पीएम फसल बीमा योजना : किसानों को इस साल मिलेंगे 16000 करोड़ रु, जानिए लेने का तरीका
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) मोदी सरकार की किसानों के लिए शुरू की गयी सबसे अहम योजनाओं में से एक है। इससे किसानों को पूरे फसल चक्र पर सभी प्राकृतिक आपदाओं से खेती के लिए बीमा सुरक्षा मिलती है। किसानों की फसलों की सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने पीएमएफबीवाई के तहत वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आवंटन राशि बढ़ाई है। 2021-22 के लिए पीएमएफबीवाई के तहत 16000 करोड़ रु की राशि आवंटित की गयी है। सरकार ने 2020-21 के मुकाबले 2021-22 के लिए पीएमएफबीवाई के लिए 305 करोड़ रु अधिक आवंटित किए हैं।
ये होता है किसानों को फायदा
फसल बीमा योजना के तहत बुवाई चक्र के पहले से फसल की कटाई के बाद तक के लिए बीमा सुरक्षा मिलती है। इसमें प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से सुरक्षा शामिल होती है। प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना के तहत रबी, खरीफ, कमर्शियल और बागबानी फसलों को भी शामिल किया जाता है। मगर कमर्शियल और बागबानी फसलों पर प्रीमियम अधिक देना होता है। खरीफ फसलों के लिए केवल दो प्रतिशत और रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत का प्रीमियम होता है। वहीं वाणिज्यिक और बागवानी फसलों पर पांच प्रतिशत प्रीमियम देना होता है।
कैसे करें आवेदन
यदि आप भी इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से ही योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो www.pmfby.gov.in वेबसाइट पर लॉगइन करे। वहीं ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको आप किसी भी नजदीकी बैंक से फसल बीमा योजना का फॉर्म लें और उसे भर कर वहीं जमा करा दें।
ये हैं जरूरी दस्तावेज
पीएम फसल बीमा योजना के लिए आवेदन करने वालों को कुछ जरूरी दस्तावेज चाहिए। इनमें एक फोटो, आईडी कार्ड (जिसके लिए पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान पत्र, पासपोर्ट या आधार कार्ड दिया जा सकता है), एड्रेस प्रूफ, खेत का खसरा नंबर और खेत में फसल की बुवाई का कोई प्रूफ देना होगा। इसके लिए आप पटवारी, सरपंच या प्रधान द्वारा लिखा गया पत्र दे सकते हैं। साथ ही अगर खेत बटाई पर है तो खेत के मालिक के साथ हुए समझौते की कॉपी की जरूरत पड़ेगी। आपको बैंक खाते का एक कैंसल चेक चाहिए होगा। क्योंकि योजना का पैसा खाते में आएगा।
कैसे मिलता है योजना का लाभ
फसल बीमा योजना के लिए अप्लाई करने से पहले जान लें कि फसल की बुवाई के 10 दिनों के अंदर ही योजना के लिए आवेदन कर दें। वहीं अगर फसल कटने से 14 दिनों के बीच आपकी फसल को प्राकृतिक आपदा से नुकसान हुआ तो ही योजना के तहत बीमा राशि दी जाएगी।
इन चीजों से भी मिलेगी सुरक्षा
आपको फसल बीमा योजना के तहत भूमि, ओलावृष्टि, जलभराव, बादल फटने आदिक के कारण हुए नुकसान से सुरक्षा मिलती है। आपको कीड़े और रोग के कारण नुकसान होने पर भी बीमा कवर मिलता है। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उनकी निरंतर इनकम होना जरूरी है। इसलिए सरकार की इस योजना को काफी अहम माना जाता है। सरकार ने 13 जनवरी 2016 को फसल बीमा योजना को मंजूरी दी थी।
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