Health Insurance लेते समय न करें ये गलतियां, वरना होगा नुकसान
नई दिल्ली, नवंबर 21। भारत में, स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का प्रावधान अलग-अलग राज्यों में भिन्न होता है। ज्यादातर राज्यों में पब्लिक हेल्थकेयर सर्विस प्रमुख हैं, लेकिन अपर्याप्त संसाधनों और प्रबंधन के कारण, बड़ी आबादी निजी स्वास्थ्य सेवाओं का विकल्प चुनती है। आज के समय में स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) पॉलिसियां हर किसी की जरूरत बनती जा रही हैं। खास कर कोरोना काल में ये बहुत अहम हो गयी हैं। हालांकि, विभिन्न कंपनियों द्वारा कई तरह की स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की पेशकश किए जाने के चलते अकसर लोग सही पॉलिसी का चयन करने में कंफ्यूज हो जाते हैं। यानी ढेर सारी पॉलिसियों में अपने लिए सबसे सही पॉलिसी चुनना आसान नहीं है। यहाँ आपको कुछ उन सामान्य गलतियों के बारे में बताएंग, जो लोग स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदते समय करते हैं। यदि आप इन गलतियों से बच जाएं तो नुकसान से भी बच सकते हैं।
LIC : 8 रु से डेली से कम खर्च पर पाएं 17 लाख रु, जानें योजना की डिटेल
कवरेज की कैल्कुलेशन जरूरी
ज्यादातर लोग अपनी जरूरतों को कैल्कुलेट किए बिना ही स्वास्थ्य बीमा खरीद लेते हैं। वे या तो जरूरत से अधिक या कम कवरेज ले लेते हैं। प्रीमियम की कॉस्ट कवरेज की राशि तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए, यदि आप आवश्यकता से अधिक कवरेज खरीदते हैं, तो आप बिना जरूरत एक्स्ट्रा पैसा खर्च करेंगे। जो जेब पर बोझ की तरह होगा। वहीं अगर आप कम कवरेज ले रहे हैं तो जरूरत के समय आपको वित्तीय जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है।
सही जानकारी भी है जरूरी
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदते समय अपनी मेडिकल हिस्ट्री और मौजूदा हेल्थ स्टेटस का खुलासा करना जरूरी है। प्रपोजल फॉर्म भरते समय कोई बीमारी न छिपाना बेहद जरूरी है। यदि आप अपनी मेडिकल हिस्ट्री छिपाते हैं, तो हो सकता है कि यदि आप पहले से मौजूद किसी चिकित्सा समस्या के कारण बीमार पड़ जाते हैं तो आपको मेडिकल कवरेज प्राप्त नहीं हो सकता है।
जरूरत का लगाएं पता
स्वास्थ्य बीमा योजनाएं स्टैंडर्ड प्रोडक्ट नहीं होते हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से अपना बीमा कवरेज चुन सकते हैं। यानी कम या ज्यादा भी। इसलिए, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को अंतिम रूप से चुनने से पहले पहले अपनी आवश्यकताओं को समझना आवश्यक है। क्लेम के समय यह बेहद फायदेमंद होगा। ऐसा न करने पर आपको फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है।
ये चीजें होती हैं एक्सक्लूड
एक्सक्लूड ऐसी स्थितियां हैं जो बीमा कंपनी द्वारा कवर नहीं की जाती हैं। एक्सक्लूजंस को समझना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि पॉलिसी में शामिल चीजों के बारे में। हालांकि अधिकांश व्यक्ति एक्सक्लूजंस को देखने की जहमत नहीं उठाते। मगर जो चीजें आपकी पॉलिसी में कवर नहीं है, उनकी जानकारी आपको होनी चाहिए। ये सही पॉलिसी चुनने में काम आ सकती है।
तुलना न करना होगा नुकसानदेह
स्वास्थ्य बीमा कंपनियां खरीदारों के लिए कई तरह के पॉलिसी ऑप्शन ऑफर करती हैं। लेकिन अक्सर यह देखा गया है कि लोग अपने बीमा प्रोवाइडर को बदलने में झिझकते हैं। एक बेहतर ऑफर प्राप्त करने के लिए, बाजार में उपलब्ध विभिन्न उत्पादों के बीच सुविधाओं, लाभों और अन्य नियमों और शर्तों की तुलना करना और उसके अनुसार चयन करना आवश्यक है। यानी आपकी जो जरूरत है, उसके अनुसार उपलब्ध अधिक से अधिक पॉलिसियों की तुलना करें।