टैक्स बचाने के लिए कहां करें निवेश?
31 मार्च टैक्स रिटर्न की आखिरी तारीख है। अगर आप टैक्स में छूट पाना चाहते हैं तो आपको कुछ ऐसी स्कीमों में निवेश करना होगा जिससे आपका टैक्स बचे। आयकर कानून की धारा 80 सी के तहत आपको कर लाभ दिया जाता है जिसका आपको पूरी तरह लाभ उठाना चाहिए। यदि आप करदाता हैं तो आप न केवल कर बचाते हैं बल्कि आप कुछ ऐसी चीजों में निवेश करते हैं जिनमें आपको अच्छा रिटर्न मिलता है। यहां धारा 80 सी के तहत कर बचाने के लिए कई उत्तम निवेशों के बारे में बताया गया है।
डीएसपी ब्लैकरॉक टैक्स सेवर
एक अन्य ईएलएसएस टैक्स सेविंग निवेश है जिसने पिछले एक साल में अच्छे रिटर्न दिए हैं। इस फंड ने एक वर्ष में 36% के आसपास रिटर्न दिए हैं। डीएसपी ब्लैकरॉक टैक्स सेवर ने कई जाने माने स्टॉक्स जैसे भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक में निवेश किया है। आप इस फंड में सुनियोजित निवेश योजना के तहत या एक साथ न्यूनतम 500 रूपये निवेश कर सकते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश करने के दृष्टिकोण से यह एक अच्छा निवेश है। हालाँकि जैसा कि पहले बताया गया है ये निवेश जोखिम युक्त होते हैं और इनके कम प्रदर्शन की संभावना भी होती है क्योंकि ये स्टॉक मार्केट से जुड़े हुए निवेश हैं।
बैंक टैक्स सेविंग डिपॉज़िट
ये भी आपको आयकर की धारा 80 सी के तहत कर बचाने में सहायक हैं। इन डिपॉज़िट पर 5 वर्षों का लॉक इन पीरियड होता है। ब्याज की दर उस बैंक पर निर्भर करती है जिसमें आप पैसा जमा कर रहे हैं। अधिक से अधिक आपको 7 से 7.5 प्रतिशत तक ब्याज मिल सकता है। इससे अधिक ब्याज की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह अच्छी टैक्स सेविंग स्कीम नहीं है जो आयकर की धारा 80 सी के तहत आपको कर लाभ प्रदान करती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (राष्ट्रीय बचत पत्र)
यदि आप सुरक्षित सरकारी योजना के बारे में सोच रहे हैं तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट सबसे उत्तम योजना है। पांच वषों बाद 100 रूपये के सर्टिफिकेट का मूल्य 146 रूपये हो जाता है। इसमें प्रतिवर्ष 1.5 लाख रुपयों तक किया गया निवेश में आयकर नियम की धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट मिलती है। इसमें लगभग 8% की दर से ब्याज मिलता है जो बुरा नहीं है। लंबी अवधि के लिए यह निवेश अच्छा है। ध्यान रहे कि इसके लिए लॉक इन पीरियड 5 वर्ष का है।
सुकन्या समृद्धि खाता
आयकर नियम की धारा 80 सी के तहत कर बचाने के लिए आप सुकन्या समृद्धि खाते में भी निवेश कर सकते हैं। इस योजना के तहत आप प्रतिवर्ष 1.5 लाख बचत कर सकते हैं। वर्तमान में इस पर मिलने वाली ब्याज दर 8.1% है जो बुरी नहीं है। हालाँकि आप इस योजना में किसी लडकी के नाम पर ही निवेश कर सकते हैं और इसकी सीमा भी दो बच्चों तक ही है। इस पर मिलने वाला ब्याज कर मुक्त होता है। इस प्रकार यह निवेश दुहेरा लाभ देता है।
पीपीएफ
जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड या पीपीएफ एक अच्छा कर बचाने वाला निवेश है। हम इसे "एफिशियंट" कहेंगे क्योंकि इससे आपको 80 सी के तहत न केवल कर लाभ मिलता है बल्कि इस पर मिलने वाले ब्याज पर भारत में कोई टैक्स नहीं लगता। यह निवेश की एक अच्छी योजना है क्योंकि इस पर 8.1% की दर से ब्याज मिलता है जो अभी तक की सबसे अधिक दर है। अत: यह सभी के लिए लाभदायक है। पीपीएफ पर निवेश की सीमा 1.5 लाख है। इस निवेश का एक नुकसान यह है कि इसमें 15 वर्षों का लॉक-इन पीरियड होता है।
एक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम के तहत निवेश के लिए यह एक उत्तम निवेश है जो धारा 80 सी के तहत कर लाभ प्रदान करता है। इससे आपको न केवल 1.5 लाख का टैक्स बेनिफिट (कर लाभ) मिलता है बल्कि इस पर आपको रिटर्न्स भी अच्छे मिलते हैं। पिछले एक साल में इस फंड ने 18% रिटर्न उत्पन्न किया है।
पिछले तीन सालों में फंड का रिटर्न 24% औसत प्रतिवर्ष रहा है। तो यदि आप धारा 80 सी के तहत अच्छे निवेश की तलाश में हैं तो ये सबसे अच्छा निवेश है। हालाँकि हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि स्टॉक मार्केट से जुड़े होने के कारण रिटर्न्स की कोई गारंटी नहीं है और यह हाई रिस्क (अधिक खतरे वाला) वाला निवेश है।
धारा 80 सी के तहत आप कितना टैक्स बचा सकते हैं?
धारा 80 सी के तहत बची गयी कर की राशि इस प्रकार होती है: मान लीजिये कि आपने 1.5 लाख रुपयों का कुल निवेश किया ताकि आपको अधिकतम कर लाभ मिल सके। यदि आप 10% की टैक्स सीमा में आते हैं तो आप टैक्स से 15,000 रूपये बचा सकते हैं। यदि आप 20% टैक्स सीमा में आते हैं तो आप 30,000 रुपये बचा सकते हैं और यदि आप अधिकतम टैक्स सीमा में आते हैं तो आप 50,000 रूपये बचा सकते हैं।