Gold Bond : जानिए क्या होता है और क्या हैं खरीदने के फायदे
नई दिल्ली, जुलाई 20। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा केंद्र सरकार की ओर से जारी किए जाते हैं। इन्हें सोने में डेनोमिनेटेड सरकारी सिक्योरिटीज के नाम से जाना जाता है, जो फिजिकल सोने के मुकाबले बढ़िया विकल्प हैं। एक निवेशक के रूप में आपको फेस वैल्यू का भुगतान नकद में करना होगा और बॉन्ड मैच्योरिटी पर कैश में रिडीम किए जाएंगे। एसजीबी की मैच्योरिटी अवधि 8 वर्ष होती है। हालांकि, इन गोल्ड बॉन्ड को जल्दी रिडीम करने की अनुमति जारी होने की तारीख से 5वें वर्ष के बाद दी जाती है। इन बॉन्ड्स के काफी फायदे हैं, जो हम आपको आगे बताएंगे।
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एसजीबी के यूनीक फायदे
एसजीबी खरीदने में सबसे महत्वपूर्ण फायदा प्रतिभूतियों पर भुगतान की जाने वाली ब्याज दरें। सरकार शुरुआती निवेश की राशि पर 2.50% प्रति वर्ष की दर से ब्याज का भुगतान करेगी। ब्याज राशि निवेशक के बैंक खाते में छमाही रूप से जमा की जाएगी। इसके अतिरिक्त, मूल निवेश राशि के साथ बॉन्ड की मैच्योरिटी पर अंतिम ब्याज राशि का भुगतान किया जाएगा।
सोने की 999 शुद्धता
इसके अतिरिक्त इन बॉन्ड्स में सोना 999 शुद्धता वाला होता है। दूसरा बात कि यह सरकार द्वारा सुरक्षित रखा जाता है और आपको इसका बिना स्टोरेज लागत के एक्सेस मिलेगा। बॉन्ड डीमैट रूप में होंगे। आभूषण के रूप में सोने के मामले में एसजीबी मेकिंग चार्ज और कम शुद्धता (लो प्योरिटी) से भी मुक्त है।
कैसे करें निवेश
एसजीबी के लिए आवेदन फॉर्म जारीकर्ता बैंकों/स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल) कार्यालयों/नामित डाकघरों/अधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा या तो सीधे या उनके एजेंटों के माध्यम से दिया जाएगा। इसके साथ ही फॉर्म को आरबीआई की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। एक निवेशक के पास एसजीबी होल्ड करने के लिए निर्धारित पहचान दस्तावेजों में से किसी एक से जुड़ी केवल एक यूनीक निवेशक आईडी होगी। इसके लिए निवेशक के पास पैन कार्ड होना चाहिए।
कौन कर सकता है निवेश
भारतीय नागरिक, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और धर्मार्थ संस्थान एसजीबी खरीदने के पात्र हैं। एसजीबी की संयुक्त होल्डिंग की अनुमति है और एक अभिभावक नाबालिग के लिए एसजीबी खरीद सकता है। ऑनलाइन आवेदन करने पर आपको 50 रु प्रति ग्राम की छूट मिलेगी। एक और बात कि बांड को किसी अन्य पात्र निवेशक को भी हस्तांतरित किया जा सकता है।
न्यूनतम और अधिकतम निवेश
बॉन्ड एक ग्राम सोने की वैल्यू में और उसके गुणकों में जारी किए जाते हैं। बॉन्ड में न्यूनतम निवेश व्यक्तियों के लिए 4 किलोग्राम, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम, और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम तक है। मुंबई स्थित इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) द्वारा सब्सक्रिप्शन अवधि से पहले के सप्ताह के पिछले तीन कार्य दिवसों में 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के साधारण औसत के आधार पर प्रत्येक किस्त का मूल्य रुपये में तय किया जाता है। यह योजना सरकार के लिए एक बड़ी सफलता रही है। इस योजना से सरकार ने 2015 के बाद से 32,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाने में सफलता हासिल की है। एसजीबी उन लोगों के लिए एक अच्छा निवेश ऑप्शन है, जो सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। इसमें 8 साल के लिए निवेश करने पर कैपिटल गेन टैक्स छूट का फायदा मिलता है। निवेशकों के पास पांच साल के बाद बाहर निकलने का भी विकल्प होता है।