Business Idea : सर्दियों के सीजन में ये सब्जियां बना सकती हैं मालामाल, जानिए नाम

Business Idea : बाजार में कई सारी ऐसी सब्जियां है। जो साल भर ही उपलब्ध होती है। लेकिन कुछ सब्जियों का सीजन होता है। वैसे सर्दियों के सीजन में बाकी सीजन के मुकाबले कई तरह की सब्जियों की वैरायटी होती हैं। इस सीजन में लोग काफी ज्यादा खाने में ध्यान देते है। यही वजह है। कि इस सीजन में सब्जियों की मांग भी काफी अधिक होती है। आज हम आपको कुछ सब्जियों के बारे में बताने जा रहे है। जिसकी खेती अगर आप इस सीजन में करते है, तो फिर इसको मदद से बेहतर कमाई कर सकते है, तो फिर चलिए जानते है इसके बारे में सारी डिटेल।
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पालक की खेती
पालक ठंड के सीजन में उगाई जाने वाली फसल है। लेकिन अगर उपयुक्त वातावरण को तैयार किया जाएं, तो इसकी खेती को किसी भी सीजन में की जा सकती है। पालक की पैदावार ठंड के सीजन बाकी सीजन के मुकाबले काफी अधिक होती है। ठंड के सीजन में पालक की मांग काफी अधिक होती है। ऐसे में आप इसकी खेती से एक बढ़िया मुनाफा हो सकता है।

सरसो की खेती
अगर आप सरसो की खेती करते है, तो फिर आपको दो मुनाफे एक साथ मिलते है। इसकी फसल जब पूरी पक जाती है। तब आप इस फसल को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते है। इसके साथ ही सर्दी में साग के लिए सरसो के पत्तो की मांग भी बाजार में काफी अधिक होती है। जिससे आप सरसो के पत्ते को बेचकर भी अच्छे पैसे कमा सकते है। सरसो की अधिकतर पैदावार वाली कई फसले है। जिसमें क्रांत, माया, वरुणा आदि प्रमुख है।

बैंगन की खेती
बैंगन के पौधे को पोधशाला में तैयार किए जाते है। पौधे तैयार होने के बाद धान की तरह उसकी रोपाई की जाती है। मार्केट में इसके पोधे आसानी से मिल जाते है साथ ही घर पर भी आप इसके पौधे को तैयार कर सकते है। लेकिन अगर आपको तैयार करना है, तो फिर आपको पहले से तैयारी करना पड़ेगा। इसके पौधे को 4 से 5 हफ्ते के होने के बाद खेत में लगाया जाता है साथ ही जब इसकी रोपाई की जाती है उस वक्त इसकी दूरी का भी ध्यान रखा जाता हैं। जब आप बैंगन के पौधे लगाते है, तो फिर इसके बीच 1 से 1.5 फिट की दूरी का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है अगर आप बैंगन को एक कतार में लगाते है, तो फिर इसको तोड़ने में आसानी रहती है। इसके लिए इसका ध्यान रखना भी बहुत जरूरी होता है। इसकी कई सारी उन्नत होती है जैसे पर्पल पर्पल लौंग, पूसा पर्पल क्लस्टर, पूजा क्रांति, मुक्तकेशी अन्नामलाई, बनारस जैट आदि।