SBI : ग्राहकों की शिकायत नहीं सुनने में चैम्पियन, जानिए आंकड़े
नई दिल्ली। बैंकों से लोगों की वित्तीय मामलों को लेकर ही शिकायत रहती है। इसलिए उम्मीद की जाती है कि उसका निपटारा शीघ्र किया जाए। लेकिन भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई में इसके उल्टा ही होता है। यहां पर शिकायत करने के बाद उसकी सुनवाई होगी या नहीं, यह पता नहीं रहता है। इसके अलावा ग्राहकों की सबसे ज्यादा शिकायतें भी एसबीआई से ही हैं। आरबीआई की तरफ से जारी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है।
एसबीआई के खिलाफ आईं सबसे ज्यादा 62,259 शिकायतें
रिजर्व बैंक के अनुसार एसबीआई के खिलाफ कुल 63,259 शिकायतें आईं थीं। जबकि एचडीएफसी बैंक के खिलाफ 18,764 शिकायतें आईं थीं। आईसीआईसीआई बैंक के खिलाफ 14,582 शिकायतें ग्राहकों से मिलीं, जबकि पीएनबी के खिलाफ 12,649 शिकायतें मिली थीं। वहीं एक्सिस बैंक के खिलाफ ग्राहकों ने 12,214 शिकायतें कीं। आरबीआई के अनुसार 1 अप्रैल 2019 से 30 जून 2019 के बीच कुल 56,493 शिकायतें ग्राहकों की बैंकों के खिलाफ मिली थीं।
जमकर हो रही धोखाधड़ी भी
वहीं जानकारी के अनुसार देश के बैंकिंग सेक्टर में साल 2019-20 में धोखाधड़ी के कुल 84,545 मामले आए थे। इन मामलों में कुल मिलाकर 1.85 लाख करोड़ रुपये की रकम शामिल थी। यह जानकारी सूचना अधिकार यानी आरटीआई में सामने आई है। आरटीआई में आरबीआई से 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 के दौरान बैंकिंग सेक्टर में धोखाधड़ी से संबंधित जानकारी मांगी गई थी। आरबीआई ने दी जानकारी में कहा है कि देश में शिडयूल्ड कमर्शियल बैंकों और चुनिंदा वित्तीय संस्थानों में 2019-20 में 84,545 मामले धोखाधड़ी के सामने आए थे। इनमें कुल 185,772 करोड़ रुपये की राशि शामिल थी। हालांकि आरबीआई ने यह जानकारी देने से मना कर दिया है कि इस तरह के मामले में कितने बैंक कर्मचारी शामिल रहे हैं।
ओंबुड्समैन के पास आई शिकायतें
आरबीआई ने कहा है कि ज्यादातर मामलों में कर्मचारी भी शामिल रहे हैं। इसमें कुल 2,668 मामलों में 1,783 करोड़ रुपये शामिल थे। आरबीआई ने कहा कि केंद्रीय बैंक के 15 ओंबुड्समैन कार्यालय में 1 साल में काफी शिकायतें ग्राहकों से आई हैं। 1 जुलाई 2019 से मार्च 2020 के तहत इस तरह की कुल 214,480 शिकायतें मिलीं।
438 शाखाओं को एक दूसरे में मिलाया गया
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि 2019-20 के दौरान एक बैंक की दूसरी बैंक में कुल 438 शाखाओं को मिला दिया गया। इसमें एसबीआई में 130 शाखाओं को मिलाया गया तो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की 62, अलाहाबाद बैंक की 59 शाखाओं को एक दूसरे से मिलाया गया। 2019-20 के दौरान बैंकों की कुल 194 शाखाएं बंद कर दी गईं। इसमें से एसबीआई की 78 शाखाएं थीं जबकि फिनो पेमेंट्स बैंक की 25 शाखाएं थीं।