2 और IPO आने को तैयार, SEBI ने दी मंजूरी, बन सकता है पैसा
Avalon Technologies & Udayshivakumar Infra IPO : आईपीओ में कमाई की उम्मीद काफी अधिक रहती है। इसीलिए शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोग आईपीओ की तलाश में रहते हैं। पर किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने से पहले मार्केट रेगुलेटर सेबी की मंजूरी लेनी जरूरी होती है। उसके बाद ही कोई कंपनी कैपिटल मार्केट में अपना आईपीओ ला सकती है। अब सेबी ने दो कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दी है। इनमें इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरंग सर्विसेज प्रोवाइडर एवलॉन टेक्नोलॉजीज और कंस्ट्रक्शन फर्म उदयशिवकुमार इंफ्रा शामिल हैं, जिन्हें आईपीओ के जरिए पैसा जुटाने के लिए सेबी ने प्रोसीड करने की मंजूरी दी है।
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पिछले साल किया था आवेदन
इन दोनों कंपनियों ने अगस्त और सितंबर 2022 के दौरान सेबी के पास अपने आईपीओ के लिए डॉक्यूमेंट्स दाखिल किए थे। अब इन दोनों कंपनियों को 16 जनवरी को सेबी ने ऑब्जर्वेशन लेटर दिए हैं। इस लेटर के बाद कंपनी आईपीओ के लिए प्रोसीड कर सकती है। सेबी की भाषा के तहत ऑब्जर्वेशन इनिशियल शेयर-सेल शुरू करने के लिए आगे बढ़ने के लिए इस्तेमाल होता है।
एवलॉन टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का साइज
ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार एवलॉन टेक्नोलॉजीज के आईपीओ में 400 करोड़ रुपये तक के नये इक्विटी शेयर जारी किए जा सकते हैं, जबकि प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों की तरफ से 625 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) शामिल होगा। कंपनी का प्लान प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिए 80 करोड़ रुपये जुटाने का भी है। अगर प्री-आईपीओ प्लेसमेंट लाया जाता है तो नए इश्यू का साइज कम हो जाएगा।
जानिए कंपनी की डिटेल
पहले जानिए कि नए इश्यू से प्राप्त होने वाले पैसा का उपयोग कंपनी किस लिए करेगी। आईपीओ के जरिए जुटाए गये पैसे का इस्तेमाल लोन चुकाने, वर्किंग कैपिटल जरूरतों की फाइनेंसिंग और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। 1999 में शुरू की गयी एवलॉन एक एंड-टू-एंड इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशन प्रोवाइडर है और क्योसन इंडिया, ज़ोनर सिस्टम्स इंक, कॉलिन्स एयरोस्पेस, ई-इन्फोचिप्स, द यूएस मालाबार कंपनी, मेगिट (सिक्योरप्लेन टेक्नोलॉजीज इंक) और सिस्टेक कॉर्पोरेशन इसके प्रमुख क्लाइंट्स हैं।
उदयशिवकुमार इंफ्रा के आईपीओ का साइज
ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक उदयशिवकुमार इंफ्रा के आईपीओ में 60 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का नया इश्यू शामिल होगा। आईपीओ इश्यू से जो पैसा कंपनी को मिलेगा, उसका इस्तेमाल इंक्रीमेंटल वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। उदयशिवकुमार इंफ्रा सड़कों के निर्माण के कारोबार में लगी हुई है। यह सरकारी विभागों सहित कर्नाटक में सड़कों, पुलों, नहरों और औद्योगिक क्षेत्र कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए बोली लगाती है। बता दें कि इन दोनों कंपनियों के शेयर बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर लिस्ट किए जाएंगे।
जानिए आईपीओ क्यों है जरूरी
जब कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होना चाहती है तो पहली बार अपने शेयर्स को लोगों को ऑफर करने के लिए आईपीओ लाती है। ये पहली बार होता है जब कंपनी पब्लिक को अपने शेयर बेचती है ताकि वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। जब किसी कंपनी को पैसों की जरूरत होती है तो वह आईपीओ लाने का ऑप्शन चुन सकती है।