AC चलाएं ऐसे, काफी कम आएगा बिजली का बिल
अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है और दिन का तापमान अब बढ़ने लगा है। वहीं देश के कई इलाकों में दिन का तापमान 37 से 39 डिग्री के बीच पहुंचने लगा है। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में गर्मी और तेजी से बढ़ने का अनुमान है।
नई दिल्ली: अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है और दिन का तापमान अब बढ़ने लगा है। वहीं देश के कई इलाकों में दिन का तापमान 37 से 39 डिग्री के बीच पहुंचने लगा है। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में गर्मी और तेजी से बढ़ने का अनुमान है। गर्मी बढ़ने का सीधा मतलब है कि पंखे, एसी और फ्रिज जैसे ज्यादा बिजली खपत करने वाले एपकरणों का इस्तेमाल बढ़ जाएगा। आम तौर पर ठंड की तुलना में गर्मियों के मौसम में बिजली का बिल बढ़कर 2 से 3 गुना तक ज्यादा हो जाता है। गर्मियों में बिजली के बिल को लेकर ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। अगर आप इस बढ़े हुए बिजली के बिल को कुछ कम करना चाहते हैं तो हमारी ये खबर जरुर पढ़ें।
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कम हो जाएगा बिजली का बिल
बढ़ती बिजली बिल को देखते हुए बहुत से लोग अपने घरों में एसी लगाने से डरते हैं। उन्हें इस बात का डर सताता रहता है कि एसी चलाने पर उनका बिजली बिल बहुत बढ़ जाएगा। एसी चलाने से बिजली का बिल इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि अधिकतर लोगों को सही तरीके से एसी रेगुलेट नहीं करना आता है। अगर आप एसी को सही तरीके से रेगुलेट करते हैं, तो आपका बिजली बिल अपने आप कम हो जाएगा। आज हम आपको एसी चलाने की सही तरीका के बारे में बताएंगे जिससे बिजली की खपत कम हो।
एसी पर बढ़ते बिजली बिल को ऐसे करें कम
- गर्मियों में घर हो या दफ्तर एयर कंडीशनर चलाने में बिजली का खर्च सबसे ज्यादा होता है। अगर इसे सही तरीके से मैनेज कर लिया जाए तो अच्छी बचत हो सकती है।
- एसी चलाने से पहले उसकी सर्विसिंग जरूर करा लें और फिल्टर को अच्छे से साफ कर दें या बदलवा दें।
- अगर घर में 7 या 8 साल पुराना एसी है तो इसे बदल दें।
- इनवर्टर बेस्ड एसी बिजली का बिल बचाने के लिए कारगर उपाय है।
- BEE 5 स्टार रेटिंग वाले एसी का इस्तेमाल करें।
- ऑफ टाइमर का इस्तेमाल करें। इसे सुबह सो कर उठने के 1 घंटे पहले का समय सेट कर सकते हैं।
टेम्प्रेचर पर ध्यान देना जरुरी
अगर एसी का टेम्प्रेचेर एक ही रहता है या स्टेबेल रहता है तो इससे बिजली के बिल पर काफी असर पड़ता है। बताया जाता है कि इससे एक डिग्री पर करीब 6 फीसदी बिजली का असर पड़ता है और आप थोड़ा टेम्प्रेचर बढ़ाकर रखते हैं तो इससे आपके एसी से आने वाले बिल पर 24 फीसदी तक का फर्क पड़ जाता है।
ज्यादा तापमान पर सेट करें, 18 की जगह 24 रखें
कई लोग एकदम से गर्मी लगने पर 18 टेम्प्रेचर पर एसी चलाते हैं और फिर इसे कम ज्यादा करते रहते हैं। ऐसे में आप कोशिश करें कि 18 की जगह 24 तापमान पर एसी रखें, इससे आपको एक दम से भले ही ठंडक महसूस ना हो, लेकिन कुछ देर में आपका कमरा अच्छे से ठंडा हो जाएगा और इससे आपके बिल पर भी काफी असर पड़ेगा। इसके अलावा कई बार ऐसा होता है कि जिस रूम में एसी लगा होता है, उसमें कई और डिवाइस भी लगी होती हैं। इसक वजह से भी रूम को ठंडा होने में वक्त लगता है और आपको कम तापमान पर एसी चलाना पड़ता है। ऐसे में कोशिश करें कि जिस रूम में एसी चला रहे हैं, वहां फ्रीज आदि सामान ना रखें, क्योंकि इससे गर्मी ज्यादा बढ़ती है।
टाइमर का इस्तेमाल जरुर करें
यह बहुत से लोगों के साथ होता है, वे रात में एसी चलाकर सोते हैं। रात में कमरा ठंडा होने के बाद और उन्हें तेज ठंड लगने के बाद भी वो नींद में होने की वजह से बंद नहीं करते हैं। इससे रातभर एसी चलता रहता है। ऐसे में कुछ घंटे के लिए एसी का टाइमर लगा सकते हैं, इससे एसी कुछ घंटे बाद खुद ही बंद हो जाएगा और आपका कमरा ठंडा रहेगा और एसी भी सही समय पर बंद हो जाएगा। इस आदत से आपका एसी का बिल काफी कम हो सकता है।
पंखे का भी करें इस्तेमाल
अगर आप चाहते हैं कि आप कम से कम एसी चलाएं। ऐसे में आप पहले थोड़ी देर एसी चलाएं और उसके बाद कम स्पीड में पंखा चला दें। इससे एसी की ठंडक पूरे कमरे में फैल जाएगी और कुछ देर में आपको एसी बंद करने की जरूरत पड़ेगी। इससे आपका पंखे में भी काम चल जाएगा।
एसी पर बचा सकते हैं 1500 रुपये
अगर आपने घर में 1.5 टन का एसी लगा रखा है और रोज औसतन 8 घंटे इसे चलाते हैं तो नॉर्मल एसी करीब 9 यूनिट से ज्यादा बिजली की खपत करता है। वहीं अगर 5 स्टार रेटिंग का एसी हो तो यह लगभग 7 यूनिट की खपत करेगा। यानी रोज 2 यूनिट बिजली की बचत। अगर आप 4 महीने रोज 8 घंटे एसी चलाते हैं तो 240 यूनिट की बचत होगी। अगर 6.25 रुपए प्रति यूनिट के ही हिसाब से इसे जोड़ा जाए तो 1500 रुपए सालाना बचत हो सकती है।
कूलर से भी बचा सकते बिलजी
अगर आप कूलर से बिलजी का बिल कम करना चाहते है तो बता दें कि इनवर्टर टेक्नोलॉजी पर आधारित अच्छी कंपनी का कूलर खरीदें। यह बाजार में सामान्य मिलने वाले कूलरों की तुलना में 50 फीसदी बिजली की कम खपत करेगा। जहां सामान्य 200 वॉट की मोटर वाले कूलर रोज 12 घंटे चलाया जाए तो महीने भर में करीब 100 यूनिट बिजली की खपत करता है। लेकिन अगर इसकी जगह आधुनिक तकनीक का कूलर इस्तेमाल हो तो मंथली करीब 60 यूनिट ही खपत होगा।