आधार कार्ड में नाम, पता कैसे अपडेट करें, वर्चुअल ID ऑनलाइन कैसे प्राप्त करें?
यहां पर आपको आधार में एड्रेस अपडेट करने का तरीका बताएंगे, साथ ही यह भी बताएंगे कि वर्चुअल आईडी और यूआईडी को ऑनलाइन कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
यूआईडीएआई (UIDAI) या यूनीक आइडेंटिफिकेशन ऑथरिटी ऑफ इंडिया ने अपने सेल्फ सर्विस पोर्टल uidai.gov.in पर आधार कार्ड से संबंधित कई सुविधाएं ऑनलाइन प्रदान की है। आधार कार्ड एवं 12 अंकों वाले आधार नंबर के जारीकर्ता यूआईडीएआई ने अपनी वेबसाईट के अनुसार इन ऑनलाइन सुविधाओं को तीन प्रमुख श्रेणियों में बांटा है। इसमें आधार नामांकन, आधार अपडेशन एवं अन्य सेवाएं शामिल हैं। इनमें से अधिकांश सेवाएं वन टाइम पासकोड या OTP पद्धति पर आधारित हैं, जिसमें उपयोगकर्ता के उस मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजा जाता है जो मोबाइल नंबर उसके आधार के साथ जुड़ा होता है।
यूआईडीएआई की वेबसाईट से आप इन पांच आवश्यक सुविधाओं का इस तरह उपयोग कर सकते हैं:
1. आधार में एड्रेस अपडेट करने की प्रक्रिया
उपयोगकर्ता यूआईडीएआई के पोर्टल से अपने एड्रेस को अपडेट करने की या उसमें सुधार करने की रिक्वेस्ट कर सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए हैं जिनके पास पहले से आधार कार्ड है या जिन्होंने पहले ही आधार के लिए आवेदन किया हुआ है। इस ऑनलाइन सुविधा को आप यूआईडीएआई पोर्टल पर "एड्रेस अपडेट रिक्वेस्ट (ऑनलाइन)" पर क्लिक करके प्राप्त कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप अपने एड्रेस में परिवर्तन या अपडेट करना चाहते हैं तो यह प्रक्रिया चार चरणों में होगी: आधार के साथ लॉग इन करें, एड्रेस अपडेट रिक्वेस्ट डालें, दस्तावेज़ अपलोड करें और बीपीओ सर्विस प्रोवाइडर चुनें/ रिक्वेस्ट सबमिट करें। कोई भी निवासी अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ यूआईडीआईए की इस वेबसाइट के पोर्टल पर अपने एड्रेस में परिवर्तन के लिए रिक्वेस्ट दाल सकता है।
2. एड्रेस बदलने की रिक्वेस्ट का स्टेट्स चेक करें:
वे लोग जिन्होनें आधार में अपना एड्रेस परिवर्तन करने के लिए आवेदन किया है उनके लिए यूआईडीएआई ने एक महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान की है। इस पोर्टल पर यूज़र अपनी रिक्वेस्ट को ट्रैक भी कर सकते हैं। यूआईडीएआई पोर्टल पर "चेक स्टेटस - अपडेशन डन ऑनलाइन" के माध्यम से इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। यूआईडीएआई की वेबसाइट के अनुसार इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूज़र को अपना आधार नंबर तथा रिक्वेस्ट का सीरियल नंबर डालना पड़ता है।
3. गुमा हुआ आधार नंबर पुन: प्राप्त करने की प्रक्रिया
यूआईडीएआई पोर्टल पर यूज़र अपने गुमे हुए आधार नंबर या आधार नामांकन आईडी को भी प्राप्त कर सकता है। यूडीआईएआई की वेबसाइट के अनुसार इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूज़र को अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालना पड़ता है। यह वह नंबर होता है जो यूज़र आधार का नामांकन करवाते समय देता है। यूआईडीएआई के पोर्टल के माध्यम से यूज़र अपने मोबाइल पर अपना आधार नंबर या यूनीक आइडेंटिटी नंबर (यूआईडी) भी प्राप्त कर सकता है। UIDAI की इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूज़र को अपना आधार नामांकन आईडी (ईआईडी) तथा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालना पड़ता है जो यूआईडीएआई के पोर्टल पर "गेट आधार ऑन मोबाइल नंबर" पर क्लिक करके प्राप्त किया जा सकता है।
4. वर्चुअल आईडी बनाने की प्रक्रिया
यूआईडीएआई की एक अन्य ऑनलाइन सुविधा के द्वारा यूजर 16 अंकों का वर्चुअल आईडी या V-ID बना सकता है। यूआईडीएआई ने इस वर्ष जनवरी में नागरिकों के बायोमीट्रिक विवरण को सुरक्षित बनाने के लिए एक नया तरीका पेश किया था। यूज़र इस अस्थायी 16 अंकों वाले वर्चुअल आईडी का उपयोग प्रमाणीकरण के लिए कर सकते हैं।
5. आधार ऑथेंटिकेशन के हिस्ट्री में पहुंचने की प्रक्रिया
आधार जारी करने वाले निकाय ने अपने पोर्टल पर ऑनलाइन सुविधा प्रदान की है जिसके द्वारा उपयोगकर्ता यूआईडी पर आधारित आधार प्रमाणीकरण के इतिहास की जानकारी प्राप्त कर सकता है। इसका अर्थ यह है कि आपके यूआईडी से कितनी बार आधार ऑथेंटिकेशन किया गया। बाद में यूज़र अपनी जानकारी और यूआईडीएआई से मिली हुई जानकारी की तुलना कर सकता है। इससे किसी अवांछित कार्य का भी पता चल जाता है।
हालांकि सरकार ने आधार को सामाजिक कल्याण योजनाओं के साथ तथा PPF और NSC जैसी छोटी बचत योजनाओं के साथ जोड़ने की समय सीमा तय कर दी है।