राहत : एक और बैंक ने लोन किया सस्ता, जानिए फायदे की बात
पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक के बाद केनरा बैंक ने भी आज ब्याज दरें घटा दी हैं। जी हां केनरा बैंक ने लोन्स और एडवांस पर ब्याज दरों में कटौती की है।
नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक के बाद केनरा बैंक ने भी आज ब्याज दरें घटा दी हैं। जी हां केनरा बैंक ने लोन्स और एडवांस पर ब्याज दरों में कटौती की है। केनरा बैंक ने अपनी एमसीएलार में कटौती की है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद सरकारी और प्राइवेट बैंक लगातार अपने ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं। अब सरकारी बैंक केनरा बैंक ने सोमवार को रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट में 75 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.75 फीसदी की कटौती की है। बता दें कि इस कटौती के बाद बैंक का आरएलएलआर 8.05 फीसदी से घटकर 7.30 फीसदी रह गया। इसके साथ ही बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) घटा दी है। केनरा बैंक ने एमसीएलआर में 35 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.35 फीसदी की कटौती की है। जानकारी दें कि नई दरें आज यानी 7 अप्रैल से प्रभावी हो गई है। सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में हुआ है।
जानिए कितनी हुई कटौती
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने एक साल की अवधि वाले कर्ज के लिये 0.35 प्रतिशत, 6 महीने की अवधि वाले कर्ज के लिये 0.30 प्रतिशत, 3 महीने की अवधि के लिये 0.2 प्रतिशत और एक महीने तथा एक दिन के लिये ब्याज में 0.15 प्रतिशत की कटौती की है। वहीं बयान के अनुसार रेपो दर से संबद्ध ब्याज दर (आरएलएलआर) 0.75 प्रतिशत घटाकर 8.05 प्रतिशत से 7.30 प्रतिशत कर दिया गया है।
इन बैंकों ने भी घटाईं ब्याज दरें
बता दें कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद सबसे पहले एसबीआई ने ब्याज दरों में कटौती की थी। इसके बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी ब्याज दरें घटा दी हैं। सभी बैंकों ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट में 75 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.75 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की है।
विलय के बाद देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बना केनरा बैंक
ऐसे में केनरा बैंक से पहले कई अन्य बैंकों में भी ब्याज दरों में कमी की, इनमें एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र का नाम शामिल है। गौरतबल है कि बैंकों के विलय के तहत केनरा बैंक के सिंडिकेट बैंक में मर्ज होने से ये देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। इस बैंक की देशभर में 10,324 शाखाएं हैं।
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