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कोई है कॉलेज ड्रॉप आउट, कोई धोता है बर्तन, ऐसे हैं दुनिया के टॉप बिलेनियर्स

By Ashutosh
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कुछ लोग चांदी के चम्मच के साथ पैदा होते हैं, उन्हें अमीर बनने में और ज्यादा पैसे कमाने में कोई परेशानी नहीं होती है। पर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी मेहनत के दम पर करोड़पति बनते हैं। यहां हम आज दुनिया भर के कुछ ऐसे ही लोगों के बारे में बताएंगे जिनके पास कभी बहुत ज्यादा पैसे नहीं हुआ करते थे वही आज लाख डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं कि।

बिल गेट्स (सह-संस्थापक, माइक्रोसॉफ्ट)

बिल गेट्स (सह-संस्थापक, माइक्रोसॉफ्ट)

नेट वर्थ: $ 86B

गेट्स ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने के दौरान, अल्टेयर कम्प्यूटर सिस्टम के लिए बेसिक नामक प्रोग्रामिंग भाषा लिखकर तकनीकी दुनिया में प्रवेश किया। 1976 में मिली सफलता के बाद, उन्‍होंने माईक्रोसॉफ्ट को को-फाउंड किया जोकि बाद में जाकर दुनिया का सबसे लोकप्रिय ओएस बन गया।

 

जेफ बेजोस (सीईओ, अमेज़न.Com)

जेफ बेजोस (सीईओ, अमेज़न.Com)

नेट वर्थ: $ 83.2B

प्रिंसटन विश्वविद्यालय से स्‍नातक ने 1994 में वित्‍तीय सर्विस फर्म डी.ई. शॉ में वाइस-प्रेसीडेंट की नौकरी त्‍याग दी, और इंटरनेट की दुनिया में अमेज़न.कॉम से शुरूआत की। यह ई-कॉमर्स पोर्टल उनके गैराज से शुरू हुआ जो अब सिएटल, वॉशिंगटन, यूएसए में उनका हेडक्‍वार्टर है। जेफ बोजोस के बारे में एक दिलचस्प बात ये है कि उन्हें घर में बर्तन धोना बहुत पसंद है।

 

वॉरेन बफेट (सीईओ, बर्कशायर हाथवे)

वॉरेन बफेट (सीईओ, बर्कशायर हाथवे)

नेट वर्थ: $75.6B

बहुराष्ट्रीय संगठन बर्कशायर हाथवे के मालिक ने बहुत ही कम उम्र में अपने उद्यमी होने का प्रमाण अपने स्‍नातक के दौरान नेब्रास्‍क-लिंकन के विश्‍वविद्यालय में दे दिया था। शुरूआत के दिनों में उन्‍होंने स्‍टॉक ब्रोकर के अलावा, पढ़ाने और अन्‍य कार्य भी जीवनयापन के लिए किये। 1962 में अफेट ने एक कपड़ा कम्‍पनी में भी निवेश किया, बाद में उन्‍होंने बीमा क्षेत्र में भी कदम रखा।

 

अमानसियो ओर्टेगा (फांउडर और चेयरमैन, ज़ारा)

अमानसियो ओर्टेगा (फांउडर और चेयरमैन, ज़ारा)

नेट वर्थ: $ 71.3B

फैशन की दुनिया में ज़ारा का अलग नाम है जिसमें ओर्टेगा ने कदम रखा था एक शर्ट स्‍टोर से। इसके बाद उन्‍होंने खुद की ड्रेसिंग गाउन और लिंगरी बनाने की शुरूआत की, जिसमें उनकी पत्‍नी रोसालिया मेरा ने भी उनका साथ दिया। एक दशक के बाद, वह प्रसिद्ध हो गये और बाद में उन्‍होंने रियल एस्‍टेट में भी निवेश किया।

 

मार्क जकरबर्ग (सीईओ, फेसबुक)

मार्क जकरबर्ग (सीईओ, फेसबुक)

नेट वर्थ: $56B

मार्क ने अपने कुछ दोस्‍तों के साथ मिलकर कॉलेज के दिनों में फेसबुक की शुरूआत की। 2004 में वो इसे शुरू कर चुके थे, उनके इस काम में हावर्ड यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र भी शामिल थे जो आपस में इसके जरिए अपनी सूचनाओं को साझा करते थे। सितंबर 2006 में, यह वेबसाइट सभी के लिए ओपन कर दी गई।

 

लैरी एलिसन (सह-संस्थापक, ओरेकल कॉर्पोरेशन)

लैरी एलिसन (सह-संस्थापक, ओरेकल कॉर्पोरेशन)

नेट वर्थ: $ 52.2B

मध्‍यम वर्गीय परिवार में पली-बढ़ी एलिसन ने इलिनोइस विश्‍वविद्यालय और शिकागो विश्‍वविद्यालय से अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। उन्‍होंने शुरूआत में सीआईए के लिए डेटाबेस पर एक नौकरी की। उन्‍होंने एसडीएस को बनाया, जिसमें उनके दो अन्‍य सहयोगी भी थे। एसडीएल को 1982 में ऑरेकल नाम से लांच कर दिया गया था।

 

माइकल ब्लूमबर्ग (संस्थापक और सीईओ, ब्लूमबर्ग एल.पी.)

माइकल ब्लूमबर्ग (संस्थापक और सीईओ, ब्लूमबर्ग एल.पी.)

नेट वर्थ: $ 47.5B

मेडफोर्ड, मैसाचुसेट्स, यू.एस., ब्लूमबर्ग में मध्यवर्गीय घर में जन्मे माइकल ने अपनी शिक्षा हॉवर्ड बिजनेस स्‍कूल से पूरी की। 1966 में, उन्‍हें एंट्री-लेवल जॉब के लिए वॉल स्‍ट्रीट सालोमन ब्रदर्स द्वारा नियुक्‍त किया गया था। वित्तीय प्रतिभूतियों के लेनदेन में पारदर्शिता और दक्षता लाने की दृष्टि से, उन्होंने ब्लूमबर्ग को एक कमरे के कार्यालय से लॉन्च किया। वर्तमान में इस कम्‍पनी में 15,000 कर्मचारी हैं जो 73 देशों में कार्यरत हैं।

 

जैक मा (संस्थापक, अलीबाबा समूह)

जैक मा (संस्थापक, अलीबाबा समूह)

नेट वर्थ: $ 36.9B

जैक मा, हांग्‍जो टीचर्स कॉलेज से स्‍नातक हैं और उन्‍होनें अपने 17 दोस्‍तों को अलिबाबा नामक एक ऑनलाइन बाजार में निवेश करने के लिए तैयार कर लिया। शुरू क गई इस कम्‍पनी में जल्‍द ही दुनिया के अन्‍य हिस्‍सों के लोग भी जुड़ गए और ये कुछ ही दिनों में नामचीन हो गई। 2005 में याहू ने 1 बिलियन का भुगतान करते हुए इसके 40 प्रतिशत शेयरों को खरीद लिया और कम्‍पनी में अपना निवेश किया।

 

शेल्डन एडल्सन (सीईओ, लास वेगस सेंड्स कॉर्पोरेशन)

शेल्डन एडल्सन (सीईओ, लास वेगस सेंड्स कॉर्पोरेशन)

नेट वर्थ: $30.4B

शेल्‍डन दुनिया में सबसे बड़ी कैसीनो कम्‍पनी चलाने वाला व्‍यक्ति है। उन्‍होंने बचपन में जब वो सिर्फ 12 साल के थे, अपने अंकल से 200 डॉलर का कर्ज लिया और पहला न्‍यूज़पेपर कॉर्नर खोला। वो अपनी ही बिल्डिंग में अखबार बेचते थे। बाकी के अन्‍य छोटे मोटे काम करते थे। इसके बाद वो धीरे-धीरे काम सीखते गए और बाद में इस उच्‍च पद पर आ गए।

 

एलन मस्क (सीईओ, स्पेसएक्स)

एलन मस्क (सीईओ, स्पेसएक्स)

नेट वर्थ: $ 16.9B

एलन का जन्‍म साउथ अफ्रीका में हुआ था, 17 साल की उम्र में वह कनाडा चले गए थे और फिर वहां से एक छात्र में रूप में वो यू.एस. में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में गए। उन्‍होंने पे-पाल के सह-संस्‍थापक के रूप में अपना कॅरियर बनाया। बाद में कंपनी टेस्‍ला की ओर से इलेक्ट्रिक कार और एयरोस्पेस उद्यम स्पेसएक्स लॉन्च किया। इसके अलावा एलन मस्कर ने हाइपर लूप के कॉन्सेप्ट पर भी काम किया है और इससे जुड़े स्टार्टप्स पर भी निवेश कर रहे हैं।

 

रॉबिन ली (अध्यक्ष और सीईओ, बैडु इंक)

रॉबिन ली (अध्यक्ष और सीईओ, बैडु इंक)

नेट वर्थ: $ 13.3B

बफेलो, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री के साथ, ली डो जोन्स की सहायक कंपनी में सलाहकार के रूप में शुरू हुई। सिलिकॉन वैली में सर्च इंजन कंपनी इन्फोसि‍क के कार्यकाल के बाद, उन्होंने 2000 में चीन के नंबर 1 सर्च इंजन बाईडु की सह-स्थापना की।

 

जॉन फ्रेडरिकसन (शिपिंग मैग्नेट)

जॉन फ्रेडरिकसन (शिपिंग मैग्नेट)

नेट वर्थ: $9.9B

1960 के दशक में जॉन ने तेल के व्‍यापार से अपना काम शुरू किया और 70 के दशक में अपना पहला टैंकर खरीदा। फ्रंटलाइन लिमिटेड के साथ, 90 के दशक में उन्‍होंने खुद के टैंकर के व्‍यापार में राजा साबित कर दिया।

 

रोमन अब्रामोविच (मालिक, मिल हाउस LLC)

रोमन अब्रामोविच (मालिक, मिल हाउस LLC)

नेट वर्थ: $9.2B

इस रूसी व्‍यापारी ने अपने कॅरियर की शुरूआत, अपार्टमेंटों में प्‍लास्टिक की बतखों को बेचने से की। उन्होंने जल्द ही रूसी सरकार के अधिकारियों के साथ मजबूत संबंधों के माध्यम से देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी सिबनेट में हिस्सेदारी अर्जित की। उन्होंने तेल, स्टील, सोना, रियल एस्टेट और नौकाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रवेश करके धन इकट्ठा किया। वह चेल्सी फुटबॉल क्लब के मालिक भी है।

 

जान कॉम (सीईओ, व्हाट्सएप इंक.)

जान कॉम (सीईओ, व्हाट्सएप इंक.)

नेट वर्थ: $9B

व्‍हाट्सएप के सह-संस्‍थापक कॉम ने शुरूआती उम्र से ही कम्‍प्‍यूटर पर काम करना शुरू कर दिया था। 2014 में फेसबुक द्वारा अधिग्रहण की गई व्यापक लोकप्रिय मोबाइल मैसेजिंग सेवा शुरू करने से पहले, उन्होंने नौ साल तक याहू पर एक सुरक्षा और बुनियादी ढांचा इंजीनियर के रूप में काम किया।

 

रिचर्ड ब्रानसन (संस्थापक, वर्जिन समूह)

रिचर्ड ब्रानसन (संस्थापक, वर्जिन समूह)

नेट वर्थ: $5B

ब्रानसन को शुरूआत से ही व्‍यापार करने में रूचि थी। उन्‍होंने शुरूआती दिनों में एक मैगजीन को लांच किया जोकि छात्रों के लिए थी जिसके बाद उन्‍होंने अपना रिकॉर्ड व्‍यापार शुरू किया और लंदन में एक स्‍टोर, ऑक्‍सफोर्ड स्‍ट्रीट पर खोला। इसके बाद, उन्‍होंने वर्जिन रिकॉर्ड लेबल को लांच किया। वर्तमान में, वर्जिन ग्रुप एयरलाइंस, मोबाइल फोन, वित्तीय सेवाओं, संगीत, इंटरनेट और अधिक में रुचियों के साथ एक बहुराष्ट्रीय उद्यम पूंजी समूह है।

 

मार्क क्यूबा (व्यवसायी और निवेशक)

मार्क क्यूबा (व्यवसायी और निवेशक)

नेट वर्थ: $3.4B

क्यूबा, ​​जिन्‍होंने एक बारटेंडर के रूप में अपना करियर शुरू किया, ने अपनी पहली तकनीक कंपनी की स्थापना की, जिसे 1980 के दशक में माइक्रो एसोसिएशन कहा गया। उन्होंने 1999 में इसे $5.7बिलियन में वीडियो पोर्टल ब्रॉडकास्ट.कॉम को बेचकर बड़ा बनाया और टेलीविजन नेटवर्क एएक्सएस टीवी, सिनेमा चैन लैंडमार्क थियेटर्स और मूवी स्टूडियो मैगनोलिया पिक्चर्स सहित कई उद्यमों में पैसे का पुनर्गठन किया। इंडियाना यूनिवर्सिटी से स्‍नातक मार्क ने डल्‍लास मावेरिक्‍स की एनबीए टीम का भी स्‍वामित्‍व किया।

 

ओपरा विन्फ्रे (मीडिया स्वामित्व)

ओपरा विन्फ्रे (मीडिया स्वामित्व)

नेट वर्थ: $ 3.1B

विनफ्रे ने एक ऑरेटरी प्रतियोगिता जीती और इस प्रतियोगिता से उन्‍हें टेनेसी स्‍टेट यूनिवर्सिटी में छात्रवृत्ति प्राप्‍त हुई। रेडिया स्‍टेशन डब्‍ल्‍यूवीओरएल नामक लोकल रेडिया स्‍टेशन पर पार्ट टाइम काम करने से शुरूआत करने वाली ओपरा ने मीडिया व्‍यवसाय में अपना नाम कमा लिया। वो एक पापुलर टीवी शो होस्‍ट करती हैं।

 

हावर्ड शुल्ज़ (सीईओ, स्टारबक्स)

हावर्ड शुल्ज़ (सीईओ, स्टारबक्स)

नेट वर्थ: $2.9B

साधारण बैकग्राउंड वाले परिवार से आये हॉवर्ड ने उत्तरी मिशिगन विश्वविद्यालय में अध्ययन करते हुए, एक फुटबॉल छात्रवृत्ति अर्जित की। उन्‍होंने जीरॉक्‍सकॉर्प के सेल्‍समैन के रूप में शुरूआत की थी और बाद में वह बढ़ते गए व स्‍टॉरबक्‍स के सीईओ बन गए। उन्‍होंने इसे 1988 में 3.8 मिलियन में खरीदा था।

 

ऐलेन वियन (सह-संस्थापक, मिराज रिसॉर्ट्स और विन रिसॉर्ट्स)

ऐलेन वियन (सह-संस्थापक, मिराज रिसॉर्ट्स और विन रिसॉर्ट्स)

नेट वर्थ: $ 2.2B

जॉर्ज वॉशिंगटन विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद, ऐलेन और स्टीव वियन, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में कॉलेज प्रेमी बन गए। ऐलेन ने तीन दशक पहले पूर्व पति स्टीव के साथ कैसन साम्राज्य के वियन रिसॉर्ट्स की सह-स्थापना की थी।

 

विजय शेखर शर्मा (CEO- पेटीएम)

विजय शेखर शर्मा (CEO- पेटीएम)

नेट वर्थ- 1.47 बिलियन USD

विजय शेखर शर्मा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं। विजय शेखर शर्मा अपने बचपन के दिनों के बारे में बात करते हुए बताते हैं कि वो एक बेहद अनुशासन वाले परिवार में पले-बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि वो 10वीं क्लास में जब पढ़ते थे तो उनकी उम्र केवल 12 साल थी। विजय शेखर बताते हैं कि वो पढ़ाई में काफी अच्छे थे जिसके कारण उनके शिक्षक उन्हें आगे की क्लास में भेज देते थे। 15 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन मिल गया। हालांकि इस दौरान उन्हें भाषा की समस्या से दो-चार होना पड़ा। विजय शेखर बताते हैं कि वो माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) से हिंदी मीडियम से पढ़े हुए थे और दिल्ली में सारी पढ़ाई अंग्रेजी में होती थी, टीचर भी क्लास में अंग्रेजी में ही बोलते थे। ये एक ऐसा दौर था जब उनका मन क्लास से हट गया था, हालांकि इस दौरान वो भटके नहीं और खुद को खोजते रहे, और इसी खोज ने उन्हें कंप्यूटर सेंटर की राह दिखी दी। विजय शेखर हॉस्टल से कॉलेज आते और वो एक-दो क्लास के बाद कंप्यूटर सेंटर चले जाते थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने अंग्रेजी मैगजीन और अखबार पढ़ कर अपनी अंग्रेजी को भी तराशा।

 

पेटीएम की शुरुआत

पेटीएम की शुरुआत

2011 के दौरान उन्होंने फीचर फोन और बड़े-बड़े होर्डिंग्स देखे। वहीं उन्होंने ये सोचा कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जाए जहां लोग अपने फोन के जरिए विभिन्न चीजों का भुगतान कर सकें। इसके बाद शुरुआत हुई पेटीएम की। शुरुआत में पेटीएम से जरिए जहां मोबाइल रीचार्ज होता था वहीं बाद में इससे मूवी टिकट्स, बस के टिकट्स, ऑनलाइन शॉपिंग समेत कई तरह के बिल का भुगतान किया जा सकता है। पेटीएम के सीईओ बड़े गर्व के साथ कहते हैं कि वो पेटीएम के जरिए 50 करोड़ भारतीयों को मेन स्ट्रीम इकोनॉमी से जोड़ना चाहते हैं और इसमें लगातार लोग जुड़ भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब कैश की बात आती है तो करप्शन अपने आप आ जाता है और डिजिटल प्लेटफॉर्म होने की वजह से करप्शन के चांस लगभग खत्म हो जाते हैं। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा भारत में एक कैशलेस अर्थव्यवस्था का निर्माण करना चाहते हैं जिसकी तरफ वह सफलता पूर्वक बढ़ रहे हैं।

English summary

Self-made billionaires: How they started

You would be right to guess that most of them made their own money. But you might think that even the self-made had advantages you don’t have
Story first published: Wednesday, September 27, 2017, 13:21 [IST]
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