इन 5 तरह की चाय की चुस्की है दुनिया में सबसे महंगी, कीमत सोने से भी ज्यादा
नई दिल्ली, मई 23। दुनिया में बहुत से लोग कुछ खास महंगी चीजों के शौकीन होते हैं। इन्हीं में से एक है चाय। वैसे तो भारत में आम तौर पर 10-15 रु की एक कप तैयार चाय मिल जाएगी। मगर भारत सहित दुनिया भर में ही कुछ चाय ऐसी भी हैं, जिनकी चुस्की बहुत महंगी पड़ती है। ये चाय असल में सोने से भी ज्यादा महंगी हैं। कुछ चाय रोजमर्रा पी जाने वाली चीज से कहीं अधिक है। आज के समय में चाय के स्पेशल बुटीक और लक्ज़री ब्रांड हैं। यहां चाय पीना बहुत महंगा है। आइए नजर डालते हैं दुनिया भर की कुछ सबसे महंगी चायों पर।
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डा हॉन्ग पाओ टी
चीन में मिलने वाली यह एक तरह की ऊलोंग चाय है। डा हॉन्ग पाओ टी दुनिया की सबसे महंगी चाय है। सबसे अधिक प्रामाणिक डा होंग पाओ की पत्तियां चीन के फ़ुज़ियान के दक्षिण-पूर्व प्रांत में वूई पर्वत के पेड़ों से आती हैं। ये चाय इतनी महंगी इसलिए है, क्योंकि जिन पेड़ों से इसके पत्ते लिए जाते हैं वे अत्यंत दुर्लभ होते हैं। इसकी 3,980 डॉलर प्रति किग्रा है, जो भारतीय मुद्रा में 2,90,813 रुपये होते हैं। मगर डा होंग पाओ के अधिक प्रामाणिक और दुर्लभ पत्तों का एक पॉट 10,000 डॉलर यानी करीब 7,30,569 रुपये रु का होगा। ये कीमत सोने से कहीं अधिक है।
येलो गोल्ड टी बड्स
येलो गोल्ड टी बड्स एक प्रकार की फसल चाय है जो चीन से आती है। यह एक दुर्लभ किस्म की पीली चाय है। चाय कंपनी टीडब्लूजी के अनुसार ये चाय सबसे अच्छी तब बनती है जब आप इस चाय की पत्तियों के ऊपर गर्म पानी (लगभग 75 डिग्री सेल्सियस) डालते हैं, और पानी को चाय की पत्तियों के सार और स्वाद में भीगने देते हैं। इसकी कीमत भारतीय रु में प्रति किग्रा 7,72,943 रुपये है।
सिल्वर टिप्स इम्पीरियल टी
सिल्वर टिप्स इम्पीरियल टी भारतीय चाय है। इस चाय को दार्जिलिंग की ढलान वाली हरी पहाड़ियों पर मकाईबारी एस्टेट में उगाया जाता है। सिल्वर टिप्स इम्पीरियल भी एक प्रकार की ऊलोंग चाय है। 2014 में, यह भारत की सबसे महंगी चाय बन गई। तब इसे 1850 डॉलर प्रति किलोग्राम (1,35,177 रुपये) पर बेचा गया था। आज इसके 100 ग्राम का रेट 4382 रु है। यानी ये चाय 438200 रु प्रति किलो है।
ग्योकुरो चाय, जापान
लिस्ट में अगला नाम है जापान की ग्योकुरो चाय का। यह एक प्रकार की ग्रीन टी है जिसे शेड में उगाया जाता है और कटाई की प्रक्रिया शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले धूप से दूर रखा जाता है। यह प्रोसेस एक मीठा स्वाद पैदा करने के लिए पत्तियों में अमीनो एसिड बनाती है। काफी मांग में रहने वाली इस जापानी हरी चाय में के कई वेरिएशंस होते हैं। इसमें ग्योकुरो मिनामी का दाम तो 10.78 लाख रु प्रति किलो है, जबकि ग्योकुरो सुप्रीम आपको 68.6 हजार रु प्रति किलो में ही मिल जाएगी।
टाई गुआन यिन चाय
चीन के पुराने धर्म में दया की देवी, गुआनिन के नाम पर इस चाय का नाम रखा गया है। ये सुगंधित ऊलोंग चाय की किस्म है। इसकी जड़ें चीन के फ़ुज़ियान प्रांत के एंक्सी काउंटी में हैं। इसकी पत्तियाँ धूप में सूखने के लिए छोड़ दी जाती हैं जिसके बाद वे ऑक्सीडाइज्ड और रोस्ट हो जाती हैं। इसकी दुर्लभता ही इस चाय के महंगा होने का कारण है। इस चाय की कीमत भारतीय मुद्रा में 30986 रु प्रति किलो है।