SBI ने जारी की अलर्ट : EMI टालने के लिए नहीं है OTP शेयर करने की जरूरत
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट जारी की है।
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट जारी की है। कोरोना वायरस के चलते देश में लागू लॉकडाउन में बैंक के ऋणधारकों को राहत देने के लिए ने तीन माह की ईएमआई स्थगित करने का विकल्प दिया है। इस विकल्प को एसबीआई, एचडीएफसी बैंक समेत कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को उपलब्ध करा दिया है। इस विकल्प में ग्राहक अभी मार्च, अप्रैल और मई माह की अपनी ईएमआई चाहें तो होल्ड कर सकते हैं। इसी ईएमआई स्थगन विकल्प को लेकर एसबीआई ने ग्राहकों को चेतावनी जारी की है।
ओटीपी शेयर करने की जरूरत नहीं
बता दें कि बैंक ने ट्वीट कर कहा है कि साइबर जालसाज लोगों को ठगने के लिए नए तरीके ढूंढ लेते हैं। मौजूदा दौर में एक नई तरह का साइबरक्राइम शुरू हुआ है। जालसाज लोगों को फोन कर कहते हैं कि आपके लोन की ईएमआई रोकने के लिए आपके पास एक ओटीपी भेजा जा रहा है। इस ओटीपी को शेयर कर ईएमआई होल्ड हो जाएगी। जैसे ही ग्राहक इस झांसे में आकर ओटीपी देता है, उसके बैंक खाते की धनराशि तुरंत साफ हो जाती है। एसबीआई ने स्पष्ट किया है कि लोन ईएमआई होल्ड करने के लिए ओटीपी शेयर करने की जरूरत नहीं है। इसलिए ऐसे किसी भी फोन कॉल पर अपना ओटीपी शेयर न करें। सावधान रहकर ही साइब्रर अपराधियों को हराया जा सकता है।
जानिए कैसे रोक सकते हैं ईएमआई
एसबीआई के मुताबिक, जो ग्राहक अपने लोन की ईएमआई होल्ड करना चाहते हैं, उन्हें बैंक को इस बारे में एप्लीकेशन देनी होगी। ऐसा बैंक को ईमेल करके किया जा सकता है। जो लोग ईमेल नहीं कर सकते, वे एप्लीकेशन लिखकर होम ब्रांच में जमा कर सकते हैं। एप्लीकेशन फॉर्मेट और एसबीआई की ईमेल आईडी के बारे में डिटेल https://bank.sbi/stopemi पर उपलब्ध हैं। वहीं 3 महीने के लिए ईएमआई होल्ड करने पर लोन चुकाने की वास्तविक अवधि में अतिरिक्त तीन महीने जुड़ जाएंगे। हालांकि ईएमआई स्थगन के इन तीन महीनों की अवधि के दौरान ब्याज लगता रहेगा, जो बाद में एक्स्ट्रा ईएमआई के तौर पर देना होगा। जो ग्राहक अपनी ईएमआई होल्ड नहीं करना चाहते, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। उनकी ईएमआई वैसे ही कटती रहेगी, जैसे कट रही थी।
बड़े काम की हैं ये इंश्योरेंस पॉलिसी, आप भी जान लें ये भी पढ़ें