Aadhaar : घर बैठे अपडेट हो जाएगा मोबाइल नंबर, जानिए कैसे
नई दिल्ली, जुलाई 25। पिछले कुछ महीनों में, आधार जारी करने वाली अथॉरिटी, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने कार्डधारकों के लिए आधार से संबंधित सेवाओं को संभालने के प्रोसेस को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन सेवाओं में बायोमेट्रिक जानकारी को अपडेट करने से एडरेस, मोबाइल नंबर, नाम आदि तक बदलना तक शामिल है। इसी के तहत यूआईडीएआई ने एक और सेवा शुरू की है। इसने इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ हाथ मिलाया है। आईपीपीबी ने घोषणा की कि वह ग्राहकों के घर के दरवाजे पर डाकिया के माध्यम से आधार में रजिस्टर्ड फोन नंबर को अपडेट करने के लिए एक सेवा शुरू कर रहा है। आईपीपीबी यह काम यूआईडीएआई के रजिस्ट्रार के तौर पर कर रहा है।
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लाखों डाकिये लगेंगे सेवा में
अब यूआईडीएआई के लिए आईपीपीबी अपने डाकियों के माध्यम से आपके आधार में मोबाइल नंबर अपडेट करेगा और वो भी आपके घर आकर। आईपीपीबी ने कहा कि यह सर्विस लगभग 650 आईपीपीबी शाखाओं और 146,000 डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों (जीडीएस) के बड़े नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। इन लोगो को स्मार्ट फोन और बॉयोमीट्रिक डिवाइस दिए गए हैं जो उन्हें आधार कार्डधारक के दरवाजे पर इन सेवा को करने में सक्षम बनाएंगे।
फिलहाल सिर्फ मोबाइल नंबर होंगे अपडेट
फिलहाल आईपीपीबी केवल आधारधारक को अपने नंबर अपडेट करने में मदद कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि संगठन बच्चों के आधार कार्ड बनवाने में मदद करने के लिए नयी सेवा जल्द शुरू करेगा।
मंत्रालय ने दी जानकारी
संचार मंत्रालय ने हाल ही में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किए गए एक ट्वीट में इस नयी सुविधा की घोषणा की थी। ट्वीट में लिखा गया गया था कि अब कोई आधारधारक अपने घर के दरवाजे पर डाकिया द्वारा आधार में अपना मोबाइल नंबर को अपडेट करवा सकता है।
क्या है आईपीपीबी का मकसद
आईपीपीबी की स्थापना डाक विभाग, संचार मंत्रालय के तहत की गयी थी। भारत सरकार के पास इसकी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक पहल के रूप में 2018 के सितंबर में लॉन्च किया गया था। इस संगठन का प्राथमिक उद्देश्य बैंक रहित और कम बैंकिंग सुविधा वाले लोगों के लिए बैंकिंग और ऐसी ही अन्य सेवाएं पहुंचाना है। ये इस काम में 155,000 डाकघरों के नेटवर्क का लाभ उठाती है, जिसमें लगभग 135,000 ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं। इसमें 300,000 डाक कर्मचारियों का नेटवर्क लगा हुआ है।