Private Equity investment : जानिए टॉप 5 फायदे, सभी एक से बढ़कर एक
नई दिल्ली, जुलाई 22। क्या आपने शार्क टैंक इंडिया का कोई एपिसोड देखा है? इस शो ने भारत में व्यापार के लिए पैसा इकट्ठा करने का तरीका सबको समझा दिया है। इस शो को देखने के बाद स्कूली बच्चा भी निजी इक्विटी और इक्विटी पूंजी के बारे में एक दो बाते जान गया है। भारत में निजी इक्विटी के निवेश में भारी उछाल आया है। लेकिन वास्तव में भारत में निजी इक्विटी में उछाल किस वजह से आया है, जानकारों का कहना है भारत में पहली बार भारतीय एयरटेल ने ने साल 1999 और 2001 के समय 292 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए थे। फंड जुटाने से पहले एयरटेल केवल दो राज्यों में ही ऑपरेट करता था लेकिन इक्विटी फंड के बाद 2004 में एयरटेल ने 23 सर्किलों में ऑपरेट करना शुरू कर दिया।
Akasa Air : झुनझुनवाला की कंपनी ने शुरू की हवाई टिकटों की बुकिंग, जानिए कैसे खरीदें
चलिए इक्विटी और उद्यम पूंजी के 5 मुख्य लाभ को समझते है।
1) उधार पर इक्विटी बेचना
आप हर महिने कंपनी चालाने के लिए उधार ले रहे है। ब्याज और इंस्टालमेंट भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जब आपका उधार बढ़ता जा रहा हो आपको अपनी कंपनी का एक निश्चित हिस्सा प्राइवेट इक्विटी को ऑफर करना ही बेहतर विकल्प है।
इस तरह आप किसी भी मंथली पेमेंट, चक्रवृद्धि ब्याज या एसेट गिरवी रखने से बच सकते हैं। यह आपको बैलेंस सीट मेंटेन करने में भी मदद करेगा।
2) कैश कुशन
चाहे आप पहली बार अपने विचार को बाजार में लाने की कोशिश कर रहे हों या फिर आप के कंपनी को शुरू हुए कुछ दिन हो गये हो या फिर आप भारी कर्ज में हो आपको व्यवसाय के हर चरण में धन की आवश्यकता होती है। ऐसे में कैश का प्रबंध करने के लिए प्राइवेट इक्विटी सबसे बेहतर विकल्प है।
माहामारी के समय भारत में सैकड़ो कंपनियों ने प्राइवेट इक्विटी के तहत पैसा इकट्ठा किया था और उनमें से बहुत सारी कंपनिया आज यूनिकॉर्न है।
3) मेंटरशिप और विशेषज्ञता
आखिरकार, हर व्यवसाय में एक चरण आता है जहां आपको और आपकी टीम को एक नई मानसिकता, नई दृष्टि, नई रणनीति, नई सामरिक दृष्टिकोण और नए कौशल की आवश्यकता होती है ताकि अगले स्तर पर आगे बढ़ सकें और प्रतिस्पर्धा कर सकें।
पीई फर्मों के पास व्यवसाय के मालिक बने निवेशकों का एक नेटवर्क है जो व्यावसायिक समस्याओं को हल करता है। आप मेंटरशिप के माध्यम से नए व्यापार मॉडल का निर्माण, आर्थिक हेडविंड को नेविगेट करना, रणनीतिक गठजोड़ बनाना और बहुत कुछ आसानी से किया जा सकता है।
4) प्रौद्योगिकी नेतृत्व
प्रौद्योगिकी भारत में बहुत ही तेज गति से आगे बढ़ रही है। उपभोक्ता भी हर स्तर पर एक समृद्ध, सहज, उन्नत और आधुनिक अनुभव की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में बड़े बड़े कॉरपोरेशन हर स्तर पर अपनी तकनीक को लगातार नया कर रहें है। कंपनिया रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटलीकरण, क्वांटम कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियलिटी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के प्रयोग से ग्राहको को सुविधा पहुचा रही हैं।
5) कनेक्शन और नेटवर्क
सोनी टीवी के अनुसार, शार्क टैंक को उद्यमियों से 62,000 आवेदन प्राप्त हुए थे। जाहिर है, कंपनिया फंडिंग के माध्यम से अपना व्यापार आगे बढ़ा रही हैं। फंडिंग से कंपनियो को केवल पैसा ही नहीं इकट्ठा होता है बल्कि एक नया रोडमैप भी मिलता है।