Education Loan : इन 5 शब्दों का मतलब जानना है जरूरी, नहीं जाना तो होगी दिक्कत
नई दिल्ली, जून 25। शिक्षा के लिए लोन लेना एक छात्र और उसके परिवार के लिए बहुत ही साहसी कदम होता है। एजुकेशन लोन अन्य लोन की ही तरह होता है। लेकिन इसके टर्म एंड कंडिसन सामान्य लोन से अलग होते है। अगर आप भी उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन लेने की सोच रहे है तो लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको शिक्षा लोन से जुड़े इन पांच शब्दो का मतलब जरूर जान लेने चाहिए। इस शब्दो की जानकारी होने से आवेदन के प्रक्रिया में आपकों सहज महसूस होगा।
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मूल धन
मूल धन का मतलब है वह राशी जो बैंक आपको लोन के तौर पर देगा। छात्रों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि बैंक उच्च शिक्षा में लगने वाले सभी जरूरी खर्चो के बराबर धन उन्हे मूल धन राशी दे रहा है कि नही।
गिरवी या कोलैटरल
शिक्षा लोन के लिए बैंक छात्रों से किसी सम्पती को गीरवी रखने की मांग करते है। यह सम्पती चल या अचल कुछ भी हो सकती है। बैंक लोन न चुका पाने की स्थिति में गिरवी रखी संपत्ती को निलाम कर अपना पैसा वसूल करते है।
सह आवेदक
सह आवेदक वह व्यक्ति होता है जो लिए गए लोन का गारन्टर बनता है। सह-आवेदक लोन लेने वाले छात्र के साथ लोन की कॉपी पर हस्ताक्षर करता है। मुख्य आवेदक के लोन न चुकाने की स्थिति में सह-आवेदक लोन चुकाने का उत्तरदायी होता है। सह-आवेदक आवेदक का पिता, भाई , माता या बहन हो सकती है।
लोन स्थगन
लोन भुगतान में स्थगन एक ऐसी अवधी होती है जो आवेदक को सुविधा के तौर पर दी जाती है। कई बैंक लोन के भुगतान की मांग पढ़ाई पूरी होने के बाद या पाठ्यक्रम पूरा होने के एक निश्चित समय( 6 महिने- 1 साल) के बाद करते है। इस समय अवधि को ही स्थगन कहते है।
लोन अवधि
लोन अवधि वह समय है जो आप एजुकेशन लोन चुकाने के लिए बैंक के साथ समझौता करते है। यदि आप लोन चुकाने के लिए साल का चयन करते हैं तो आपको मासिक किश्त का भुगतान कम धनराशी के में करना होता है। अगर आप कम समय में लोन चुकाते है तो ब्याज कम लगता है।