2020 में Gold ने निवेशकों को किया मालामाल, मिला 28 फीसदी से ज्यादा रिटर्न
महामारी के चलते सोना 2020 में निवेशकों के लिए निवेश का पसंदीदा उपकरण बना रहा। पिछले साल की तुलना में इस साल घरेलू वायदा बाजार में सोने में 28 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिला है,
नई दिल्ली: महामारी के चलते सोना 2020 में निवेशकों के लिए निवेश का पसंदीदा उपकरण बना रहा। पिछले साल की तुलना में इस साल घरेलू वायदा बाजार में सोने में 28 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिला है, जो 2011 के बाद पीली धातु में सबसे ज्यादा सालाना रिटर्न है। 2011 में 31.1 फीसदी के बाद इस साल सबसे ज्यादा है। सोने पर 15 वर्षों में औसत रूप से 14.1 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न मिला है। वहीं, वैश्विक बाजार की बात करें तो कॉमेक्स पर सोने में करीब 22 फीसदी का रिटर्न मिला है।
7 अगस्त को सोने ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ
महामारी के दौरान सोने में देसी और विदेशी बाजारों में सोने ने ऐतिहासिक ऊंचाई हासिल की। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सात अगस्त को सोने का भाव रिकॉर्ड 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जो अब तक सबसे ऊंचा स्तर है। हालांकि इस साल एमसीएक्स पर सोने का निचला स्तर 16 मार्च को 38,400 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इस प्रकार निचले स्तर से सोने के भाव में इस साल 17,791 रुपये यानी 46.3 फीसदी का उछाल आया। पिछले साल 31 दिसंबर 2019 को एमसीएक्स पर सोने का भाव 38,108 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में 24 दिसंबर को 50,064 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा।
निवेशकों की पहली पसंद बना रहा सोना
इस प्रकार सोने के भाव में 31 दिसंबर 2019 के मुकाबले 28 फीसदी की तेजी आई है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने का भाव 31 दिसंबर 2019 को 1,550.60 डॉलर प्रति औंस था, जबकि बीते सत्र में 24 दिसंबर को सोने का भाव 1,882.90 डॉलर प्रति औंस रहा। इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले इस साल सोने में अब तक 21.86 फीसदी का रिटर्न मिला है। कॉमेक्स पर 16 मार्च को सोने का भाव 1,458.80 डॉलर प्रति औंस था जोकि साल 2020 का सबसे निचला स्तर है, जबकि सात अगस्त 2020 को सोना कॉमेक्स पर 2,089.20 डॉलर प्रति औंस तक उछला जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। इस तरह इस साल निचले स्तर से सोने में 630 डॉलर यानी 43 फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई। ऐसे में निवेशकों के लिए निवेश के साधन के तौर पर सोना पसंदीदा साधन बन गया।
चांदी भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची
इस दौरान चांदी भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। चांदी के भाव 73,700 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गए। 2005 से अब तक सोने में निवेश से तीसरी बार इतनी कमाई हुई है और सिर्फ दो बार इसमें पैसे लगाने वालों को नुकसान उठाना पड़ा। 2013 में इसके दाम 18.7 फीसदी गिरे थे।
2021 में भी सोने में तेजी की उम्मीद
रेटिंग एजेंसी क्रेडिट सुइस का कहना है कि अगले साल जुलाई-सितंबर तिमाही तक सोने के भाव 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ सकते हैं। दिल्ली में बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल ने भी अनुमान जताया है कि एक-डेढ़ साल तक सोना अपने उच्चतम स्तर पर बना रहेगा। गोल्डमैन सॉक्स ने भी 2021 में सोेने के दाम बढ़ने की उम्मीद जताई और कहा कि बिटक्वाइन के प्रसार का इस पर खास असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, एक्सिस सिक्योरिटीज ने कोरोना वैक्सीन आने के बाद सोने में गिरावट का अनुमान लगाया है। निवेश फर्म का कहना है कि लोग अब शेयर व म्यूचुअल फंड जैसी जोखिम वाली संपत्तियों में दोबारा निवेश करने लगे हैं।
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के प्रति बढ़ा आकर्षण
गोल्ड में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। इसे गोल्ड ईटीएफ में निवेश से समझ सकते हैं। हालांकि पिछले महीने निवेशकों ने बिकवाली की है। एएमएफआई (एसोसिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया) पर दिए गए डेटा के मुताबिक मार्च के बाद से लगातार गोल्ड ईटीएफ में निवेश जारी रहा। वहीं मार्च में 194.95 करोड़ का आउटफ्लो रहा और उसके बाद अप्रैल में 730.93 करोड़, मई में 815.03 करोड़, जून में 494.23 करोड़, जुलाई में 921.19 करोड़, अगस्त में 907.85 करोड़, सितंबर में 597.26 करोड़ और अक्टूबर में गोल्ड ईटीएफ में 384.21 करोड़ रुपये का इनफ्लो रहा। नवंबर में कुछ निवेशकों ने प्रॉफिट बुक किया और 141.09 करोड़ रुपये का आउटफ्लो रहा। हालांकि निवेशकों का रूझान अभी भी गोल्ड ईटीएफ की तरफ बना हुआ है।
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