क्या आप पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं के बारे में जानते हैं?
इंडियन पोस्ट ऑफिस के द्वारा ऐसी कई बचत योजनाएं इस समय प्रदान की जा रहीं हैं जिनके बारे में आम आदमी शायद ही जानते होंगे। इस समय ये सेविंग स्कीम बचत करने का सबसे अच्छा और सरल माध्यम बनती जा रही हैं।
इंडियन पोस्ट ऑफिस के द्वारा ऐसी कई बचत योजनाएं इस समय प्रदान की जा रहीं हैं जिनके बारे में आम आदमी शायद ही जानते होंगे। इस समय ये सेविंग स्कीम बचत करने का सबसे अच्छा और सरल माध्यम बनती जा रही हैं। यहां पर आपको पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं के बारे में बताएंगे जिससे न केवल आपकी बचत होगी बल्कि आर्थिक रुप से भी मजबूती मिलेगी।
रीकरिंग डिपॉजिट
अगर घूमने-फिरने के दौरान आपके पास बच्चों की फीस और स्कूल एडमिशन का टेंशन होगा तो आपका काम कैसे चलेगा। इसलिए इस टेंशन से बचने के लिए आप अपना RD (रीकरिंग डिपॉजिट) खोलें। इसे आवर्ती जमाराशि भी कहते हैं। यह एक प्रकार का डिपॉजिट अकाउंट है। जहां पर आप एक साल के लिए अपने बच्चों के पढ़ाई से संबंधित खर्चों की सेविंग कर सकते हैं। इसमें तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज मिलती है। हर महीने आपके सैलरी अकाउंट से 500 रुपये खुद व खुद कट जाएंगे। रीकरिंग डिपॉजिट में आप कम से कम 1 साल और अधिक से अधिक 10 साल तक के लिए खाता खोल सकते हैं।
किसान विकास पत्र
किसाल विकास पत्र को KVP भी कहा जाता है या पोस्ट ऑफिस की सरकारी योजना है। यह स्कीम कम आय वाले परिवारों के लिए मुख्य तौर लाई गई है। किसान विकास पत्र 100 रुपये, 500, 1000, 10,000 और 50,000 रुपये तक की कई निवेश योजनाओं को प्रदान करता है। यह क्रेंद्र सरकार की योजना है। इसमें 100 रुपया निवेश की सबसे छोटी इकाई है तो वहीं अधिकतम आप कितना भी निवेश कर सकते हैं। किसान विकास पत्र पर सालाना करीब 7.8 प्रतिशत का ब्याज दर है तो वहीं इसकी मैच्योरिटी का समय 8 साल 4 महीने है। किसान विकास पत्र में निवेश करने से मिलते हैं।
पोस्ट ऑफिस बचत खाता
इसमें व्यक्तिगत या समूह में निवेश की न्यूनतम सीमा 50 रुपये है। इस बचत खाते में चेक सुविधा प्रदान की जाती है। साथ ही इसमें ब्याज कर मुक्त है। खाता केवल कैश से ही खोला जा सकता है। खाता में कम से कम 50 रुपये मिनिमम राशि के रुप में होनी चाहिए। साथ ही इस बचत खाते से अकाउंट भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
एनएससी (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट किसी बैंक के फिक्सड डिपॉजिट की तरह होता है। यह पोस्ट ऑफिस की बचत सेवा है। जिसके अंतर्गत आपको ब्याज पर टैक्स देने की आवश्यकता नहीं होती है और रिटर्न लगभग उतना ही मिलता है। इस योजना की सफलता को देखते हुए विभाग के द्वारा 5 साल के लॉक इन पीरियड के साथ अब 10 साल साल लॉक इन पीरियड की शुरुआत की गई है जिसमें 8.8 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है। यहां पर 100 रुपये न्यूनतम राशि से लेकर 10 हजार तक की राशि पर निवेश कर सकते हैं। साथ ही इसमें प्राप्त ब्याज पर टीडीएस कटौती भी नहीं होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना
लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत अगर आपकी बेटी 10 या उससे कम उम्र की है तो आप पोस्ट ऑफिस में जाकर उसके नाम से खाता खुलवा सकते हैं। यह खाता आपको उस वक्त आर्थिक शक्ति प्रदान करेगा, जब आपकी बेटी 21 वर्ष की होगी। इस धन को आप उसकी आगे की पढ़ाई पर या अन्य किसी कार्य पर खर्च कर सकेंगे।
पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंड फंड)
पीपीएफ, पूर्णत: सरकार समर्थित योजना है जो कि दीर्घ काल तक छोटी बचत करने के लिए बनाई गई है, जिसमें धन की पूरी सुरक्षा और आकर्षक ब्याज प्राप्त होता है और इसमें मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से कर मुक्त (टैक्स फ्री) होता है। पीपीएफ का पूरा अर्थ है पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, ये एक निवेश स्कीम है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसे केन्द्र सरकार के द्वारा पीपीएफ एक्ट, 1968 के तहत चलाया गया है। इस निवेश स्कीम का लाभ भारत में लाखों लोग उठा रहे हैं।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम
यह बचत योजना 60 साल के ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश और रिटर्न का एक नया विकल्प है। हालांकि, 55 साल से 60 साल की उम्र के बीच में रिटायर होने वाले या वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने वाले व्यक्ति भी रिटायरमेंट के तीन माह पहले यह खाता खोल सकते हैं। यह खाता पत्नी के साथ ज्वाइंट खाता के रूप में भी खोला जा सकता है। एक हजार रुपए से यह खाता खोला जा सकता है। इसमें अधिकतम निवेश की सीमा 15 लाख रुपए है। इस अकाउंट की परिपक्वता पांच साल है, इससे पहले इसमें से निकासी नहीं हो सकती है। हालांकि, तीन साल बाद इसे बंद किया जा सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में 1.5 फीसदी कम ब्याज मिलेगा।
मंथली इनकम स्कीम
डाकघर की मासिक आय खाता योजना खासकर ऐसे निवेशकों के लिए है जो एकमुश्त राशि का निवेश कर मासिक आधार पर ब्याज कमाना चाहते हैं। यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी है। इस खाते की परिपक्वता अवधि पांच साल होती है, इसमें खाता धारक को एकमुश्त जमा पर हर माह ब्याज मिलता है। वर्तमान में इस बचत योजना में 8.50 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। यह सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से ही खोला जा सकता है। सिंगल खाता खोलते वक्त 1,500 और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं। जबकि ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।
टाइम डिपोजिट अकाउंट (TD)
इसे सावधि जमा खाता भी कहते हैं। सावधि जमा खाते में आपको 8.50 % की दर से ब्याज मिलता है। ये ब्याज दर आपको पांच वर्षीय खाते पर मिलता है। इस योजना में शुरुआती ब्याज की दर 8.20 फीसदी होती है। एक साल के लिए ब्याज दर 8.20 फीसदी, दो साल के लिए 8.30 फीसदी, चार साल के लिए ब्याज दर 8.40 फीसदी और 5 साल के लिए ब्याज दर 8.50 फीसदी रहती है। यह खाता व्यक्तिगत तौर पर खोला जा सकता है। सावधि जमा खाते पर आयकर अधिनियम 80c के तहत आयकर से छूट मिलती है।