपनी में भी काम कर चुके हैं।
रोहन मूर्ति
रोहन मूर्ति देश के दिग्गज आईटी उद्यमी एन.आर. नारायण मूर्ति के बेटे हैं। रोहन मूर्ति ने हार्वर्ड विश्विद्यालय से कंप्यूटर सांइस में पीएचडी की है। जुलाई 2013 में रोहन ने अपने पिता की कंपनी इंन्फोसिस में बतौर एग्जिक्यूटिव असिस्टेंट कार्यभार संभाला। इंन्फोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति ने जब अपनी कंपनी को अलविदा कहा तो उसके कुछ वक्त बाद ही रोहन ने भी कंपनी छोड़ दी।
अनन्याश्री बिड़ला
देश के बड़े उद्योगपतियों में शुमार कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी अनन्याश्री बिड़ला भी इस फेहरिस्त में शामिल हैं। अनन्याश्री स्व उद्यमी हैं उन्होंने स्वतंत्र माइक्रोफिन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना की है। ये कंपनी एक माइक्रो फिनांस कंपनी है जो देश में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने कि लिए जान जाती है। यह कंपनी नए स्टार्टप और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देती है।
आनंद पिरामल
आनंद पीरामल देश के बड़े व्यवसाई अजय पीरामल के बेटे हैं। अजय पीरामल, स्वास्थ्य सुविधा, ग्लास मेकिंग और फंड मैनेजमेंट जैसे बिजनेस करते हैं लेकिन उनके बेटे आंनद को इसमें कम ही दिलचस्पी है। उन्होंने अपने पिता से अलग रिएल्टी सेक्टर में शरुआत की। आनंद पीरामल ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वह अपने माता-पिता के साथ शुरुआत से ही श्रीमद्भगवद् गीता को सुनते आ रहे हैं। उनका उद्देश्य एक ऐसा व्यापास समूह स्थापित करने का है जो स्वयं के साथ-साथ समाज के लिए भी लाभकारी हो। उन्होंने इसी उद्देश्य से एक स्कीम भी लॉन्च की है जिसमें कंपनी का प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद भी ग्राहक को घर पसंद नहीं आता है तो वह कंपनी को वापस घर बेट सकते हैं।