आसान है ये बिजनेस करना, होती है लाखों की कमाई
मौजूदा समय में टिश्यू पेपर की मांग में काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। टिश्यू पेपर आप अपने घरों, होटल, रेस्टोरेंट और दफ्तरों में भी आसानी से देख सकते हैं।
नई दिल्ली: मौजूदा समय में टिश्यू पेपर की मांग में काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। टिश्यू पेपर आप अपने घरों, होटल, रेस्टोरेंट और दफ्तरों में भी आसानी से देख सकते हैं। ऐसे में टिश्यू पेपर की मांग दिन-प्रति-दिन बढ़ती जा रही है। अगर आप भी टिश्यू पेपर का कारोबार करते है तो आपको काफी फायदा हो सकता है। आपको इस बात की भी जानकारी दें कि पेपर नैपकिन के बिजनेस को शुरू करने के लिए आप सरकार की भी मदद ले सकते हैं। सरकार की मदद से आप पेपर नैपकिन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (फैक्टरी) लगा सकते हैं। इस तरह साथ ही लाखों रुपये की आमदनी कर सकते हैं। Jio Fiber ब्रॉडबैंड प्लान पर मिलेगा 10 प्रतिशत कैशबैक, जानिए कैसे ये भी पढ़ें
कुल 3.50 लाख रुपये होंगे खर्च
अगर आप पेपर नैपकिन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाहते हैं तो आपको करीब 3.50 लाख रुपये का इंतजाम करना होगा। इतने पैसे होने के बाद आप किसी भी बैंक के पास मुद्रा स्कीम के तहत लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। 3.50 लाख रुपये आपके पास होने के कारण बैंक आपको लगभग टर्म लोन के तौर पर लगभग 3 लाख 10 हजार रुपये और वर्किंग कैपिटल लोन 5.30 लाख रुपये तक मिल जाएगा। इस तरह से आपके प्रोजेक्ट की कुल लागत 11.90 लाख रुपये आएगी।
इन मशीनरी की जरूरत
मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए 2 कलर फ्लैक्सोग्राफिक मशीन, 1 टैस्टिंग इक्विपमेंट, एज सीलिंग एंड कटिंग मशीन, हैंड टूल्स और रॉ टिश्यू पेपर की जरूरत होगी।
होगी अच्छी-खासी कमाई
आप साल में लगभग 1.50 लाख किलोग्राम पेपर नेपकिन का प्रोडक्शन कर सकते हैं। यह नैपकिन लगभग 65 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेच सकते हैं। यानी कि आप साल भर में लगभग 97.50 लाख रुपए का टर्न ओवर कर सकते हैं। ऐसे में यदि आप सारे खर्च को जोड़ दें तो लगभग 92.50 लाख रुपए खर्च होंगे। यानी सालाना 5 लाख रुपए बचा सकते हैं। यानी कि आप लगभग 42 हजार रुपए तक कमाई कर सकते हैं।
शादियों का बीमा: जानिए कराने के फायदे ये भी पढ़ें
मुद्रा योजना के तहत करें अप्लाई
इसके लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आप किसी भी बैंक में अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें ये डिटेल देनी होगी जैसे नाम, पता, बिजनेस एड्रेस, एजुकेशन, मौजूदा इनकम और कितना लोन चाहिए। इसमें किसी तरह की प्रोसेसिंग फीस या गारंटी फीस भी नहीं देनी होती। वहीं लोन का अमाउंट आसान किस्तों में लौटा सकते हैं।