Tips & Tricks : FD में निवेश से पहले जानें 5 जरूरी पॉइंट्स, रिटर्न में होगी बढ़ोतरी
नई दिल्ली, सितंबर 12। लंबे समय के इन्वेस्टमेंट के लिए एक बेहतर विकल्प फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) को माना जाता हैं। लोग घर के निर्माण के लिए, शादी और गाड़ी खरीदने के लिए और बेहतर शिक्षा जैसे अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए एफडी में इन्वेस्टमेंट करते है। अपने रिटायरमेंट योजना को बेहतर करने के लिए एफडी में निवेश बहुत सहायता करती है। हालांकि आप यदि एफडी को खोलने का विचार कर रहे है तो आपको एफडी खोलने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक रिटर्न प्राप्त किया जा सके।
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अवधि एफडी की
इसकी अवधि से एफडी की ब्याज दर जुड़ी हुई होती है। उदाहरण 10 वर्ष की अवधि का रिटर्न हमेशा 1 वर्ष की अवधि की एफडी से ज्यादा होगा। आपने अपने हिसाब से शॉर्ट, मीडियम और लॉन्ग टर्म के लिए एफडी चुन सकते है।
वित्तीय संस्थानों की रेटिंग
वित्तीय संस्थानों को रेटिंग देने का काम क्रिसिल और केयर जैसी क्रेटिड रेटिंग एजेंसियां के पास है। वे बहुत से पैरामीटर्स पर इनको रेटिंग देती है। किसी वित्तीय संस्थान की क्रिसिल एफएए प्लस या केयर एए रेटिंग सब सबसे बेहतर माना जाता है। आप अपने पैसों के निवेश के जोखिम को कम करने के लिए एक काम कर सकते है। वो ये कि आप वित्तीय संस्थान की क्रेडिट रेटिंग अवश्य चेक कर लें।
एफडी पर ब्याज दर
एफडी की ब्याज दरें लगभग 6.7 प्रतिशत होती हैं और वही वरिष्ठ नागरिकों को 0.25 प्रतिशत ज्यादा ब्याज मिलता है। कम्यूलेटिव और नॉन-कम्यूलेटिव ये दो प्रकार कि ब्याज दरें होती है।
एफडी से लोन की सुविधा
बहुत बार लोगों को पैसों की बहुत अधिक जरूरत पड़ जाती है। जिसकी वजह से वे लोन के लिए आवेदन करते है। हालांकि यदि आपने एफडी खोली है तो उसके बदले लोन ले सकते हैं। आपको इन्वेस्ट किए हुए पैसे के 75 प्रतिशत तक लोन मिल सकता हैं। आप आपकी एफडी के ब्याज से इसमें 2 प्रतिशत अधिक लोन चुकाना होता हैं।
निवेश से पहले वित्तीय संस्थान को जरूर एनालाइज कर लें
सभी प्रकार की एफडी बहुत अच्छी है। मगर वित्तीय संस्थान नहीं इसलिए आप एफडी अकाउंट ओपन करने से पहले वित्तीय संस्थान के वैल्यू-एडेड सर्विसेज और फीचर्स को जरूर एनालाइज कर लें।