जानिए कैसे खोलें डिजिटल लॉकर
डिजीलॉक या डिजीटल लॉकर, एक ऐसा डिजीटल स्थान होता है जहां आप अपने सभी दस्तावेजों को वर्चुअल फॉर्म में सुरक्षित रख सकते हैं। बस इसके लिए आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए। इस योजना को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा डिजीटल इंडिया प्रोग्राम के तहत 1 जुलाई, 2015 से शुरू किया गया।
इस योजना के अंर्तगत, देश का प्रत्येक नागरिक अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों जैसे- पैन कार्ड,वोटर आईडी कार्ड, सरकार द्वारा जारी कोई अन्य पहचान पत्र, पासपोर्ट, जन्म या शादी का प्रमाणपत्र आदि को इस लॉकर में स्टोर कर सकता है। सभी दस्तावेजों को डिजीटल तरीके से सुरक्षित करने के बाद ई-हस्ताक्षर सुविधा का इस्तेमाल करते हुए डिजीटल हस्ताक्षर भी करने होते हैं ताकि आपके दस्तावेज़ पूरी तरह सुरक्षित रहें।
दस्तावेजों को डिजीलॉकर में रखने के फायदे:
- आपको अपने सभी दस्तावेजों को हर बार, हर जगह उठाकर ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आवश्यकता पड़ने पर आप डिजीटल लॉकर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ई-दस्तावेजों की प्रमाणिकता को सुनिश्चित किया जा सकता है और फर्जी दस्तावेजों का बनना बंद होगा।
- कहीं भी कभी भी, दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- डिजीलॉकर में 10MB का स्टोरेज मिलता है, जो आवश्यक दस्तावेजों को रखने के लिए पर्याप्त होता है।
- आवश्यकता पड़ने पर इन्हे किसी के साथ शेयर किया जा सकता है या उसे भेजा जा सकता है।
किसी प्रकार डिजीटल लॉकर में अकाउंट बनाएं?
अगर आप भी डिजीटल लॉकर में अपना अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो आपको पास आधार कार्ड होना आवश्यक है। साथ ही आपका मोबाइल नम्बर, उस आधार कार्ड में लिंक होना चाहिए। इसके बाद ही निम्नलिखित प्रक्रियाओं से गुजरते हुए आप डिजीटल लॉकर खोल सकते हैं:
1. सबसे पहले https://digitallocker.gov.in/ बेवसाइट पर क्लिक करें।
- दिए गए स्थान पर अपने 12 अंकों वाले आधार नम्बर को दर्ज करें।
- इसमें दो विकल्प दिए गए होते हैं:OTP का इस्तेमाल करें या फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करें।
विकल्प 1: ''OTP का इस्तेमाल करें'' का चयन करने पर, आधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नम्बर पर एक संख्या लिखकर आएगी, जिसे स्क्रीन पर दिए गए स्थान पर भरना होगा और OTP को वैध करने पर क्लिक करना होगा। इसके बाद, यूजरनेम और पासवर्ड बनाना होगा।
विकल्प 2: अगर आप ''फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करें'' का चयन करते हैं तो आपको फिंगरप्रिंट स्कैनिंग के लिए आधार स्वीकृत बॉयोमैट्रिक डिवाइस की आवश्यकता पड़ेगी। मोबाइल नम्बर की बजाय आधार में पंजीकृत फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करते हुए डिजीटल लॉकर के लिए साइन अप करने हेतू फिंगरप्रिंट वाले विकल्प पर करना होता है।
यह विकल्प उन लोगों के लिए होता है जिनके पास मोबाइल नम्बर नहीं है या आधार में दर्ज नहीं है या उनका नम्बर आधार कार्ड पर अपडेट नहीं है। फिंगरप्रिंट को फिंगरप्रिंट स्कैनर से ले लिया जाता है। फिंगर प्रिंट की वैधता जांची जाने के बाद, यूजरनेम और पासवर्ड को बनाएं।
2. यूजर आई बनाना:
यूजरनेम और पासवर्ड डालें।
अपनी इच्छानुसार यूजरनेम और पासवर्ड डालें।
सबमिट बटन पर क्लिक करें।
एप्लीकेशन में ''मॉय सर्टिफिकेट'' पेज खुलेगा।
3. साइन इन:
''साइन इन'' पर क्लिक करें।
https://digitallocker.gov.in पर जाएं।
पेज पर सबसे ऊपर साइन इन पर क्लिक करें।
इसमें तीन विकल्प दिए गए होते हैं -
ए. आधार नम्बर और ओटीपी
बी. अकाउंट बनाने के दौरान प्रदान किया गया यूजरनेम और पासवर्ड
सी. गूगल या फेसबुक आईडी वैधता
डिजीटल लॉकर में दस्तावेजों को कैसे अपलोड करें?
आप जिन दस्तावेजों को डिजीटल लॉकर में अपलोड करना चाहते हैं उनकी मूल प्रति रखें। एक समय में एक ही दस्तावेज़, अपलोड किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया निम्न है:
- अपलोड किए जाने वाले दस्तावेज़ के प्रकार का चयन करें।
- लोकेशन का चयन करें और फाइल को सेलेक्ट करें।
- दस्तावेज के बारे में संक्षिप्त विवरण लिख दें।
- आवश्यक जानकारी देने के बाद, अपलोड बटन पर क्लिक कर दें।