ये हैं टॉप 5 Income Tax बचाने के तरीके, मिलता है खूब फायदा
नई दिल्ली। इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने का प्रूफ अब कंपनियां आपसे मांग चुकी होंगी, लेकिन कई लोग अभी तक इनकम टैक्स बचाने के लिए निवेश ही नहीं कर सके होंगे। ऐसे लोग यहां बताए जा रहे इनकम टैक्स बचाने के तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनकम टैक्स बचाने के लिए इन जगहों पर ज्यादातर लोग निवेश करते हैं। अक्सर लोग पहले इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के लिए पहले निवेश नहीं करते हैं और बाद में हड़बड़ी में फैसले लेते हैं। इसके चलते लोग गलत जगह पर निवेश कर देते हैं और बाद में पछताते हैं। ऐसे में जरूरी है कि इनकम टैक्स बचाने के लिए हरदम सही फैसला ही लिया जाए। इन तरीकों से 80C के तहत ही इनकम टैक्स में छूट मिलती है। इसके तहत निवेश चाहे जितना करें लेकिन छूट केवल 1.5 लाख रुपये की ही ले सकेंगे।
ये है पहला तरीका
सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई (SSY)
सुकन्या समृद्धि योजना यानी एसएसवाई (SSY) गर्ल चाइल्ड के लिए एक छोटी बचत योजना है, जिसे मोदी सरकार ने लॉन्च किया है। इसमें निवेश करके इनकम टैक्स (Income Tax) बचाया जा सकता है। इस स्कीम में साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा करके इनकम टैक्स (Income Tax) की छूट ली जा सकती है। इस समय इस स्कीम में ब्याज दर 8.5% है।
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS)
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS) देश में सबसे कम लॉकइन पीरियड वाला इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने का तरीका है। यहां पर पैसा केवल 3 साल के लिए लॉकइन होता है। ज्यादातर जगहों पर पैसा 5 साल या इससे भी ज्यादा समय के लिए लॉकइन रहता है। लॉकइन पीरियड उसे कहते हैं जिसमें इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के लिए किए निवेश बाद में निकाला जा सकता है। हालांकि टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS) में पैसा 3 साल के लिए ही लगाना होता है, लेकिन अगर आप चाहें तो इसे बाद में निवेशित बनाए रख सकते हैं। 3 साल पूरा होने के बाद अगर आप पैसा निवेशित रखते हैं तो उसे बाद में जब भी जरूरत पड़े निकाल सकते हैं। यहां पर हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश करके इनकम टैक्स (Income Tax) बचा सकते हैं। हालांकि टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS) में निवेश की अधिकतम की कोई सीमा नहीं है, लेकिन इनकम टैक्स छूट का फायदा सिर्फ 1.5 लाख रुपये के निवेश पर ही मिलेगी। यहां पर फिक्स ब्याज की जगह मार्केट के हिसाब से रिटर्न मिलता है।
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यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP)
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) एक तरह की बीमा योजनाएं ही हैं। इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने वाली इन योजनाओं का पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। लंबी अवधि में यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) अच्छा रिटर्न देते हैं। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) का लॉकइन पीरियड 5 साल का होता है। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) में रिटर्न शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है। जितना बढ़िया बाजार प्रर्दशन करेगा, उतना बेहतर रिटर्न मिलेगा। यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) में पॉलिसी अवधि के दौरान फंड्स स्विच करने का विकल्प होता है। लोग इन प्लान में ग्रोथ, इक्विटी, बैलेंस्ड और इनकम फंड्स अपनी जोखिम सहने की क्षमता के हिसाब से तय कर सकते हैं। इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने का यह अच्छा तरीका माना जाता है।
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पब्लिक प्रॉविडेंड फंड यानी पीपीएफ (PPF)
पब्लिक प्रॉविडेंड फंड यानी पीपीएफ (PPF) में पैसा 15 साल की लॉकइन रहता है। पब्लिक प्रॉविडेंड फंड यानी पीपीएफ (PPF) योजना इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने की सबसे आकर्षक योजना मानी जाती है। पब्लिक प्रॉविडेंड फंड यानी पीपीएफ (PPF) में निवेश पर सरकार गारंटी देती है यानी यह पैसा डूब नहीं सकता है। पब्लिक प्रॉविडेंड फंड यानी पीपीएफ (PPF) का अकाउंट शुरू में 15 साल के लिए खुलता है और बाद में इसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है। यह भी इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने का काफी लोकप्रिय तरीका है। इस समय इसमें 8 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
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जीवन बीमा (Life Insurance)
जीवन बीमा (Life Insurance) लेने पर भी इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने का मौका मिलता है। यहां पर अधिकतम 1.5 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है, लेकिन यहां पर ध्यान यह रखना चाहिए कि यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) अगर निवेश किया है तो उसकी भी इस छूट में शामिल किया जाएगा। यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान यानी यूलिप (ULIP) और जीवन बीमा (Life Insurance) में मिलाकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये की ही छूट ली जा सकती है।