नोटबंदी: क्या होगा सस्ता, क्या महंगा, किसे होगा लाभ किसे होगा घाटा
नोटबंदी के बाद से देश में इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि आखिर इस फैसले से किसे फायदा होगा, किसे इस फैसले से नुकसान उठाना पड़ेगा, नोट बैन होने से क्या सस्ता होगा और क्या महंगा होगा।
नोटबंदी के बाद से देश में इस बात को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि आखिर इस फैसले से किसे फायदा होगा, किसे इस फैसले से नुकसान उठाना पड़ेगा, नोट बैन होने से क्या सस्ता होगा और क्या महंगा होगा। इन सारे सवालों का जवाब हम आपके लिए लेकर आए हैं।
रियल स्टेट में 30% तक गिर सकते हैं दाम
नोट बैन होने से आम आदमी को सबसे ज्यादा फायदा रियल स्टेट सेक्टर में मिलेगा। विशेषज्ञों की राय के मुताबिक नोटबैन होने से रियल स्टेट सेक्टर के दामों में करीब 30 फीसदी तक गिरावट आ सकती है। इस गिरावट का फायदा आम आदमी को मिल सकता है।
होम लोन सस्ता हो सकता है
विशेषज्ञों की राय की मुताबिक कैश फ्लो घटने से कर्ज सस्ता हो सकता है। होम लोन सस्ता होने से आम जनता को थोड़ी राहत मिलेगी। जो लोग अपने घर का सपना देख रहे हैं वह सस्ते होम लोन का फायदा उठाकर घर खरीद सकते हैं।
कम होगी महंगाई
नोटबंदी के बाद से महंगाई कम होने के भी आसार जताए जा रहे हैं। हालांकि कई विशेषज्ञ इस बिंदु पर आपत्ति जता रहे हैं, उनका कहना है कि कैश की कमी से लोग सस्ते दाम में सामान बेच रहे हैं। इससे एक वर्ग को लाभ हो रहा है तो वहीं दूसरे वर्ग को घाटा हो रहा है। महंगाई कम होने का असर ऐसी वस्तुओं पर दिखेगा जिनके दाम अनियमित होते हैं जैसे फल और सब्जियों के दाम हर बाजार में अलग होते हैं।
जीडीपी पर पड़ेगा सकारात्मक असर
जानकारों की राय के मुताबिक इस कदम से देश में ब्लैकमनी का एक बड़ा हिस्सा एक बार में ही मिट्टी में मिल गया साथ ही जो लोग ब्लैकमनी के काम में लिप्त थे वह लाचार हो गए। देश से कालाधन और जालीनोट का जाल खत्म होने से जीडीपी को एक सकारात्मक बल मिलेगा। आने वाले वक्त में जीडीपी में अच्छी वृद्धि देखी जा सकती है।
डिजिटल पेमेंट में होगी बढ़ोतरी
देश में ज्यादातर लेन-देन कैश मुद्रा के द्वारा होता था। इनमें बड़ी नोटों का इस्तेमाल होता था जिसमें 1000 रुपए और 500 रुपए के नोट शामिल थे। कैश के लेन-देन का कोई हिसाब नहीं रहता था। अब ये मुद्रा बंद होने से लोग इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट गेटवे और डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं जिसके हर ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड रहता है। नोट बैन होने के बाद से देश में तमाम विक्रेता मोबाइल वॉलेट पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बैंक कर्मियों को होगी परेशानी
नोटबंदी के बाद से बैंक में पुराने नोट एक्सचेंज करने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ पहुंच रही है। इस भीड़ से बैंककर्मी परेशान हैं साथ ही उन्हें इस फैसले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। बैंको में ज्यादा भीड़ बढ़ने पर सरकार ने भी संज्ञान लिया है और जनप्रतिनिधियों को भेजकर लोगों को नोटबंदी के प्रति जागरुक करने का निर्देश दिया है।
किसान, छोटे दुकानदार परेशान
नोटबंदी के देश के दूर-दराज इलाकों के ग्रामीण और दुकानदार परेशान हैं। उन्हें समान खरीदने और बेचने में दिक्कत हो रही है। वहीं किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है, किसानों के अधिकतर खाते सहकारी बैंक में हैं। आरबीआई ने सहकारी बैंको में 1000 और 500 रुपए के नोट नहीं बदलने के निर्देश दिए हैं। वहीं किसानों को खाद और बीज खरीदने में परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। हालांकि सरकार ने 24 नंवबर तक खाद और बीज खरीदने के लिए 1000 और 500 के नोट लेने के निर्देश दिए हैं फिर भी ग्रामीण अंचलों में खाद और बीज भंडार पुराने नोट नहीं ले रहे हैं।