MSME में आ सकता है विदेशी निवेश, जानिए सरकार का प्लान
नयी दिल्ली। एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) सेक्टर के लिए एक और अच्छी खबर आई है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री (एमएसएमई) नितिन गडकरी ने अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों से एमएसएमई क्षेत्र में निवेश करने को कहा है। उन्होंने एक कार्यकक्रम को संबोधित करते हुए ये बात कही है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार रोजगार के मौके प्रदान करने के लिए गांव, कृषि और आदिवासी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि आने वाले सालों में एमएसएमई सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगा। गडकरी के अनुसार इंफ्रा और इंश्योरेंस सेक्टर में निवेश को खोल दिया गया है। बीमा, पेंशन और शेयर अर्थव्यवस्थाओं में बड़े अवसर हैं।
दो सेक्टर हैं ग्रोथ के इंजन
एमएसएमई मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए क बयान के मुताबिक ऑटोमोबाइल और एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था के दो ग्रोथ इंजन हैं। उन्होंने इंडो-ऑस्ट्रेलियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड वुमन इनोवेटर ऑन ट्रेड इनवेस्टमेंट नाम से हुए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुआ कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया पहले से ही सड़क सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से सड़कों के लिए बेहतर डिजाइन और जनता के लिए जागरूकता के अवसर प्रदान किए हैं।
5 करोड़ नौकरियां आएंगी
इससे पहले एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा था कि एमएसएमई सेक्टर में 5 करोड़ नौकरियां आएंगी। उन्होंने कहा था कि सरकार का लक्ष्य एमएसएमई सेक्टर में 5 करोड़ नौकरियां जनरेट करने का है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई के योगदान को लगभग 30 फीसदी से बढ़ा कर 50 फीसदी और निर्यात में 49 फीसदी से बढ़ा कर 60 फीसदी करने से नई नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने कहा था कि 5 साल में एमएसएमई सेक्टर में नई 5 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। इस समय ये सेक्टर 11 करोड़ लोगों को रोजगार देता है।
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