टीडीएस (TDS) का ऑनलाइन भुगतान कैसे करें?
यहां पर आपको बताएंगे कि आप टीडीएस के लिए ऑनलाइन भुगतान कैसे कर सकते हैं।
टीडीएस या (Tax Deduction at Source) एक सिस्टम है जिसमें रेंट, ब्याज और कमीशन आदि का भुगतान करते समय आय में से टैक्स कटता है। ऐसे विशेष पेमेंट करने करने वाले व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है कि वह टीडीएस काटे और बाकी का पैसा जिसे दिया जाना है उसे भुगतान करे।
टीडीएस काटने वाले व्यक्ति द्वारा काटा गया TDS सरकार को निश्चित तारीख तक जमा करवा देना चाहिए। टीडीएस का भुगतान ऑनलाइन भी किया जा सकता है।
अलग-अलग तरह के पेमेंट्स पर टीडीएस काटने की रेट की पूरी सूची यहां दी गई है।
1. स्टेप
टैक्स के ई-पेमेंट के लिए NSDL की वेबसाइट पर जाएं।
2. स्टेप: टीडीएस/टीसीएस सेक्शन में ‘चालान नंबर/आईटीएनएस 281' का चुनाव करें। इसके बाद आप सीधे ई-पेमेंट पेज पर पहुंच जाएंगे।
3. स्टेप
इस पेज पर आपको ये जानकारी दर्ज़ करनी हैं:
यदि किसी कंपनी को पेमेंट करते समय आप टीडीएस काट रहे हैं तो ‘टैक्स एप्लीकेबल' में जाकर 'कंपनी डीडक्टीज' का चयन करें। अगर ऐसा नहीं है तो 'नॉन-'कंपनी डीडक्टीज' का चयन करें।
- टीएएन (TAN) और आंकलन वर्ष दर्ज़ करें जिसके लिए आप पेमेंट कर रहे हैं।
- पिन कोड नंबर दर्ज़ करें और लिस्ट में से अपना राज्य चुनें।
- चुनें कि पेमेंट आपके द्वारा काटे गए टीडीएस का किया जाना है या नियमित टीडीएस भुगतान है।
- ड्रॉप डाउन लिस्ट में से ‘नेचर ऑफ पेमेंट' और ‘मोड ऑफ पेमेंट' का चुनाव करें। सबमिट बटन पर क्लिक करें।
4. स्टेप
सबमिट करने पर एक कन्फर्मेशन स्क्रीन आपको दिखाई देगी। यदि टीएएन वेलिड नहीं है तो मास्टर के अनुसार टैक्स जमा करवाने वाले का पूरा नाम इस स्क्रीन पर दिखाई देगा।
5. स्टेप: दर्ज़ किए गए डेटा की पुष्टि के बाद आप अपने बैंक की नेट बैंकिंग साइट पर डाइवर्ट होंगे।
6. स्टेप: भुगतान करने वाले को यहां बैंक द्वारा दिये गए नेट बैंकिंग यूजर नेम और पासवर्ड द्वारा लॉग-इन करना होता है।
7. स्टेप
सफल भुगतान पर, एक चालान काउंटर फाइल डिस्प्ले होता है जिसमें सीआईएन, पेमेंट और बैंक की जानकारी होती है जिससे भुगतान किया गया है। यह काउंटर फाइल आपके भुगतान का प्रूफ है।
टीडीएस का भुगतान करने के बाद, आपको अपना टीडीएस रिटर्न भरना होता है। टैक्स क्लाउड- क्लीयर टीडीएस एक क्लाउड बेस टीडीएस फाइलिंग सॉफ्टवेयर है। इसका मतलब है कि आपको मशीन पर कुछ भी डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है। आप टीडीएस डेटा कभी भी कहीं भी एक्सेस कर सकते हैं। आप मिनटों में अपनी एफ़वीयू फाइल बना सकते हैं।