पिछले कुछ सालों में बैंकिंग करने के तरीकों में काफी बदलाव आए हैं। इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन पैसे के हस्तांतरण ने पारंपरिक बैंकिंग को लगभग हटा दिया है। बैंकिंग में सुधार लाने के लिए बैंकों ने प्रौद्योगिकी को अपनाया है। जिसके कारण बैंक के ब्याज दर से संबंधिक जानकारी एवं इएमआई व एफडी के ब्याज की गणना करना काफी सरल हो गया है। कृपया hindi.goodreturns.in वेबसाइट पर प्रदान की गई बैंकिंग की मूल्यवान जानकारी का भी उपयोग करें।
आप चाहे कर्ज ले रहे हों या बैंक में एफडी रखवा रहे हों दोनों ही सेवाओं में आपको ऋण की गणना करनी पड़ सकती है। ब्याज की गणना करने के लिए आप ऋण कैलकुलेटर और एफडी ब्याज दर कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं। यह तो आपको पता ही होगा कि FD पर भी टैक्स चुकाना पड़ता है। हालांकि, इनमें से कुछ कैलकुलेटर आपको टैक्स के साथ रिटर्न की कीमत नहीं बताते हैं। अगर बैंकों के ब्याज दरों में काफी अंतर है तो ये एफड़ी ब्याज दर कैलकुलेटर आपको अच्छे ब्याज दर वाली बैंक में एफड़ी रखने में मदद कर सकते हैं। यदि आप नौकरी पैशा व्यक्ति हैं तब सेविंग के लिए आरड़ी का चयन सही रहेगा। इस सेवा के माध्यम से आप लंबी अवधि के लिए अपने भविष्य के लिए कुछ पैसों की बचत कर पाएँगे। परंतु आरड़ी पर मोटा ब्याज पाने के लिए आरड़ी की अवधि भी लंबी होनी चाहिए। एक सलाह और देना चाहें के कि आरड़ी की अवधि व इसमें निवेशी की जाने वाली राशि सोच कर निर्धारित करें।