कोरोना संकट : भारत के ये टॉप बिजनेसमैन नहीं लेंगे पूरे साल सैलरी
कोरोना की वजह से देश की अर्थव्यवस्था दशकों पीछे चली गई है। जीडीपी ग्रोथ में भी गिरावट देखने को मिल रही है। इसके साथ ही बड़ी-बड़ी कंपनियां खर्च कम करने के तरीके ढूंढ रही है।
नई दिल्ली: कोरोना की वजह से देश की अर्थव्यवस्था दशकों पीछे चली गई है। जीडीपी ग्रोथ में भी गिरावट देखने को मिल रही है। इसके साथ ही बड़ी-बड़ी कंपनियां खर्च कम करने के तरीके ढूंढ रही है। कोरोना वायरस महामारी से भारत को बचाने के लिए देश के कई बड़े औद्योगिक घरानों के मुखियाओं ने अपनी सैलरी में कटौती करने का फैसला लिया है ताकि इस मुश्किल घड़ी में लागत को कम करके घाटे की भरपाई की जा सके।
लॉकडाउन से कारोबारियों गतिविधियों पर कहर बरपा है और इसके चलते देश की अर्थव्यवस्था को करारा झटका लगा है। तो चलिए जानते हैं कि किन दिग्गज बिजनेसमैन ने अपनी सैलरी का किया कितना त्याग और सैलरी में कटौती की है। जानकारी दें कि इस लिस्ट में मुकेश अंबानी, उदय कोटक से लेकर आनंद महिंद्रा तक के नाम शामिल हैं।
मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कोरोनावायरस महामारी के खत्म हो जाने तक कोई सैलरी न लेने का फैसला किया है। अंबानी की सैलरी सालाना 15 करोड़ रुपये है, जिसमें साल 2008-09 के बाद से कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। बता दें कि कंपनी ने एक बयान में कहा, कोविड-19 के प्रभाव के समाप्त होने तक सैलरी न लेने के मुकेश अंबानी के प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। भारत में कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर, जिसने राष्ट्र के सामाजिक, आर्थिक व औद्योगिक क्षेत्र को प्रभावित किया है, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने अपनी तनख्वाह न लेने का फैसला लिया है। इसमें यह भी कहा गया है कि उन्होंने तब तक सैलरी न लेने का निश्चय किया है, जब तक उनकी कंपनी और इसके सारे बिजनेस सम्पूर्ण तरीके से अपनी कमाई करने की क्षमता को दोबारा हासिल नहीं कर लेते।
उदय कोटक
उदय कोटक सिर्फ 1 रुपये सैलरी लेंगे। देश के दिग्गज प्राइवेट बैंक कोटक महिंद्रा ने कर्मचारियों की सैलरी में 15 फीसदी की कटौती का फैसला लिया है। इसके अलावा बैंक के सीईओ उदय कोटक ने एक साल तक सिर्फ 2 रुपया महीना सैलरी के तौर पर लेने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि उदय ने फैसला मुकेश से भी पहले किया था ।
विजय शेखर शर्मा
विजय शेखर शर्मा दो महीने सैलरी नहीं लेंगे। ऑनलाइन पेमेंट कंपनी पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने दो महीने तक कोई सैलरी न लेने का फैसला लिया है। वहीं कंपनी ने खर्च में कुल 20 फीसदी की कटौती का फैसला लिया है।
आनंद महिंद्रा
वहीं दिग्गज ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कोरोना वायरस महामारी के संकट से कंपनी को बचाने के लिए 100 फीसदी सैलरी कट का फैसला लिया है।
रितेश अग्रवाल
इन सब के बीच रितेश अग्रवाल ने भी किया बड़ा त्याग किया है। होटल कंपनी ओयो रूम्स के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने पूरे साल कोई सैलरी न लेने का फैसला लिया है ताकि संकट में कंपनी को दोबारा खड़ा किया जा सके और लागत को कम से कम रखा जाए।
स्पाइसजेट घंटों के हिसाब से करेंगी पेमेंट
हाल ही में विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने अपने पायलटों को को सूचना दी कि अप्रैल और मई के लिए उन्हें कोई वेतन नहीं मिलेगा। वहीं मालवाहक विमानों का परिचालन कर रहे पायलटों को उड़ान के घंटों के आधार पर भुगतान किया जाएगा। कंपनी के मुख्य विमान परिचालन अधिकारी गुरचरण अरोरा ने पायलटों को ईमेल करके यह जानकारी दी। इसकी जानकारी कंपनी के चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने सभी पायलटों को आज सुबह ईमेल के जरिए दी है।
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