पढ़ें : नए RBI गवर्नर उर्जित पटेल के बारे में 5 दिलचस्प बातें
तमाम उधेड़-बुन और संशय की स्थिति को खत्म करते हुए आरबीआई के नए गवर्नर का चुनाव कर लिया गया है। रघुराम राजन के करीबी और डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को अगले आरबीआई गवर्नर की कमान सौंप दी गई है। उर्जित पटेल 4 सितंबर के बाद गवर्नर पद का कार्यभार संभालेंगे।
आगे की स्लाइड्स में हम आपको नए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताएंगे।
येल से पीएचडी, ऑक्सफोर्ड से एम.फिल
उर्जित पटेल का जन्म 28 अक्टूबर 1963 को हुआ था। उर्जित पटेल ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है जबकि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम.फिल. की डिग्री हासिल की है इसके अलावा पटेल ने येल युनिवर्सिटी से पीएचडी की है।
IMF में किया काम
उर्जित पटेल आईएमएफ को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उर्जित ने उस दौरान आईएमएफ में कार्यभार संभाला था जब भारत में आर्थिक स्थिति बेहद खराब दौर से गुजर रही थी। 1991 में उर्जित पटेल ने आईएमएफ इंडिया डेस्क पर कार्यभार संभाला था।
USA की प्रतिष्ठित रिसर्च संस्था में दी अपनी सेवाएं
उर्जित पटेल ब्रुकिंग इंस्ट्यूशन में 2009 में सीनियर फेलो बने। ये अमेरिका की एक रिसर्च संस्था है, इस संस्था में दुनिया भर के अर्थ जगत पर रिसर्च की जाती है साथ ही मुश्किल आर्थिक हालात से निकलने के लिए उपाय भी सुझाए जाते हैं।
RBI के लिए नए नहीं है उर्जित
उर्जित पटेल आरबीआई के लिए नया नाम नहीं है। आईएमएफ में कार्य करते हुए उर्जित ने आरबीआई के भी साथ 1998-2001 के बीच काम किया था। उर्जित उस दौरान वित्त मंत्रालय में बतौर सलाहकार अपनी सेवाएं दे रहे थे। इसके अलावा उर्जित पटेल ने सरकार के अन्य विभागों के साथ भी कार्य किया जिमें कम्पटीशन कमीशन, कैबिनेट मंत्रियों के ग्रुप के साथ, प्राइम मिनिस्टर के बनाये ग्रुप के आदि शामिल थे। ये सभी ग्रुप टैक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, उड़ान सेवा में सुधार, बिजली में सुधार, पेंशन योजना आदि से जुड़े हुए थे।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर
उर्जित पटेल को 11 जनवरी 2013 RBI में डिप्टी गवर्नर बनाया गया उसी दौरान से उर्जित मॉनीटरी पॉलिसी का काम देख रहे हैं। मंहगाई कम करने की योजना का काम उर्जित पटेल कमेटी का ही था। रघुराम राजन के जाने के बाद वित्त जगत और देश में ऐसा माहौल बना कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है, लेकिन इससे अलग सरकार ने उर्जित पटेल को नया आरबीआई गवर्नर चुन कर साफ कर दिया है कि वह आर्थिक पॉलिसी के लेवल पर कोई बदलाव नहीं कर रही है।
ऐसा पहली बार हुआ है
यह पहला मौका है जब रिजर्व बैंक के गवर्नर का चयन कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश पर हुआ है। इस समिति की सिफारिश के बाद प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में गठित कैबिनेट की नियुक्ति संबंधी समिति ने उर्जित पटेल के नाम पर मुहर लगाई।