सस्ता सोना खरीदने का एक बार फिर से मिलेगा मौका, यहां से खरीदें
कोरोना संकट के इस समय में सोने में निवेश का चलन बढ़ा है। आर्थिक अनिश्चितता के समय सोने में लोग बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं।
नई दिल्ली: कोरोना संकट के इस समय में सोने में निवेश का चलन बढ़ा है। आर्थिक अनिश्चितता के समय सोने में लोग बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं। सरकार के पास एक ऐसा बॉन्ड है, जिसके लिए आवेदन करके आप बाजार भाव से भी कम कीमत पर खरा सोने की सुरक्षित खरीद कर सकते हैं। जी हां हम बात कर रहें है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की।
मोदी सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड दे रही है। इसका अगला चरण 6 जुलाई से शुरू हो रहा है। तो अगर आपने भी पहले के चरण में सॉवरेन गोल्ड नहीं ले पाए हैं तो इस फेज में आप सॉवरेन गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। सीरीज-4 के इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का सब्सक्रिप्शन 6 जुलाई से शुरू होगा और 10 जुलाई तक चलेगा। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अप्रैल में ही घोषणा की थी कि सरकार अप्रैल से सितंबर तक गोल्ड बॉन्ड 6 किस्तों में जारी करेगी।
जानिए क्या है कीमत
इस गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,852 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है। बता दें कि जो गोल्ड बॉन्ड 8 जून से 12 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था, उसका इश्यू प्राइस 4677 रुपये प्रति 10 ग्राम था। जो लोग इस बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे, उन्हें डिजिटल पेमेंट के जरिए पैसों का भुगतान करना होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि जो लोग ऑनलाइन आवेदन कर डिजिटली पेमेंट करते हैं, उन्हें सरकार की ओर से निर्धारित की गयी कीमत में 50 रुपये की छूट भी मिलेगी।
3 महीने में अगली 3 सीरीज
चौथी सीरीज: 6 जुलाई से लेकर 10 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 14 जुलाई को जारी की जाएगी।
पांचवीं सीरीज: 3 अगस्त से लेकर 7 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 11 अगस्त को जारी की जाएगी।
छठी सीरीज: 31 अगस्त से लेकर 4 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 8 सितंबर को जारी की जाएगी।
यहां से कर सकते हैं निवेश
भारत सरकार की ओर से ये बॉन्ड रिजर्व बैंक जारी करेगा। गोल्ड बॉन्ड आप बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए भी खरीद सकते हैं। वहीं ऑनलाइन सोना खरीदने पर निवेशकों को प्रति ग्राम सोना 4,540 रुपये का पड़ेगा। ऐसे में आपको 45,400 रुपये में 10 ग्राम सोना मिल जाएगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर निवेश करने में 2.5 फीसदी ब्याज निवेश के बाद सोने के रेट बढ़ने के फायदे मिलते हैं। इसके साथ ही सालाना 2.5 फीसदी ब्याज भी मिलता है। जो निवेशक के बैंक खाते में हर 6 महीने पर जमा किया जाता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मेच्योरिटी पीरियड 8 साल है। लेकिन अगर आप चाहें तो 5 साल, 6 साल और 7 साल के बाद भी इसे बेच सकते हैं।
जान लें क्या है खासियत
- भारत सरकार द्वारा समर्थित होने से डिफॉल्ट का खतरा नहीं
- फिजिकल गोल्ड की बजाए मैनेज करना आसान और सेफ
- एग्जिट के आसान विकल्प
- कैपिटल गेंस के साथ फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट
- गोल्ड बांड के अगेंस्ट लोन की सुविधा
इतना होना चाहिए न्यूनतम निवेश
बॉन्ड का अंकित मूल्य 999 शुद्धता वाले सोने के लिये पिछले तीन कामकाजी दिवसों में साधारण औसत बंद भाव (इंडिया बुलियन एंड जूलर्स एसोसिशन द्वारा प्रकाशित) मूल्य पर आधारित है। न्यूनतम स्वीकार्य निवेश एक ग्राम सोना और अधिकतम 4 किलो प्रति व्यक्ति है। हिंदु अविभाजित परिवार के लिये भी निवेशक की अधिकतम सीमा 4 किलो है। न्यास और उस तरह की इकाइयों के लिये यह 20 किलो है। सरकार ने बजट में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया था। साथ ही वैश्विक स्तर पर बढ़ी लिवाली से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में सरकारी योजना के तहत सोना खरीदने से आपको फायदा हो सकता है।
जानिए क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम सोने में निवेश है जो भारत सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य भौतिक सोने की मांग को कम करना है, जिससे भारत में सोने के आयात पर नजर रखी जा सके और संसाधनों का प्रभावी उपयोग किया जा सके। यह भौतिक सोने के समान लाभ प्रदान करता है। केंद्रीय बैंक ने अप्रैल में अनाउंस किया था कि सरकार अप्रैल, 2020 से सितंबर तक छह किस्तों में सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (गोल्ड बॉन्ड) जारी करेगी।
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