असली और नकली सोने की पहचान कैसे करें?
सोना खरीदते वक्त असली और नकली सोने की बात आपके मन में बार-बार उठती रहती है। हर वक्त ये सवाल बना रहता है कि आपने जो सोना खरीदा है वो असली है या नकली। भले ही आपने सोना हॉलमार्क का लिया है और किसी नामी कंपनी का लिया है फिर भी इस बात का डर हमेशा मन में बरकरार रहता है। पर अब आपको इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम यहां आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे जिनकी मदद से आप सेंकेडों में जान जाएंगे कि सोना असली है या नकली।
BIS हॉलमार्क
सोने के गहने खरीदने से पहले आप उस पर बीआईएस हॉलमार्क जरूर देखें। बीआईएस हॉल मार्क ये दर्शाता है कि सोना शुद्ध है। इसके साथ आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि बीआईएस हॉल मार्क असली है या नहीं। बीआईएस हॉल मार्क का निशान हर गहने पर होता है और उसके साथ एक त्रिकोण निशान भी होता है। इसके साथ ही भारतीय मानक ब्यूरो के निशान के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। इस तरीके से आप सोने की पहचान कर सकते हैं।
एसिड टेस्ट
इसमें आपको कुछ ही सेकेंड्स में पता चल जाएगा कि सोना असली है या नहीं। ये टेस्ट आप घर पर भी कर सकते हैं। इसके लिए आर सोने को एक जगह पिन से हल्का से खुरच दें फिर उस पर नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदे डाले। अगर सोना असली होगा तो रंग बिल्कुल भी नहीं बदलेगा और अगर सोना नकली होगा तो तुरंत हरा हो जाएगा।
चुंबक टेस्ट
असली सोने की पहचान एक चुंबक के जरिए हो सकती है। एक स्ट्रांग चुंबक लें और उसे सोने के पास रखें अगर सोना उसकी तरफ जरा भी आकर्षित होता है तो मतलब है कि सोने में कुछ ना कुछ मिलावट तो जरूर है। अगर सोना नहीं आकर्षिक होता है तो उसका मतलब है कि सोना खरा है।
पानी का टेस्ट
पानी के जरिए भी आप सोने का टेस्ट कर सकते हैं। सोने को बाल्टी भर पानी में डालिए अगर सोना डूब जाए तो समझिए सोना असली है और अगर सोना पानी की धारा के साथ कुछ देर तैरे तो समझिए कि सोना नकली है। सोना कितना भी हल्का हो कितनी भी कम मात्रा में हो वह पानी में हमेशा डूब जाएगा।
होलमार्क गोल्ड
सोने पर होलमार्क भारतीय मानक ब्यूरो या बीआईएस का एक सर्टिफिकेट है। यह सर्टिफिकेशन इस बात का है कि बेचने वाले ने जो क्वालिटी बताई है यह उस क्वालिटी का है। बीआईएस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस बात की जांच करता है कि सोना राष्ट्रीय प्यूरिटी और फिटनेस मानकों पर खरा उतर रहा है या नहीं। इस जांच देश भर में फैले बीआईएस के परख केन्द्रों पर की जाती है। साफ तौर पर, केडीएम और होलमार्क में पिघलाने के लिए अंतर इस्तेमाल की गई धातु और शुद्धता का है।
हॉलमार्क सोने में क्या देखें?
हॉलमार्क सोने पर कई जानकारियां गढ़ी होती है जैसे बीआईएस का लोगो, रिटेलर का लोगो, परख केंद्र का लोगो और सर्टिफिकेट का वर्ष आदि। होलमार्क गोल्ड 23 कैरेट, 22 कैरेट, 21 कैरेट और 18 कैरेट में मिलता है। इसकी शुद्धता धातु में मिली सोने की मात्रा है। 24 कैरेट गोल्ड 100% शुद्ध होता है। इसलिए जब भी सोना खरीदें बीआईएस सर्टिफिकेट हॉलमार्क गोल्ड ही खरीदें।
क्या है केडीएम गोल्ड
केडीएम गोल्ड के बारे में जानने के लिए हमें ज्वेलरी बनाने की क्रिया जाननी होगी। ज्वेलरी बनाते समय सोने की झिलाई या टंकाई की जाती है क्यों कि सोना मुलायम धातु है। टंकाई सोने को मिश्रित करना है इसमें अन्य धातु को सोने से कम पॉइंट पर पिघलाकर इसे सोने में मिश्रित किया जाता है और दोनों को मिलाकर सोने के भाव तय होते हैं।