Business Idea : कम बजट में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी 1 लाख रु तक की कमाई
अगर आप भी कम पैसे में कोई काम शुरू करना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। जी हां आप अपना कोई काम शुरू करने का सपना देख रहे हैं और कारोबारी बनने के के आपके सपने को मोटी लागत पूरा नहीं होने दे रही है।
नई दिल्ली: अगर आप भी कम पैसे में कोई काम शुरू करना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। जी हां आप अपना कोई काम शुरू करने का सपना देख रहे हैं और कारोबारी बनने के के आपके सपने को मोटी लागत पूरा नहीं होने दे रही है। तो आपको बताएंगे कि कैसे कम लागत में ही आप लाखों की कमाई कर सकते है। अच्छी बात तो ये है कि इसे आपको रेगुलर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा होगा। You Tube के जरिए करें मोटी कमाई, जानिए कैसे करें शुरुआत
लाखों रुपये महीने कमाने का मौका
रेगुलर कमाई के लिए हम बात कर रहें है टोफू यानी सोया पनीर का प्लांट का बिजनेस, जो कि कमाई के लिए अच्छा जरिया बन सकता है। टोफू के इस बिजनेस में थोड़ी सी मेहनत और समझदारी से आप खुद को एक ब्रांड के रूप में भी स्थापित कर सकते हैं। बता दें कि इसमें लगभग 3 से 4 लाख रुपये के इन्वेस्टमेंट से कुछ महीनों में ही आप हजारों नहीं बल्कि लाखों रुपये महीने कमा सकते हैं।
छोटी निवेश में शुरु करें बिजनेस
अब आप भी शहर में बहुत ही कम लागात में अपना डेरी प्लांट खोल सकते हैं। टोफू बिजनेस को शुरू करने में आपको 3 से 4 लाख रुपये का खर्च आएगा। टोफू बनाने के लिए शुरू में 3 लाख रुपये निवेश करना होगा। वहीं शुरुआती निवेश में बॉयलर, जार, सेपरेटर, छोटा फ्रीजर आदि सामान 2 लाख रुपये में आ जाएगा। इसके साथ ही 1 लाख रुपये में आपको सोयाबीन की खरीद करनी होगी। वहीं टोफू बनाने वाले कुछ एक्सपर्ट की भी जरुरत आपको होगी।
बाजार में खूब मांग
आजकल सोया दूध और सोया पनीर की बाजार में खूब मांग है। सोया दूध और पनीर सोयाबीन से तैयार किया जाता है। सोया दूध की पौष्टिकता और स्वाद गाय-भैंस के दूध जैसा नहीं होता, मगर सेहत के लिए अच्छा माना जाता है और खासकर मरीजों के लिए यह दूध बहुत ही मुफीद बताया जाता है। सोयाबीन के पनीर को टोफू कहा जाता है।
ऐसे बनाएं सोया पनीर, काफी आसान है प्रक्रिया
जानकारी दें कि टोफू बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। टोफू बनाने की प्रक्रिया में पहले सोयाबीन को पीसकर 1:7 के अनुपात में पानी के साथ मिलाकर उबाला जाता है। बॉयलर और ग्राइंडर में 1 घंटे की प्रक्रिया के पूरा होने के बाद आपको 4-5 लीटर दूध मिल जाता है। इस प्रक्रिया के बाद दूध को सेपरेटर में डालते हैं जहां दूध दही जैसा हो जाता है। इसके बाद उससे बचा हुआ पानी निकाला जाता है। करीब 1 घंटे की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको ढाई से तीन किलो टोफू (सोया पनीर) मिल जाता है। मान लीजिए कि अगर आप रोजाना 30-35 किलोग्राम टोफू बनाने में सफल हो जाते हैं तो आपको 1 लाख रुपये महीने की कमाई होने की पूरी संभावना है।
महीने में हो सकती हैं 1 लाख की कमाई
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टोफू का बाजार में प्राइस 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम। ऐसे में आपको 1 किलोग्राम सोयाबीन से पूरी प्रक्रिया के बाद लगभग 2.5 किलोग्राम पनीर मिलता है तो जो कि करीब 500 रुपये का होता है। इस तरह आप अगर एक दिन में 10 किलोग्राम पनीर भी बनाते हैं तो इसका बाजार में भाव लगभग 2 हजार रुपए होता है। ऐसे में यदि लेबर, बिजली, आदि के खर्च को अगर 50 फीसदी भी मानते हैं तो आपको इस हिसाब से 30 हजार रुपए की नेट बचत होती है। प्रतिदिन आप अगर 30 से 35 किलोग्राम टोफू बनाकर बाजार में बेचने में कामयाब हो जाते हैं तो आप आराम से 1 लाख रुपये महीना कमा सकते हैं।
आसानी से सभी जिलों में मिलता है लोन
तोफू के प्रोजेक्ट के लिए यदि आपके पास पूंजी नहीं है तो हर छोटे मंझोले उद्योग की जैसे ही आपको इसके लिए भी लोन मिल सकता है। इसके लिए आपको अपने प्रोजेक्ट को जिला उद्योग कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा। इसके बाद मुनाफे और लागत का आंकलन करके आपको सब्सिडी वाला लोन मिल जाता है। इसके लिए समय-समय पर केंद्र और राज्य सरकारों के एसएमई प्रोजेक्ट़स के लिए बिना ब्याज या कम ब्याज वाले लोन में भी शामिल किया जाता है।
हर प्रोडक्ट आता है काम
तोफू बनाने में आपके पास बाय प्रोडक्ट के रूप में खली बचती है। बता दें कि इससे भी कई प्रोडक्ट तैयार होते हैं। इस खली का इस्तेमाल बिस्कुट बनाने में भी होता है। इसके बाद जो प्रोडक्ट बनता है उससे बरी तैयार होती। इस बरी को खाने में इस्तेमाल किया जाता है। यह भी प्रोटीन का एक रिच सोर्स माना जाता है।
सोया मिल्क प्लांट शुरु करने के लिए सरकार करती आर्थिक मदद
दूसरी तरफ अगर आप सोया मिल्क प्लांट शुरू करते है तो इसके लिए थोड़ी बहुत जगह और एक मशीन की जरूरत होती है। इस मशीन को कोई भी व्यक्ति थोड़ी सी ट्रेनिंग लेने के बाद आसानी से ऑपरेट कर सकता है। खास बात ये है कि अब सोया प्लांट के लिए सरकार द्वारा भी आर्थिक मदद दी जा रही है। नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन ने इस साल अपने कार्यक्रम में सोया मिल्क प्लांट को भी शामिल किया है। एनएसआईसी इस प्रोग्राम के जरिए नौजवानों को सोयाबीन से दूध बनाने और उसकी मार्केटिंग की ट्रेनिंग देगी। इसके साथ ही सरकार द्वारा 90 फीसदी तक लोन भी दिया जाएगा। लोन के लिए आपको प्रधानमंत्री इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम में आवेदन करना होगा।
कैसे बनता है सोया दूध
सोयाबीन से दूध बनाने के लिए सबसे पहले सोयाबीन को 5-6 घंटे तक गर्म पानी में भिगो कर रखना होता है। इसके बाद सोयाबीन को गर्म पानी से निकालकर 10-12 घंटे के लिए ठंडे तापमान पर रखा जाता है। इसके बाद सोयाबीन को कुकिंग मशीन में रखकर तेज गर्म किया जाता है और वहां से दूध निकलता है। इस दूध को पैक करके बाजार में बेचा जा सकता है।
मटर की खेती से कर सकते लाखों की कमाई