Tax छूट का फायदा लेना चाहते है तो इन पॉपुलर स्कीम्स में आज ही करें निवेश
अगर आप भी किसी बेहतर जगह में निवेश की करने की सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए है। फिलहाल मार्च महीना चल रहा है इस महीने अगर आप निवेश विकल्पों को देख रहे है तो ऐसे जगह पैसा लगा सकते है जहां टैक्स बेनेफिट्स मिलेगी।
नई दिल्ली: अगर आप भी किसी बेहतर जगह में निवेश की करने की सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए है। फिलहाल मार्च महीना चल रहा है इस महीने अगर आप निवेश विकल्पों को देख रहे है तो ऐसे जगह पैसा लगा सकते है जहां टैक्स बेनेफिट्स मिलेगी। इनकम टैक्स का सेक्शन 80C व्यक्ति को टैक्सेबल इनकम से 1.5 लाख रुपये तक की छूट का फायदा देता है। इसके तहत कई तरीके हैं, जिनसे टैक्स छूट ली जा सकती है। चलिए हम अपनी खबर के जरिए ऐसे ही 5 पॉपुलर तरीकों को जानते हैं, जिनमें सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड
पीपीएफ में निवेश न केवल सुरक्षित है, बल्कि इसमें टैक्स छूट का पूरा लाभ मिलता है। निवेशकों के लिए इसमें जोखिम न के बराबर होता है। चूंकि, पीपीएफ में निवेश को पूरी तरह सरकार का संरक्षण है, इसलिए यह पूरी तरह जोखिम मुक्त है। मालूम हो कि अभी पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी है, जो सालाना तौर पर चक्रवृद्धि है। इसकी तुलना बहुत से बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट से की जाए, तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (एफडी), पीपीएफ अपने सब्सक्राइबर्स को ज्यादा ब्याज देती है। सब्सक्राइबर्स के लिए 15 साल की अवधि है जिसके बाद टैक्स छूट के तहत आने वाली राशि को विद्ड्रॉ कर सकते हैं। लेकिन सब्सक्राइबर्स इसे 5 साल और बढ़ाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसमें स्कीम में निवेश की गई राशि पर 1.5 लाख रुपये तक का डिडक्शन लिया जा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीपीएफ में कमाई गई ब्याज और मेच्योरिटी की राशि दोनों पर टैक्स छूट मिलती है।
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) बेटियों के लिए बहुत अच्छी बचत योजना है। एसएसवाई अकाउंट को न्यूनतम 250 रुपये से शुरू कर सकते हैं। इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय की गई है। सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। एसएसवाई में जमा की जाने वाली रकम पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। इसके अलावा जमा रकम पर आने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाला पैसा भी टैक्स फ्री है। इस तरह एसएसवाई ईईई कैटेगरी की टैक्स सेविंग स्कीम है।
ईएलएसएस फंड
यह न सिर्फ निवेशकों की टैक्स लायबिलिटी को कम करती है, बल्कि लांग टर्म में उनकी सेविंग्स को भी बढ़ाती है। ईएलएसएस निवेश राशि को इक्विटी मार्केट में निवेश किया जाता है। ईएलएसएस में 3 साल का लॉक इन पीरियड होता है। हालांकि यह लॉक इन पीरियड समाप्त होने के बाद निवेशक इसे जारी रख सकता है अगर उस समय मार्केट में बहुत गिरावट है और रिटर्न कम मिल रहा हो।
इंश्योरेंस प्लान्स
अगर आप ट्रेडिशनल इंश्योरेंस प्लान में निवेश को चुनते है तो इसमें एंडाउमेंट बेनेफिट्स मिलते हैं। या यूनिट लिंक्ड प्लान में निवेश कर सकते हैं, जो बाजार से लिंक रिटर्न देते हैं।
टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट
बैंकों द्वारा ऑफर की जाने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट, जिनका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का होता है और इनमें टैक्स की बचत होती है। वहीं दूसरी कम मैच्योरिटी वाली जमा के मुकाबले इनमें आम तौर पर कम ब्याज दर होती है।